संदेश

बैंक आफ बड़ौदा ने शाखाओं का किया समीक्षा

चित्र
बैंक आफ बड़ौदा, भारत का सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है, जिसने एक अद्वितीय परामर्श/विचार विमर्श की शुरुआत की है। एक ओर जहां रायबरेली क्षेत्र की सभी 101 शाखाओं ने अपने सालाना प्रदर्शन की समीक्षा की, बैंकिंग क्षेत्र के समक्ष उठने वाले मुद्दों पर विचार-विमर्श किया वहीं भविष्य की रणनीति पर भी विचार किया । परामर्श विचार विमर्श के दो दिनों की अवधि के लिए शहर के होटल गणेश में आयोजित किया गया था। सम्मेलन के पर्यवेक्षण के लिये बैंक के अंचल कार्यालय से सहायक महाप्रबंधक श्री मनोज शर्मा और बड़ौदा अकादमी के लर्निंग हेड संजय तिवारी दोनो दिन उपस्थित रहे। बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख अन्मय कुमार मिश्र ने सम्मेलन की अध्यक्षता की।  यह पहल बैंक द्वारा अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्घ्ध साधनों/संसाधनों जैसे वरिष्ठ नागरिक, किसान, छोटे उद्योगपति, उद्यमी, युवा, छात्र और महिलाएं, जिन्घ्हें अपनी आकांक्षाओं एवं जरूरतों को पूरा करने के लिये बैंक की आवश्यकता हो, की सहायता कर बैंक के अग्रिम को बढाने,प्रौद्योगिकी के नये रूप में उपयोग में वृद्धि और बड़े डेटा एनालिटिक्स को सक्षम बनाने और बैंकिंग को ज

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा 12 लाख रूपये की स्काॅलरशिप

चित्र
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आर.डी.एस.ओ. कैम्पस, लखनऊ के तीन मेधावी छात्रों वैष्णवी चैहान, आनन्द शर्मा एवं सृष्टि सिन्हा को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा 12 लाख रूपये की स्काॅलरशिप प्रदान की जायेगी, जिसमें प्रत्येक छात्र को चार लाख रूपये मिलेंगे। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. छात्रों को यह स्काॅलरशिप विज्ञान विषय में उच्च स्तरीय शिक्षा हेतु प्रदान की जायेगी, जिसके अन्तर्गत प्रत्येक छात्र को पाँच वर्षों तक प्रतिवर्ष रु. 80,000/- अर्थात कुल चार लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस के इन मेधावी छात्रों ने इस वर्ष की आई.एस.सी. (कक्षा-12) परीक्षा-2019 में अपने मेधात्व का अभूतपूर्व परचम लहराते हुए पूरे देश में 'टाॅप वन परसेन्ट' मेरिट सूची में स्थान अर्जित किया है एवं इसी अभूतपूर्व प्रदर्शन हेतु विज्ञान की उच्च स्तरीय शिक्षा हेतु इस प्रतिष्ठित स्काॅलरशिप हेतु चयनित किया गया है। सी.एम.एस. के इन मेधावी छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं शिक्षकों के अलावा स

शिक्षण संस्थाओं की बाजार लगी हुई है

चित्र
स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षा बन्धन की हार्दिक शुभकामनायें! हमारा प्रयास रहता है कि अनेकों समस्याओं के बावजूद  हम अपने पाठकों को सदैव निष्पक्ष और बेबाक रचनाकारों की रचनायें इण्डियन स्पीड के माध्यम से पाठकों तक पहुँचातें रहे। भारत की आजादी के लिए लाखों ज्ञात-अज्ञात लोगों  अपने प्राणों की आहूति दी, उनके महान बलिदान के बाद ही आज हम स्वतंत्र भारत के स्वतंत्र नागरिक हैं। हिंसा सर्वप्रथम मनुष्य के मन में आती है, उसके पश्चात जुबान पर उसके बाद सड़कों पर दिखाई देने लगती है। राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के भाषा पर भी नियत्रंण नहीं रहा। वर्तमान दौर में मध्यम और गरीब वर्ग के समक्ष मंहगाई और बेरोजगारी की समस्या और देश के सामने आतंकवाद और सीमा सुरक्षा जैसी विकराल समस्या का समाधान करना अहम है। लेकिन कुछ वर्षो से देखा जा रहा है कि देश में जाति-धर्म के नाम पर अधिक बहस हो रही है। राजनीतिक पार्टियाँ ऐसी भाषाओं का प्रयोग करने लगी कि उन्हें देश और जनता की मूलभूत समस्याओं से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है। राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। देश में शिक्षण संस्थाओं की बाजार लगी हुई है, संभवत

निशुल्क हेलमेट वितरित

चित्र
झांसी इलाइट चैराहे पर निशुल्क हेलमेट वितरण कार्यक्रम आयोजक गोकुल दुबे नगर निगम पार्षद श्रीमती सुशीला दुबे के द्वारा जिन दो पहिया वाहन चालकों के पास हेलमेट ना होने पर निशुल्क हेलमेट वितरण किए गए जिस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सदर विधायक रवि शर्मा व उनकी पत्नी श्रीमती सुनीता शर्मा व झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ ओ पी सिंह के द्वारा दो पहिया वाहन चालकों को रोककर जिनके पास हेलमेट नहीं होने के कारण उन दो पहिया वाहन चालकों को निशुल्क 501 लोगों को हेलमेट प्रदान किए गए व चालकों को समझाया गया कि जीवन सुरक्षित रखने के लिए वाहन चलाते समय हेलमेट अवश्य पहने और दूसरों को भी हेलमेट पहनने के लिए समझाएं जिससे वाहन दुर्घटनाओं में चालक का जीवन सुरक्षित रहे कार्यक्रम सफल होने के पश्चात आयोजक श्री गोकुल दुबे द्वारा आए हुए सभी मुख्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया   

सफल बदमाश बन जाता है

चित्र
जिस विचारधारा में मनुष्य परिभ्रमण करता है, वैसा ही स्वयं बनने लगता है, जो आदर्श, सिद्धांत, लक्ष्य, श्रद्धापूर्वक अंतरूभूमि में धारण किये जाते हैं, उनका एक साँचा तैयार हो जाता है। इस साँचे में गीली मिट्टी की तरह मनुष्य ढलने लगता है और यदि कुछ समय लगातार, दृढ़ता एवं श्रद्धापूर्वक यह प्रयत्न जारी रहे, तो जीवन पकी हुई प्रतिमूर्ति की तरह ठीक उसी प्रकार का बन जाता है।  चोरी, डकैती, ठगी, व्यभिचार, बेईमानी आदि दुष्कर्म कोई व्यक्ति यकायक नहीं कर बैठता। विचार बहुत पूर्व से उसके मन में चक्कर लगाते हैं, इससे धीरे-धीरे उसकी प्रवृत्ति इस ओर ढलती जाती है और एक दिन सफल बदमाश बन जाता है। यही बात भलाई के मार्ग में होती है। बहुत समय तक स्वाध्याय, सत्संग, चिन्तन, मनन करने के उपरान्त उत्तम विचारों के संस्कार दृढ़ होते हैं, तब कहीं प्रत्यक्ष जीवन में वे लक्षण प्रगट होते हैं और वह वैसा बन जाता है। पदार्थ विज्ञान के ज्ञाताओं को विदित है कि समान श्रेणी के पदार्थों की सहायता से सूक्ष्म तत्त्वों का आकर्षण और प्रगटीकरण हो सकता है। गन्धक, फास्फोरस, पुटाश, सरीखे अगिनतत्त्व प्रधान पदार्थों का अमुक प्रक्रिया के साथ संघ

राज्य स्तरीय दंगल में महिला-पुरूष की कुश्तियां बनी आकर्षण, पहलवानों ने दिखाए अच्छे दाँव-पेंच

रक्षाबंधन पर्व एवं  स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर 15 अगस्त को बरूआसागर में सम्पन्न हुए राज्य स्तरीय विराट दंगल-निशानेवाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद पंड़ित अनुराग-विश्वनाथ शर्मा ने वैदिक मंत्रों के साथ फीता काटकर किया। इस दौरान उक्त कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा के जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा- नगरपालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि ओमी कुशवाहा- भाजपा के बड़ागांव मंडल अध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।' किले के पास स्थित आयोजित दंगल प्रतियोगिता में मुख्य रूप से चैलेंज कुश्ती शैतान सिंह और जोगिंदर गुर्जर मुरैना के बीच हुई जिसमें जोगिंदर गुर्जर मुरैना ने मात्र 3 मिनट में शैतान सिंह पर विजय प्राप्त की इसके साथ ही चैलेंज कुश्ती कर्मवीर और गजेंद्र के बीच एवं धर्मवीर और सुमित के बीच हुई जो कि दोनों बराबर पर रहे एवं एक कुश्ती मनीष त्यागी और अवतार सिंह के बीच हुई जिसमें अवतार सिंह विजयी रहे।' 'इसी क्रम में महिला कुश्ती में पहली कुश्ती निधि और करीम बरुआसागर के बीच हुई जिसमें निधि विजई रही एवं हेमा और जितेंद्र बरुआसागर के बीच हुई जिसमें हे

झांसी शस्यश्यामला वृक्ष सेवा संस्थान द्वारा दो हजार वृक्षारोपण

चित्र
शस्यश्यामला वृक्ष सेवा संस्थान, झांसी द्वारा दो हजार से अधिक वृक्षारोपण किया गया पूर्व में संस्थान ने 1000 पौधे लगाने का संकल्प लिया था विकास के कारण मानव जीवन में सुविधाओं और संसाधनों की बढ़ोतरी तो होती जा रही है सुविधाओं और संसाधनों के चलते वातावरण दूषित और विषैला होकर तरह-तरह की बीमारियों को जन्म दे रहा है। जिस को कम करने का एकमात्र उपाय अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण ही है साथ में वृक्षों की अंधाधुंध कटान को रोकते हुए वृक्षों के साथ रोपित किए गए पौधों का संरक्षण भी अत्यंत आवश्यक है। इसी वृक्षों के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए संस्थान ने सर्वप्रथम ग्राम पंचायत खैरा बबीना में झांसी-ललितपुर रोड पर स्थित हनुमान मंदिर के प्रांगण में सागौन, चितवन, कंजी सहजन, आंवला और बहेड़ा आदि के लगभग 300 पौधों का सुमित पांडे के संरक्षण में वृक्षारोपण किया गया। गेटसो संस्थान द्वारा नगर निगम क्षेत्र के सी-34 रेलवे इंस्टीट्यूट झांसी में लगभग 200 वृक्षों के पौधों का पायल शरना के संरक्षण में वृक्षारोपण किया गया। पाल कॉलोनी में कमल किशोर साहू के संरक्षण में 150 पौधे एवं सारंध्रा नगर हंसारी में वहीं सबसे अ