डा. नंदिता पाठक मणी बहन शाह पुरस्कार से सम्मानित

पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के क्षेत्र में काम करनें वालों को दिया जाता है यह पुरस्कार 

बेतवा उत्थान समिति विदिशा मध्य प्रदेश की 23वीं आम सभा का हुआ आयोजन

- संदीप रिछारिया

नदी से ही हमारी सभ्यता एवं परंपराओं को कायम रखा जा सकता है, नदियों को हम मां कहते हैं लेकिन मां के स्वरूप में सेवा नहीं करते हैं। नदियों को कल-कल करते हुए अविरल बहानें के लिए एवं प्रदूषण मुक्त रखने के लिए नगर के सभी जाति वर्ग भाषा सम्प्रदाय के नागरिकों को सहयोग करना चाहिए, उक्त विचार बेतवा उत्थान समिति की 23वीं आम सभा में मणी बहन शाह पुरस्कार से सम्मानित राष्ट्र की 100 अग्रणी महिलाओं में सुमार पर्यावरण विद् एवं महिला स्वावलंबन हेतु समर्पित डा. नंदिता पाठक ने व्यक्त किया। 

श्रीमती पाठक नें सिंगल यूज प्लास्टिक पालिथीन के उपयोग से हो रहे नुकसानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी, नदी किनारे रासायनिक खेती न हो प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित किया। शहर का कचड़ा धीरे-धीरे नालों की माध्यम से नदियों में जाकर मिलती है जिस से नदी प्रदूषित होती है एवं जलीय जीव जंतु जलचर प्रभावित होते हैं। श्रीमती पाठक ने युवाओं से आग्रह किया कि वे कूड़ा-कचड़ा प्रबंधन के बारे में जानें, स्वयं प्रदूषण न फैलाए जब भी समय मिले नदी किनारे जाकर बैठें और बाते करें साथ ही स्वच्छता के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन नदियों की अविरलता निर्मलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में काम कर रहा है। नंदिता जी नें कहा, बेतवा उत्थान समिति द्वारा पिछले 22 वर्षों से नदी तट पर जाकर किया जा रहे श्रमदान का मूल्यांकन नहीं किया जा सकता। यह संस्था का अमूल्य योगदान है। समिति की वार्षिक आम सभा में पर्यावरण संरक्षण हेतु उत्कृष्ट कार्य करने हेतु मणी बहन शाह पुरस्कार प्राप्त करनें पर डाक्टर पाठक ने सभा में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया एवं पद्मश्री उमाशंकर पांडेय द्वारा खेत पर मेढ, मेढ पर पेड़ जल संचय के लिए किए गए प्रयासों को भी उल्लेख किया। साधारण सभा में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अशोक गोयल ने स्वागत उद्बोधन दिया सचिव राजकुमार अग्रवाल ने समिति द्वारा किए गए कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया कोषाध्यक्ष सुशील अग्रवाल ने आय व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया समिति के संरक्षक डा. सुरेश गर्ग नें कहा की बेतवा नदी जिले में जहां से प्रवाहित हो रही है, वहाँ पर समितिओं का गठन कर नागरिकों को जागरूक करने की आवश्यकता है। नदी के संरक्षण संवर्धन हेतु सभी वर्गों को सहयोग प्रदान करना चाहिए। अतुल शाह नें कहा कि चोर नाले व अन्य नालों के माध्यम से जो गंदा पानी बिना ट्रीटमेंट के नदी में प्रवाहित हो रहा है उसको शीघ्र रोका जाए। नदी के दोनों तट पर बढ़ रहे कटाव को रोकने के लिए वृक्षारोपण किया जाए। अपस्ट्रीम में एक ट्रीटमेंट प्लांट पीलिया नाले के पास अवश्य लगाया जाए। नदी तट पर महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम एवं शौचालय की आवश्यकता हेतु नगर पालिका से अनुरोध किया गया।

नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि राकेश शर्मा भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर आयोजित वर्तमान बेतवा की स्थिति पर भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार श्री दिव्यांश सोनी डा. लफिन स्कूल, गंज बासौदा, कु. सेजल गुप्ता उत्कृष्ठ विद्यालय विदिशा, द्वितीय कु. कनक शर्मा, नवांकुर विद्यापीठ गंज बासौदा, तृतीय पुरस्कार कु. वान्या को प्रदान किए गए एवं ओलम्पस एवं साकेत शिशु रंजन स्कूल के विद्यार्थियों को शान्तवना पुरस्कार दिए गए। डा. पाठक को दिए गए स्मृति सम्मान पत्र का वाचन समिति के संचालक विनोद शाह द्वारा किया गया संचालन अरविंद द्विवेदी एवं आभार इंजी. सी. एल. गोयल द्वारा व्यक्त किया गया। 

भाषण प्रतियोगिता में निर्णय की भूमिका दिनेश बाजपेयी एवं के एन शर्मा द्वारा निभाई गई। कार्यक्रम में समिति के सदस्यगण भारी संख्या में उपस्थित रहे, सभी नें भारत रत्न नानाजी देशमुख जी को नमन किया एवं सभी नें मणी बेन शाह पुरस्कार से सम्मानित डा. नंदिता पाठक को बधाई दी।




 

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