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रायबरेली जनपद पूरी तरह से लाॅकडाउन दिख रहा है

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जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना के निर्देश पर लाॅकडाउन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। जो क्षेत्र हाॅट-स्पाटस है उनमें विशेष सर्तकता बरती जा रही है जगह-जगह सेनेटाइजेशन व दवा का छिड़काव जिसमें सब्जी मण्डी, नेहरू नगर, विकास भवन, कलेक्ट्रेट, इन्दिरा नगर, बस्तेपुर, एकता नगर, अमरेशपुरी कालोनी, राना नगर आदि में किया जा रहा है। लाॅकडाउन के दुसरे चरण में 10वें दिन रेलवे स्टेशन, घंटाघर, डिग्री कालेज चैराहा, सुपर मार्केट, अस्पताल चैराहा, जेल रोड, पुलिस लाईन चैराहा आदि जगह पर पास धारकों का ही आवागमन देखने को मिला। पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई के निर्देश पर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तेद है। डीएम-एसपी ने पवित्र रमजान को देखते हुए आमजन से कहा है कि नमाज व इफ्तार आदि अपने-अपने घरों में सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए करे। 

वृद्ध महिला हाशमी बेगम मास्क तैयार कर आमजन को निःशुल्क दे रही है

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मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता आज जहां पूरा देश लॉकडाउन की स्थिति में अपने-अपने घरों में है। वही समय का सदपयोग कोरोना जैसी गंभीर बीमारी को देखते हुए जनपद रायबरेली की खिन्नी तल्ला में रहने वाली हाशमी बेगम ने अपने घर पर ही कपड़े से ही हजारो मास्क बना कर गरीबो में वितरण कर रही है। हाशमी बेगम ने बताया कि आज सभी व्यक्तियों को मास्क की जरूरत है तो इसलिए मैंने सोचा कि घर मे खाली टाइम में क्यों न मास्क बना कर गरीबो को वितरण किया जाए और उसी दिन से हाशमी बेगम ने 20 मीटर कपड़ा लेकर मास्क बनाना शुरू कर दिया और वे निरन्तर मास्क को जरूरत मंद को दे रही है। इस काम उन्हें खुशी मिलती है वह एक समाज सेवा का भी कार्य कर रही है। 

कालाबाजारी व जमाखोरी को रोकने के लिए आवश्यक वस्तुओ के नई बिक्री दर निर्धारित

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जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना ने कालाबाजारी व जमाखोरी को रोकने के लिए आवश्यक वस्तुओं की बिक्री दर तालिका जारी कर दी गई। दुकानदारों को निर्देशित किया गया है कि बिक्री दर तालिका के अनुरूप ही समानों की आमजनमानस को दें।  वस्तुओं में जिसमें गेहूँ थोक भाव 1925 कु0 व फुटकर 19.50, चावल थोक 2200-3000 कु0 व फुटकर 23 व 32 रूपये कि0ग्रा0, आटा थोक 2200-2300 कु0 व फुटकर 24-25 रूपये कि0ग्रा0, मैदा थोक 2400 कु0 व फुटकर 25-26 रूपये कि0ग्रा0, दाल अरहर थोक 8600-8800 कु0 व फुटकर 88-90 रूपये कि0ग्रा0, चना दाल थोक 5400-5600 कु0 व फुटकर 55-60 रूपये कि0ग्रा0, सरसो का तेल थोक 9600 कु0 व फुटकर 100 रूपये कि0ग्रा0, सोयाबीन रिफाइन्ड थोक 9700 कु0 व फुटकर 105 रूपये कि0ग्रा0, चीनी थोक 3600 कु0 व फुटकर 40 रूपये कि0ग्रा0, सेब थोक 6500-7000 व फुटकर 70-75 रूपये कि0ग्रा0, संतरा थोक 3500-4000 कु0 व फुटकर 40-45 रूपये कि0ग्रा0, अनार थोक 8000 व फुटकर 85 रूपये कि0ग्रा0, आम थोक 6000-7000 व फुटकर 65-75 रूपये कि0ग्रा0, अंगूर थोक 3500-4000 कु0 व फुटकर 40-50 रूपये कि0ग्रा0, पपिता थोक 2000-2500 कु0 व फुटकर 25-30 रूपये कि0ग्रा0

आपातकालीन स्थिति में कला विषय पर परिचर्चा

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शाश्वत साहित्यिक सामाजिक सांस्कृतिक संस्था द्वारा रंग संवाद ऑनलाइन परिचर्चा ‘आपातकालीन स्थिति में कला’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें वरिष्ठ नाट्य साहित्यकार श्री अजीत पुष्कर की अध्यक्षता में शहर के रंग कर्मियों ने उक्त विषय पर अपने अपने विचार रखें शहर की वरिष्ठ रंगकर्मी मीना उरांव ने कहा कि कला और साहित्य करो बहुत व्यापक होता है हम देखते हैं कि जब जब हमारे सामने आपातकालीन स्थिति आती है तब तक कला और साहित्य से हमें बल मिलता है इसी क्रम में शहर की युवा निर्देशक आलोक नायर ने कहा इस समय पूरी दुनिया जिस संक्रमण से जूझ रही है उसके संक्रमण होने के तीव्रता के कारण इस वायरस ने हम लोगों को बहुत दूर कर दिया है ऐसे समय में रहकर रंगमंच जो एक जीवंत कला होने के साथ सामूहिक कला भी है इससे प्रभावित हुई है रंगकर्मी ज्योतिर्मयी हिंदुस्तान अकैडमी की अभिव्यक्ति के तमाम रास्ते हैं जिनके माध्यम से अपने नीचे को समाज से जोड़ा जा सकता है इसी क्रम में समन्वय रंगमंडल की सचिव सुषमा शर्मा कहती है किसी भी देश में कला की स्थिति उस देश के लोगों की बौद्धिक क्षमता उच्चता को निर्धारित करती है आधारशिला के सचिव

काव्य का व्यापक संसार है गीता की कविताओं में: उमा सहाय

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महिला काव्य मंच प्रयागराज इकाई के तत्वावधान में आनलाइन समीक्षात्मक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रयागराज के मंचों की सुपरिचित कवियत्री गीता सिंह के कविताओं के विभिन्न पहलुओं पर प्रयागराज की वरिष्ठ कवयित्रियों के मध्य चर्चा की गई। वरिष्ठ साहित्यकार देवयानी जी ने एक ओर गीता सिंह की कविताओं में लयात्मकता, स्त्रीत्व का परिपूर्णता देखी तो वहीं उनके काव्य को ग्रामीण परिवेश से जुड़ा हुआ भी पाया। प्रकृति के प्रति मानव के अत्याचार के खिलाफ सचेत भी करती हैं गीता सिंह की रचनाएं। कविता, कहानी, संस्मरण हर क्षेत्र में सक्रिय मीरा सिन्हा ने इनकी कविताओं को प्रेम, त्याग और सामर्थ्य और सहित स्त्री के हर भाव से परिपूर्ण पाया तो वहीं आत्मावलंबन और मानव की जिजीविषा का भी उनकी कविताओं में समावेश स्पष्ट रुप से देखा। मधुशाला नामक कविता में अध्यात्म का आत्बोध भी स्पष्ट परिलक्षित पाती है। गीता सिंह की कविताओं में प्रकृत्ति का सम्मान और सम्पूर्ण सृष्टि को हरा भरा देखने की चाहत दिखाई देती है। यह कहना है वरिष्ठ कवियत्री कविता उपाध्याय का। उन्होंने कहा कि बांस के विकास क्रम को स्त्री के जीवन चक्र स

घर पर ही रहिए प्रभु!

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19 फरवरी टोटल केस: 3 19 मार्च टोटल केस: 198 19 अप्रैल टोटल केस:  17 हजार से भी अधिक , और आप हम सोच रहे हैं कि तीन मई के बाद सब कुछ पहले जैसें सामान्य हो जाएगा! घर पर ही रहिए प्रभु! भारत की जनसंख्या लगभग = 135 करोड़ यदि प्रतिदिन 1 लाख व्यक्तियों की कोविड-19 संक्रमण की जाँच की जाए तो 13500 दिन या लगभग 37 साल लगेंगे लगभग 135 करोड़ लोगों की जांच करने में और इतने समय मे भारत पूरी तरह कोरोना से खत्म हो चुकेगा। अब यदि हम इस टेस्टिंग को 10 लाख व्यक्ति प्रतिदिन भी कर दें तो भी 1350 दिन अर्थात लगभग पौने 4 साल लग जाएंगे लगभग 135 करोड़ लोगों की टेस्टिंग करने में और इतना समय भी पर्याप्त है देश को खत्म होने में। छोटी सी बात समझ नही आ रही तो अमेरिका को देख लो । लॉकडाउन को अंडर एस्टीमेट करके ,टेस्टिंग पर जोर देने का नतीजा 30 लाख से ज्यादा टेस्टिंग करने के बाद भी 40 000 नागरिकों की मौत हो चुकी है और लगभग 7 लाख लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इसमें लॉकडाउन के साथ ट्रेसिंग ,टेस्टिंग दोनों शामिल है। बिना लॉकडाउन किये ,इतनी बड़ी आबादी को कोरोना से बचना असंभव है। इसलिए सरकार के सभी निर्देशो का पालन करे और ज्याद

चिकित्सक पूरी तरह संतुष्ट

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जनपद रायबरेली में 21 अप्रैल कोे 33 कोरोना पाजिटिव मरीज व 22 अप्रैल को 08 कोरोना पाजिटिव मरीज कुल 41 की रिपोर्ट प्राप्त होने पर पाये गये थे, जिन्हें प्रशासन द्वारा कृपालु हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर मुंशीगंज में कोरेटाइन हेतु रखा गया था। उनके उच्च व बेहतर स्वास्थ्य व उपचार हेतु बछरावा स्थित राजकीय आश्रम ़पद्धति बालिका इण्टर कालेज रैन बछरावा में शिफ्ट कर दिया गया है तथा कोरोना मरीजों की बेहतर देख-भाल की जा रही है। कोरोना पाजिटिव मरीजो की देख-भाल के लिए चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ को उनकी इच्छानुसार गीतांजली गेस्ट हाउस बछरावां फेस-2 में रखा गया है। सभी चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ द्वारा मौखिक व लिखित रूप से अवगत कराया गया है कि अब हमे किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नही है हम समस्त सुविधाओं से पूरी तरह से संतुष्ट है। चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ को बेहतर खान-पान सहित, पानी, बिजली आदि व्यवस्थाएं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह जानकारी मुख्य विकास अधिकारी, रायबरेली अभिषेक गोयल द्वारा दी गई है।