नानी तेरी मोरनी को मोर ले गया

केंद्रीय विद्यालय रायबरेली के दूरभाष नगर शाखा में दादा-दादी नाना-नानी दिवस अत्यंत उल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य श्री संजीव कुमार अग्रवाल, प्रधानाध्यापक प्रथम पाली आर बी शर्मा तथा प्रधानाध्यापक द्वितीय पाली श्री कमलेश कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन व माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। ततपश्चात नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपने साथ आये हुए अपने दादा-दादी, नाना-नानी का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया और उन्हें रोली चन्दन का टीका लगाया व चरण स्पर्श करके आशीर्वाद प्राप्त किया। विद्यालय की तरफ से अतिथियों के लिए अल्पाहार की भी व्यवस्था की गई। अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रधानाध्यापक श्री आर बी शर्मा ने बच्चों में नैतिक मूल्यों का ह्रास एवं समाज मे बढ़ते अपराध का कारण बच्चों से अपने दादा-दादी और नाना-नानी के द्वारा सुनाई गई नैतिक कहानियों की दूरी को बताया। इस अवसर पर उन्होंने स्वरचित कविता दादा जी की स्मृति का पाठ किया जिसे सुनकर अतिथिगण भाव विभोर हो गए ततपश्चात कक्षा एक के बच्चों द्वारा भारत के विभिन्न प्रान्तों की वेशभूषा की मनमोहक झांकियां प्रस्तुत की गई। बच्चों द्वारा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं जिसमे ‘दादी दादी अम्मा मान जाओ’ तथा नानी तेरी मोरनी को मोर ले गया गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया गया जो अत्यंत प्रसन्निय रहा तन्वी तिवारी द्वारा प्रस्तुत कविता रिश्तों की अनमोल धरोहर दादा दादी नाना नानी अंतर्मन को छू गयी। कक्षा पांच के बच्चों द्वारा प्रस्तुत एकांकी दादा दादी के सम्मान का महत्वपूर्ण संदेश दे गई। उपरोक्त कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए प्राचार्य श्री एस के अग्रवाल ने बच्चों को अपने आशीर्वचनों से अभिसिंचित करते हुए बच्चों को दादी दादी और नाना नानी के प्यार और दुलार का अधिकारी बताया तथा बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास करने में सहयोग करने के लिए उनका आह्वान किया। कार्यक्रम के अंत मे अतिथियों के मनोरंजन के पासिंग पार्सल गेम का आयोजन किया गया तथा कुछ सम्मानित बुजुर्गों ने कार्यक्रम की प्रसंशा में अपने विचार भी रखे । इस अवसर पर वे बहुत ही भावुक भी नजर आए। वरिष्ठ शिक्षक डा. एस के तिवारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। अंत मे राष्ट्र गान ततपश्चात मिष्ठान्न वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम का आयोजन मोहित त्रिपाठी के निर्देशन में व संचालन सीमा तिवारी व एस ए खान द्वारा किया गया। इस अवसर पर एस एन त्रिपाठी, मेधा शर्मा पी के सिंह, बी एन राम, कमलेश, मोनिका, प्रियंका, नेहल, सौरभ, पूनम शुक्ला, ललिता आदि समस्त अध्यापकों का सहयोग प्रसंशनीय रहा।           


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