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कृषक किसान दिवस में ज्यादा से ज्यादा ले जानकारी जिससे कि फसलों में हो अधिक पैदावार

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जिलाधिकारी रायबरेली नेहा शर्मा ने कलेक्ट्रेट के बचत भवन सभागार मे जनपदस्तरीय किसान दिवस के अवसर पर किसानों से कहा कि वे किसान दिवस में दी जा रही कृषि विकास सम्बन्धी जानकारियों को भली-भांति जानकर कृषि विकास में योगदान दें। उन्होंने ने कहा कि कृषकों को फसलों से सम्बन्धित कृषि वैज्ञानिक/अधिकारियों द्वारा नवीन तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराये तथा उनकी कृषि सम्बन्धी समस्याओं का निराकरण भी किया जाये। किसान दिवस में किसानों को जायद अरहर, तिल, तिल्ली, उरद, मूंग आदि फसलों की अच्छी उत्पादकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने निर्देश दिये कि फसल बीमा आदि की शिकायते सम्बन्धित बैंक उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, प्रभारी इन्सोरेस कम्पनी आदि को कर अपनी समस्याओं का निस्तारण करेें उन्होंने ने कहा कि किसान देश का भविष्य होता है, जब तक हम किसान का स्तर नहीं सुधार पाए हम देश का विकास नहीं कर सकते, किसानों की समृद्धि से ही देश की समृद्धि सम्भव है। जनपद में उन्नतिशील खाद व बीज की कोई कमी नहीं है। कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, प्राकृतिक संसाधनों को बचाएं। किसान दिवस में मृदा के स्

तलाक नाशक चमत्कारी रत्न है ब्लू टोपाज

ब्लू टोपाज वास्तव मे क्वार्टज़ जाति का रत्न है। जो देखने मे सुखद, शीतल, नीलकमल के समान नीला, फिरोजी या हल्का आसमानी रंग का अति मनमोहक, शांति दायक, क्रोधनाशक रत्न है। ग्रीक मिथकों मे इसे सौन्दर्य की देवी वीनस से जोड़ा गया है। ज्योतिष मे इसे शुक्र, गुरू व शनि ग्रह के उपचार मे प्रयोग किया जाता है। भारत मे इसका प्रयोग कम किया जाता है। लेकिन इसके चमत्कारी गुणों को देखते हुये वर्तमान दौर के ज्योतिषी इसका खूब उपयोग कर रहे है। यह तुरन्त असर दिखाता है। पाश्चात्य और ज्योतिषियों के अनुसार निम्न कठिन परिस्थितियों मे यह आश्चर्यजनक लाभ देता है। 1. साढे साती या शनि की ढइया मे यह जातक को तुरन्त शांति देता है। 2. व्यापार मे घाटा या व्यापार मे लाभ वृद्धि या बिक्री कम होने पर इसको चांदी की प्लेट मे षुक्रवार को दुकान मे स्थापित करके नित्य इस पर गुलाब के फूल व गुलाब की अगरबत्ती जलाने से बिक्री व आय मे वृद्धि होती है। 3. अति क्रोधी, बेकाबू, या कर्कश वाणी बोलने वाले या, क्रोध के दौरे पड़ने, व्यर्थ बड़बड़ाने वाले पागलांे को इसे पहनाने से जातक को तुरन्त मानसिक शांति मिलती है। पैरीडाॅट के साथ इसे धारण करने से अनिद्र

अपने कीमती समय में से बच्चों के लिए थोड़ा समय निकालें

आज के दौर में किशोर व किशोरियों में बढ़ता असभ्य व्यवहार वाकई चिन्ता का विशय है। उत्तेजना या आवेश में आकर वे ऐसा कुछ कर बैठते हैं। जिससे परिवार की मान-मर्यादा को गहरा धक्का लगता है। पकड़े जाने पर शर्मिन्दगी भी होती है। इसके बावजूद कुछ तो ऐसे होते हैं कि जो बार-बार गलतियाँ करने पर भी नहीं सुधरते। आधुनिकता की आड़ में मौज-मस्ती करने वाले किशोर भूल जाते हैं कि उनके भद्दे आचरणों का अंजाम क्या होगा? वे नशा, सेक्सुअल गतिविधि और कई दूसरे खतरे मोल लेकर जीवन को बेहद रोमांचक बनाए रखना चाहते हैं। अधिकतर समय दोस्तों के साथ घूमने-फिरने, सिनेमा देखने, पार्टियों में बर्बाद करते हैं। अक्सर ऐसे बच्चे उन घरों से आते हैं जहाँ रूपये-पैसे की कोई चिन्ता नहीं होती। उनमें अपनी सभी इच्छाओं की तत्कालिक पूर्ति करने और दूसरों को अपने नियन्त्रण में रखने की प्रबल इच्छा होती है। आर्थिक रूप से कमजोर किशोर भी इनसे प्रभावित होकर साथ मिल जाते है। बाजारीकरण, प्रतिस्पर्धा और हिंसा के माहौल में एक दूसरे से किसी भी तरह आगे निकलने की होड़ आजकल हर किषोर युवा में देखी जा सकती है। जो छात्र मेधावी व समझदार होते हैं, वे मेहनत और लगन पर

एलर्जी

शरीर का रक्त अशुद्ध हो जाने से स़्त्री-पुरूषों के शरीर में एलर्जी हो जाती है। एलर्जी होने पर शरीर में दाने निकल आते हैं, या खुजली हो जाती है, जिससे मिचली होने लगती है। शरीर मे मुख्यतः पेट मे जलन होने लगती है। प्यास ज्यादा लगने लगती है। चेहरे अर्थात मुख का रंग काला पड़ने लगता है। एलर्जी अधिक बढ़ जाने पर उल्टी भी हो जाती है। भोजन ठीक से नही पचता है। यह बीमारी रक्त की अशुद्धि और शरीर के खून की शक्ति कम होने के कारण होती है। एलर्जी अधिक बढ़ जाने पर षरीर मे दाद, खुजली, एग्जिमा होने लगता है। आंखों की रोशनी कम होने लगती है। जबान और मुख के अंदर छाले पड़ने लगते हैं। शरीर कमजोर हो जाता है। शरीर मे फुंसियाँ व चकत्ते पड़ने लगते हैं। कभी-कभी किसी रोगी के षरीर मे घाव भी हो जाते है। एलर्जी होने पर कब्ज भी हो जाती है। आर्युवेद मे इस बीमारी की निम्न लाभकारी दवाईयाँ हैं। 1. हल्दी, नीम की छाल, सारिवा, मंजीठ, मुलेहठी इनका काढ़ा बनाकर शहद मे मिलाकर सुबह शाम 1 से 2 चम्मच मिलायें। 2. हरड़, खस, सफेद चंदन, इन्द्रजौ, नागरमोथा, लालकमल इन्हें पीस कर षरीर पर लेप करें। 3. हल्दी, सरसों, मुलेहठी, दालचीनी, इन्द्रजौ, नागरमोथा

हाॅरर किंग रामसे ब्रदर्स

हिन्दी थ्रिलर और हाॅरर फिल्मों का इतिहास रामसे की फिल्मों के बगैर लिखना संभव नही है। रामसे वास्तव मे रामसिंघानी है। जो विभाजन के पूर्व कराची और लाहौर मे इलेक्ट्राॅनिक्स की दुकान चलाते थे, विभाजन के बाद फतेहचन्द्र यू रामसे अपने बेटों के साथ बम्बई चले आये और बम्बई की लैमिंगटन रोड पर उन्होने इलेक्ट्राॅनिक्स की दुकान खोली फिल्मी दुनिया की चकाचैंध से प्रभावित होकर उन्होने शो बिजनेस मे कदम रखा और उन्हांेने 1954 मे शहीदे आजम भगत सिंह, 1963 मे रूस्तम सोहराब और 1970 मे एक नन्ही मुन्नी लड़की थी बनाई। बदकिस्मती से सभी फिल्में पिट गयीं और रामसे भारी कर्ज मे आ गये तभी उन्हें एक नया विचार आया एक नन्ही मुन्नी लड़की थी में एक सीन था जिसमे पृथ्वीराज कपूर अपने चेहरे पर एक डरावना चेहरा लगा कर चोरी करते है फिल्म पिटने के बावजूद भी वह दृश्य काफी चर्चित हुआ जिससे उत्साहित होकर उन्होने आधे घंटे मे ही रेडियो के देर रात प्रोग्राम मे आगामी फिल्म दो गज जमीन के नीचे बनाने की घोषणा की। 1975 में आई मात्र 15 कलाकारों वाली व एक महीने मे बनी कम बजट की यह फिल्म हिट हो गई उसके साथ ही रामसे इन्डस्ट्री मे पूरी तरह स्थापित ह

प्रेम से उचित कोई उपहार नहीं है

प्रेम एक शास्वत सत्य है। अगर प्रेम न हो, यह दुनियां ही न हो। अगर प्रेम नहीं है तो न यह घर बचेगा न ही दुनियां में कोई किसी के लिये कुछ करेगा। प्रेम के कई रूप है, प्रेमी-प्रेमिका का प्रेम जिनको सीमा का कुछ अन्दाजा ही नहीं है। पति-पत्नी का प्रेम जहां ठहराव होता है, त्याग और कत्र्तव्य के साथ रिश्तों को कायम रखने का जज्जबा होता है। माता-पिता का प्रेम अपने बच्चों पर बिना किसी स्वार्थ के होता है, भाई-बहन का प्रेम पवित्र होता है। सच्चा देशभक्त अपनी मां से जितना प्यार करता है, उतना ही अपनी मातृभूमि से प्यार करता है। यदि ऐसा नहीं होता तो क्रांतिकारी आजादी के अमर शहीद देशभक्त भगत सिंह भी अपनी धरती के लिये फांसी पर क्यों चढ़ जाते। नेताजी सुभाष चन्द बोस ने अपनी अच्छी नौकरी क्यों छोड़कर देश के लिये स्वयं को समर्पित कर दिया। अपने देश के लोगों का अंग्रेजों द्वारा अपमान देखकर वे आहत होकर गांधी जी अहिंसा का आन्दोलन करके देश-दुनियाँ के लिये महात्मा ना बनते। यह गोरे लोग (अंग्रेज) हमारे देश के लोगो को अब भी हीन दृष्टि से देखते है और नौकरियों में पक्षपात करते है। कवि और लेखकों ने इस पर बहुत कुछ लिखा है। कालीद

भू-माफियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करे: स्मृति ईरानी

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भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास तथा टेक्सटाइल मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने बचत भवन के सभागार में विधान सभा सलोन की बैठक की। बैठक में प्रदेश के राज्यमंत्री, आवास एवं शहरी नियोजन तथा व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग उत्तर प्रदेश सुरेश पासी के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए टेक्साटइल मंत्री स्मृति ईरानी ने जिलाधिकारी नेहा शर्मा, रायबरेली, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राकेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डी0के0 सिंह तथा जिला स्तरीय अधिकारियों का परिचय व उनके कार्यो के बारे में जाना तथा सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि विधानसभा सलोन में मेरे द्वारा कई क्षेत्रो का पूर्व में भ्रमण कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों की समस्याओं बारे में जाना गया है। जिसमें पीने के पानी, प्रधानमंत्री आवास, सड़क, पुल, राशन कार्ड, भूमाफियाओं द्वारा जमीनों पर अवैध कब्जा, सोकपित, शौचालय, कम्पोस्ट पिंट, कृषि, प्लास्टिक, स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, विद्युत सीएचसी, पीएचसी, मिशन इन्द्रधनुष आदि योजनाओं के बारे में जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए उन्होंने निर्देश दिये कि सभी योजनाओं को जम.ीनी स्तर पर लाने