विश्व एकता मार्च

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के हजारों छात्रों ने आज हिरोशिमा दिवस के अवसर पर 'विश्व एकता मार्च' निकालकर सम्पूर्ण विश्व में एकता व शान्ति स्थापना की पुरजोर अपील की और हिरोशिमा त्रासदी की याद दिलाते हुए विश्व समुदाय से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने हेतु सार्थक कदम उठाने की माँग की। 
सी.एम.एस. छात्रों का यह विशाल मार्च गोमती नगर एक्सटेंशन स्थित मकदूमपुर पुलिस चैकी से प्रारम्भ हुआ और सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम पहुँचकर एक विशाल सभा में परिवर्तित हो गया, जहाँ जापान व दाक्षिण कोरिया से पधारे शान्ति प्रचारकों के साथ सी.एम.एस. के छात्रों व शिक्षकों ने 'पीस प्रेयर सेरेमनी' में हिरोशिमा व नागासाकी परमाणु बम के हमले में मारे गये लाखों लोगों को अपनी श्रद्धान्जलि अर्पित की एवं सम्पूर्ण विश्व में एकता व शान्ति का साम्राज्य कायम करने का संकल्प लिया। 
 सी.एम.एस. छात्रों के इस विशाल 'विश्व एकता मार्च' का नेतृत्व सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी एवं डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने किया। इसके साथ ही, सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन, सी.एम.एस. के डायरेक्टर आॅफ स्ट्रेटजी श्री रोशन गाँधी एवं सी.एम.एस. के सभी कैम्पस की प्रधानाचार्याओं के साथ ही शिक्षा, समाज, साहित्य व पत्रकारिता आदि क्षेत्रों की विभिन्न हस्तियाँ इस विशाल मार्च में शामिल होकर छात्रों का जोरदार ढंग से उत्साहवर्धन किया। सी.एम.एस. छात्रों के इस विशाल मार्च ने आज लखनऊ की सड़कों पर अभूतपूर्व दृश्य उपस्थित किया। इस भव्य मार्च में छात्रों ने 'नो मोर हिरोशिमा, नो मोर नागासाकी' आदि नारे लगाते हुए विश्व एकता एवं विश्व शान्ति का आहवान किया।
 सी.एम.एस. छात्रों का यह विशाल मार्च सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) आॅडिटोरियम पहुँचकर 'पीस प्रेयर सेरेमनी' में परिवर्तित हो गया। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों ने मुख्य अतिथि एवं जापानी दूतावास की प्रतिनिधि श्रीमती क्योको होशिनो एवं दाक्षिण कोरिया से पधारे शान्ति प्रचारकों सुश्री पार्क एह रियम, सुश्री  सिओ अन्जेयांग एवं सुश्री कैंग वोनयंग के नेतृत्व में पूरे विश्व में एकता व शान्ति की प्रार्थना की एवं 74 वर्ष पूर्व 6 व 9 अगस्त 1945 को हिरोशिमा व नागासाकी में परमाणु बम के हमलें में मारे गये लाखों लोगों को श्रद्धान्जलि अर्पित की। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्रीमती होशिनो ने कहा कि आज हम निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं जहाँ हमें विश्व में युद्ध व आतंकवाद की स्थिति को रोकने के लिए सार्थक पहल करने की आवश्यकता है।ं उन्होंने 
सी.एम.एस. छात्रों की विश्व एकता व विश्व शान्ति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे ही प्रयासों से विश्व में एकता, शान्ति व सद्भाव की स्थापना होगी।
 सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि मानव इतिहास में 6 अगस्त का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें याद दिलाता है कि हिरोशिमा तथा नागाशाकी में 74 वर्ष पूर्व अगस्त 1945 में क्या हुआ था? डा. गाँधी ने आगे कहा कि सी.एम.एस. का मानना है कि यदि हम विश्व को युद्धों से बचाना चाहते हैं तो इसकी शुरुआत हमें बच्चों से करनी पड़ेगी। प्रत्येक बालक को एकता व शान्ति की शिक्षा अनिवार्य रूप से दी जानी चाहिए और सी.एम.एस. इस दिशा में अनवरत प्रयत्नशील है। हमें खुशी है कि इस दिशा में हमारे प्रयासों को भरपूर समर्थन मिल रहा है।
 इस अवसर पर सी.एम.एस. के मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया गया। आई.सी.एस.ई. (कक्षा-10) की प्रथम इण्टर-कैम्पस कम्परेटिव परीक्षा में 96.95 प्रतिशत अंक अर्जित कर टाॅप करने वाली सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की छात्रा सिमरन सिंह को विशेष रूप से पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया एवं इनकी माताजी को फलों व फूलों से तौलकर जबकि इनके पिताजी एवं टीचर-गार्जियन को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा, आई.सी.एस.ई. (कक्षा-10) की प्रथम इण्टर-कैम्पस कम्परेटिव परीक्षा की मेरिट सूची में प्रथम दस स्थानों पर रहे मेधावी छात्रों एवं सी.एम.एस. के विभिन्न कैम्पस के टाॅपर छात्रों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ स्कूल प्रार्थना एवं वन्दे मातरम की प्रस्तुतियों से हुआ जबकि सी.एम.एस. अलीगंज (द्वितीय कैम्पस) के छात्रों ने 'विश्व एकता प्रार्थना एवं हिरोशिमा दिवस पर विशेष प्रस्तुति द्वारा विश्व एकता व विश्व शान्ति का उद्घोष किया। इसके अलावा, छात्रों के विशेष मार्गदर्शन हेतु इस अवसर पर 'कैरियर काउन्सिलिंग सेशन' का आयोजन किया गया। इससे पहले, सुपीरियर प्रिन्सिपल एवं सी.एम.एस. के क्वालिटी एजुकेशन एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेड सुश्री सुष्मिता बासु ने मेधावी छात्रों ने मेधावी छात्रों व शिक्षकों का हार्दिक स्वागत अभिनन्दन किया।
 मेधावी छात्रों को सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता किंगडन ने विद्यालय के मेधावी छात्रों की अभूतपूर्व शैक्षिक उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज ऐसी शिक्षा पद्धति की जरूरत है जो भावी पीढ़ी को वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करे। हमें पढ़ाई लिखाई के साथ ही व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान देना चाहिए और अपने आप से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। इससे हम निरन्तर विकास करते रहेंगे और जीवन की हर परीक्षा में सफल होंगे। समारोह के अन्त में सी.एम.एस. संस्थापिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने सभी के प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।


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