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ऋषभ शेट्टी ने हमारी सस्कृति और परंपरा को दुनिया के नक्शे पर रक्खा है

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- विशेष संवाददाता  ऋषभ शेट्टी की फिल्म कांतारा बाॅक्स आॅफिस पर काफी धमाल मचा रही है और सुपरहिट हो गई है। इस फिल्म में दक्षिण की मूल की संस्कृति और परंपरा को अच्छी तरह से चित्रित किया गया है। जिसे देखने फिल्मों के सुप्रसिद्ध मार्शल आर्ट एक्सपर्ट चीता यजनेश शेट्टी गए थे। वे फिल्म व अभिनेता ऋषभ शेट्टी से काफी प्रभावित हुए। इस फिल्म के निर्माण के दौरान अभिनेता ऋषभ शेट्टी से उनकी बातचीत टेलीफोन पर हुई थी। यजनेश शेट्टी चाहते थे कि ऋषभ उनके लिए एक फिल्म निर्देशित करें। लेकिन ऋषभ शेट्टी अपनी फिल्म कांतारा में व्यस्त होने के बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई। लेकिन फिल्म को देखने के बाद यजनेश शेट्टी काफी प्रभावित हुए और चीता यजनेश शेट्टी कहते है, फिल्म कांतारा देखना एक दावत है, हमारी संस्कृति, मूल्यों और परंपरा का पालन करने के लिए हर युवा के लिए एक आंख खोलने वाले ऋषभ शेट्टी को धन्यवाद। हमारी परंपरा और संस्कृति को दुनिया के नक्शे पर ले आये और दुनियाभर में पहुंचाया। मैंगलोर व उडपी के गांव के कल्चर पर फिल्म बनाया है। घर के देवता पुंजुरली और गुलिगा को बहुत अच्छी तरह से दिखाया गया है। ऋषभ शेट्टी, रक्षित रक्षित

अब दीपावली की मान्यताओं में भी अन्तर आ चुका है

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मनोज मिश्रा द्वारा संकलित दीपावली उत्साह का पर्व है। अधिकतर ग्रंथों में इस पर्व को दीपावली और कहीं-कहीं दीपमालिका (भविष्योत्तर, अध्याय 14 उपसंहार) की संज्ञा दी हैं वात्स्यायन कामसूत्र 1.4.82 के अनुसार ‘यक्षरात्रि’ तथा राज मार्तण्ड 1346-1348 के आधार पर ‘सुखरात्रि’ कहते हैं। निर्णय सिंधु, काल तत्व विवेचन (पृ.315) के अनुसार यह पर्व चतुर्दशी, अमावस्या एवं कार्तिक प्रतिपदा इन तीनों दिनों तक मनाया जाने वाला कौमुदी-उत्सव के नाम से प्रसिद्ध है। मूलतः दीपोत्सव ‘श्री’ अथवा लक्ष्मी का आवहन-पर्व है। लक्ष्मी की चर्चा श्री’ धन-देवी हैं तथा भगवान विष्णु की पत्नी हैं। जब हरि ने बावन रूप धारण किया तो लक्ष्मी पद्म कमल के रूप में अवतरित हुई। जब विष्णु परशुराम के रूप में आए तो लक्ष्मी ‘धरनी’ कहलायीं। राम के साथ सीता तथा कृष्ण के साथ रूक्मिणी बनकर वे सदैव विष्णु की पत्नी बनती आयी है। पुरातन संस्कृति को जीवित रखने के लिए हम दीपावली का पर्व हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाते हैं। वस्तुतः दीपावली का उत्सव 5 दिनों तक, पाँच कृत्यों के साथ मनाया जाता है यथा-धनतेरस अर्थात् धन-पूजा, नरक चतुर्दशी अर्थात् नर

पाँच छात्रों को 20 लाख रूपये की स्कालरशिप

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 सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस लखनऊ के पाँच मेधावी छात्रों को भारत सरकार ंके विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा 20 लाख रूपये की स्कॉलरशिप से नवाजा गया है। स्कॉलरशिप हेतु चयनित इन छात्रों में अंशुमान तिवारी, गुरलीन कौर, कौशिकी साहू, संकल्प शर्मा एवं युवराज सिंह शामिल हैं। प्रत्येक छात्र को बतौर स्कॉलरशिप उच्चशिक्षा हेतु चार लाख रूपये मिलेंगे, इस प्रकार सभी पाँच छात्रों को कुल 20 लाख रूपये की स्कॉलरशिप प्रदान की जायेगी। एम.एस. छात्रों को यह स्कॉलरशिप विज्ञान विषय में उच्च स्तरीय शिक्षा हेतु प्रदान की जायेगी, जिसके अन्तर्गत प्रत्येक छात्र को पाँच वर्षों तक प्रतिवर्ष रु. 80,000ध्- अर्थात कुल चार लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने सी.एम.एस. के इन होनहार छात्रों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य कामना की।इन मेधावी छात्रों ने इस वर्ष की आई.एस.सी. (कक्षा-12) परीक्षा-2022 में अपने मेधात्व का अभूतपूर्व परचम लहराते हुए पूरे देश में ‘टॉप वन परसेन्ट’ मेरिट सूची में स्थान अर्जित किया है एवं इसी अभूतपूर्व प्रदर्शन हेतु इन

वृद्धों का समय-समय स्वास्थ्य परीक्षण करने के दिये निर्देश

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जिलाधिकारी  रायबरेली  श्रीमती माला श्रीवास्तव ने आईटीआई के निकट वृद्धा आश्रम में  दीपावली पर्व के अवसर पर दीपक को जलाया और कहां कि वृद्धो को जागरूक करते हुए उनको पूरी तरह से स्वस्थ रखना है। यह तभी सम्भव है जब समय-समय पर वृद्धो के लिए चिकित्सा शिविर भी वृद्धाश्रम में लगता रहे उनकी देखभाल होती रहे। उन्होंने कहा कि वृद्ध जनों के लिए प्रशासन का पूरा सहयोग है। उनका जीवन अच्छी तरह से गुजरे यही मेरी ईश्वर से कामना करती हूँ कि स्वस्थ और समृद्ध रहे। उन्होंने निर्देश दिये कि वृद्धआश्रम के संचालक वृद्धों के लिए जितना भी अच्छे से अच्छा हो सके उनके लिए करे। उन्होंने कहा कि किसी भी वृद्धजन को स्वास्थ्य सम्बन्धित आदि कोई दिक्कत न होने पाये। उन्होंने वृद्धों के लिए स्वास्थ्य के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये है कि वह वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण आदि कराकर उनका स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाए। जिससे कि उनके स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार की दिक्कत न होने पाये।  जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने कहा कि वृद्ध देश व समाज के स्तम्भ हैं जो जिनके नजदीक रहकर उन्हें वास्तविक सम्मान देकर उनसे बहुत कुछ

अभिभावक ने बच्चों में अनोखी खेल प्रतिभा देखी

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सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (द्वितीय कैम्पस), लखनऊ द्वारा ‘वार्षिक खेलकूद समारोह’ का भव्य आयोजन आज सी.एम.एस. कानपुर रोड के खेल मैदान में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने अपनी अभूतपूर्व खेल प्रतिभा से अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया एवं चुस्ती-फुर्ती से परिपूर्ण फिजिकल फिटनेस एक्टिवटी द्वारा इण्डिया फिट एण्ड यंग का सन्देश दिया। सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने खेल ध्वज फहराकर खेलों का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में डा. गाँधी ने कहा कि खेल का मैदान ऐसा है जहां अनेक गुण पैदा होते हैं। चरित्र का निर्माण होता है और छात्र एकता की भाषा सीखते हैं। इन नन्हें-मुन्हें छात्रों में असीम प्रतिभा छिपी है। हमें आशा है कि यह नई पीढ़ी संसार में क्रान्ति लायेगी व पूरे विश्व को एक सूत्र में बांधेगी। कार्यक्रम का शुभारम्भ स्कूल प्रार्थना, सर्व-धर्म प्रार्थना एवं विश्व एकता प्रार्थना से हुआ। इसके उपरान्त छात्रों ने मार्च पास्ट का शानदार प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। खेल प्रतियोगिताओं के अन्तर्गत सर्वाधिक पदों के लिए नन्हें खिलाड़ियों के बीच पूरी जोर आज़माइस रही।

हर्षोल्लास से मनाई दीपावली रामलीला का किया मंचन

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सिटी मोन्टेसरी स्कूल लखनऊ के सभी 21 कैम्पस के 59,000 से अधिक छात्रों ने आज अपने - अपने विद्यालयों में हर्षोल्लास के साथ दीपावली समारोह मनाया। मुख्य समारोह सी . एम . एस . गोमती नगर ( प्रथम कैम्पस ) में सम्पन्न हुआ , जहाँ सी . एम . एस . छात्रों ने रामलीला का मंचन कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के आदर्शो का अनुकरण करने के साथ ही शिष्टता व शालीनता पूर्व प्रकाशोत्सव को मनाने की सीख दी गई। इस अवसर पर सी . एम . एस . के सभी 59,000 से अधिक छात्रों ने पटाखा रहित दीवाली मनाने का लिया संकल्प लिया और अपने पास - पड़ोस के बच्चों को भी इस बारे में जागरूक करने की आवाज बुलन्द की। इस अवसर पर सी . एम . एस . के विभिन्न कैम्पस की प्रधानाचार्याओं ने समस्त देशवासियों खासकर स्कूली बच्चों से अपील की कि वे देश हित में , समाज हित में , पर्यावरण के हित में एवं स्वयं खुद के जानमाल के हित में पटाखा रहित दीवाली मनाएं और बुराई से अच्छाई की ओर अग्रसर हो। सी . एम . एस . संस्थापक

दुकान में कोई खुली आतिशबाजी न रखें, न करे प्रदर्शित

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  जिलाधिकारी रायबरेली श्रीमती माला श्रीवास्तव ने दीपावली पर्व को दृष्टिगत आतिशबाजी को देखते हुए पुलिस अधीक्षक, एडीएम, नगर मजिस्ट्रेट, समस्त एसडीएम आदि को निर्देश दिये है कि दीपावली पर्व पर आतिशबाजी के सम्बन्ध में सभी सुरक्षात्मक उपाय करते हुए यह सुनिश्चित किया जाय कि पटाखों के विनिर्माण, भण्डारण व विक्रय एवं आतिशबाजी के समय किसी प्रकार की दुर्घटना घटित न होने पाये जिससे किसी भी प्रकार की सम्भावित जन-धन हानि को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि दीपावली के पर्व पर जनपद में स्थायी तथा अस्थायी लाइसेंस धारकों द्वारा पटाखों का भण्डारण एवं विक्रय किया जाता है। लाइसेन्स की शर्तों का शत-प्रतिशत अनुपालन न करने तथा असावधानी के कारण कभी-कभी बड़ी दुर्घटनाएं घटित होती है, जिसके कारण जन-धन की हानि होती है। पुलिस तथा अग्निशमन विभाग की देखरेख में विस्फोटक नियम 2008 के सुसंगत नियमों एवं कोविड-19 के नियमों का पालन सुनिश्चित कराते हुए ही आतिशबाजी की दुकानें लगाई जाये। जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने शासन द्वारा दिये गये निर्देशों की जानकारी देते हुए बताया है कि पटाखों के दगाने के स्थान से 4 मीटर की दूरी प