विशेष स्वच्छता अभियान को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया

शासन के निर्देशानुसार प्रदेश की अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा/जनपद की नोडल अधिकारी आराधना शुक्ला व जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना ने संचारी रोग नियंत्रण, विशेष स्वच्छता अभियान, पेयजल की समस्या, जल भराव, फागिंग की व्यवस्था, बाढ़ की रोक-थाम आदि की व्यवस्थाओं को सूचारू रूप से कराने के उद्देश्य से शहर के मलिकमऊ, पीएसी के निकट कुड़ा निस्तारण केन्द्र व ऊँचाहार, उमरन गांव आदि सहित कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया। जनपद के चयनित सफाई हाॅट-स्पाट ग्रामों व मलिन बस्तियों का निरीक्षण करने के साथ ही मलिन बस्तियों में जाकर आमजन की समस्याओं के बारे में पुछा संचारी रोग स्वच्छ पानी, टीकाकरण आदि के बारे में जागरूक किया साथ ही सेनेटाइजेशन आधुनिक मशिनों द्वारा सड़क अधिकारी व नाला, नाली आदि स्थानों को सेनेटाइज करते हुए विशेष स्वच्छता अभियान को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। 
 अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा/नोडल अधिकारी आराधना शुक्ला एवं जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना सहित अधिकारियों के साथ संचारी रोग नियंत्रण व स्वच्छता अभियान, फाइलेरिया, मलेरिया नियंत्रण आदि विशेष अभियान जो कि 12 जुलाई तक चलाये जायेगा। उन्होंने मलिन बस्तियों में जाकर लोगों से बताया कि द्वितीय संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक पहले से ही चल रहा है। इस दौरान अधिकारियों को विशेष स्वच्छता अभियान पर विशेष ध्यान देने के साथ ही टीकाकरण, जल भराव, फागिंग आदि पर विशेष ध्यान देने के लिए नगर पालिका/नगर पालिका के ईओ, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, डीपीआरओं एवं डूडा अधिकारी व सफाई कर्मचारियों को चेताया कि विशेष स्वच्छता एवं संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सरकार की मंशा के अनुरूप गति प्रदान करें। नगर पालिका व नगर पंचायत व सीएमओं, डीपीआरओ अभियान के दौरान टीकाकरण, एनटी लार्वा फाॅगिंग, क्षेत्रों में सेनेटाइजेशन आदि कार्यो को युद्ध स्तर पर कराये तथा क्षेत्रों की साफ-सफाई करने के दौरान लोगों को कोविड-19 कोरोना वायरस, मास्क लग.ाना, सोशल डिस्टेसिंग आदि सरकार के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कराये। 
 अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा/नोडल अधिकारी आराधना शुक्ला व जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि स्वच्छता, संचारी रोग नियंत्रण, जलभराव, स्वच्छ पेयजल आदि विशेष अभियान आमजन के स्वासथ्य के साथ ही राष्ट्रहित से जुड़ा हुआ अभियान है जिसमें अधिकारी/कर्मचारी, स्वयं सेवी संस्थाओं से जुड़े जन, जनप्रतिनिधि बढ़-चढ़ कर कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए सोशल डिस्टेसिंग व मास्क लगाकर भाग लें। चलाये जा रहे विशेष अभियान सरकार की शीर्ष प्राथमिकता वाले व जन-जन के स्वास्थ्य से जुड़ा एक कार्यक्रम है जिसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये। टीम भावना से स्वास्थ्य प्रोटोकाल के अनुरूप कार्यवाही की जाये। वेक्टर एक्यूटइन्सेफलाइटिस सिंड्रोम या दिमागी बुखार एक गम्भीर बीमारी है जिसके कारण मृत्यु या अपगता भी हो सकती है। कोई भी बुखार दिमागी बुखार हो सकता है इसलिए बुखार को नजरदाज नही करना चाहिए। जागरूकता को बढ़ाना चाहिए तथा अभियान को जन-जन से जोड़ने का आहवान किया गया तथा बचाव बीमारियों में महत्वपूर्ण तरीका है जिसे जानना चाहिए। 
 नोडल अधिकारी ने कहा कि सरकार व प्रशासन इंसेफलाइटिस रोग के समूल उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। एडीएम एफआर, डीपीआरओ, मुख्य चिकित्साधिकारी, ईओ नगर पालिका/नगर पंचायत को निर्देश दिये गये कि चलाये जा रहे अभियान के बारे में आम जन को अवगत कराये तथा अमल में लाये जाने को कहे। विशेष स्वच्छता, संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान की सफलता तथा मच्छरों के नाश के लिए फाॅगिंग मशीन से नोडल अधिकारी व डीएम ने सड़कों नालियों, ग्रामीणों के दरवाजों पर, गढ्ढा व तलाबों में दवा का छिड़काव व सेनेटाइजेशन भी कराया। अभियान की सफलता के लिए साफ-सफाई स्वच्छ जरूरी है इस पर ध्यान दें। विशेष स्वच्छता व संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान में कहा कि दिमागी बुखार को नियंत्रित करने से सबसे बड़ी समस्या इलाज में देरी है। दस्तक अभियान दिमागी बुखार से बचाव एवं नियंत्रण के लिए व्यवहार परिवर्तन संचार अभियान है उन्होंने एएनएम, आशाओं से पूछा कि वह किन-किन घरों में गई और निर्देश दिये कि घर-घर जाकर 1-15 वर्ष के आयु के बच्चों के माता-पिता को बीमारी से बचाव एवं उपचार की जानकारी देगे तथा स्वच्छता के फायदे बताये। कोई भी बीमारी दिमागी बुखार हो सकता है। ऐसी स्थिति में इलाज में देरी न की जाये। सरकार व प्रशासन दिशा निर्देश पर विशेष सच्छता अभियान, संचारी रोग नियंत्रण तथा दस्तक अभियान स्वास्थ्य विभाग, ग्राम समाज, पंचायती राज, नगरीय विकास शिक्षा, बाल विकास परियोजना, कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य, समाज कल्याण विभाग का सयुक्त प्रयास कर सशक्त भागीदारी कर अभियान के अन्तर्गत प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर दस्तक देंगे और दिमागी बुखार से बचाव और उपचार के तरीके बताने के साथ ही स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल आदि के बारे में लोगों को बताएंगे। बुखार आते ही मरीज को नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाए, अपने घरों में और आस-पास सफाई रखें, जल भराव न होने दें, मच्छरों तथा चुहे-छछून्दरों से बचाव करें, स्वच्छ पेय जल का उपयोग करें और पशु-बाड़ों में सफाई रखें। या छोटे-छोटे उपाय बीमारियों के प्रकोप तथा इन से होने वाली क्षति को काफी हद तक कम कर सकते है।
 जिलाधिकारी ने बताया कि सभी विकास खण्ड, तहसील व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों में सूचना एवं जन.सम्पर्क उ0प्र0 लखनऊ द्वारा होर्डिग्स के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण से बचाव, दो गज दूरी मास्क है जरूरी, संचारी रोग नियंत्रण, वन महोत्सव वनो के संरक्षण आदि द्वारा भी जागरूक किया जा है। इसी प्रकार मुख्य चिकित्साधिकारी, डीपीआरओ अपने स्तर से भी कोविड-19 वायरस के बचाव के साथ-साथ संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान के पम्पलेट आदि सभी विकास खण्डों, तहसीलों आदि महत्वपूर्ण स्थान जहां पर आम पब्लिक को उपलब्ध कराये। अभियान के दौरान जानकारी के साथ दिमागी बुखार पर चैतरफावार भी होगा, जिसमें नियमित टीकाकरण के अन्तर्गत जेई टीकाकारण, मच्छरों से बचाव के लिए फाॅगिंग, बुखार ग्रस्त कटाई, नालियों की सफाई, हैण्डपम्पों की मरम्मत और शौचालय निर्माण आदि शामिल है। 
 इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष पूर्णिमा श्रीवास्तव व उनके पति मुकेश श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, सीएमओं डा0 संजय कुमार शर्मा, नगर पालिका व नगर पंचायत के ईओ, एसडीएम सदर शालिनी प्रभाकरण व तहसीलदार अमिता यादव, एसडीएम ऊँचाहार, खण्ड विकास अधिकारी, एडी सूचना प्रमोद कुमार, डीपीआरओ सहित स्वास्थ्य से जुडे़ अधिकारी, कर्मचारी व आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एएनएम, आशा जन सामान्य लोग आदि भी उपस्थित थे।


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