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उत्तर प्रदेश की 20 सीटों पर चल रहा है कड़ा मुकाबला: यशवंत देशमुख

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ऐसी चर्चा है कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी गठबंधन इंडिया मजबूत हो रहा है और अब वह यहां 20 सीटों पर भाजपा को टक्कर देने की स्थिति में है... - अनुभव मिश्रा यूपी लोकसभा चुनाव 2024-लोकसभा चुनाव का जब बिगुल बजा तब सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा हुई कि उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक तरफा चुनाव जीत सकती है। मगर अब जैसे-जैसे दिन गुजर रहे हैं, वैसे-वैसे चुनावी माहौल भी बदल रहा है। अब ऐसी चर्चा है कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी गठबंधन इंडिया मजबूत हो रहा है और वह यहां 20 सीटों पर भाजपा को टक्कर देने की स्थिति में है। यह कहना है सी-वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख का उन्होंने बताया कि यूपी में 80 में 60 सीटें ऐसी हैं, जहां पर आप भाजपा को सेफ बोल सकते हैं। मगर 20 सीटें ऐसी हैं, जहां पर पेंच फंसा हुआ है। उन 20 में से 7 सीटों पर विपक्ष यानी इंडिया घटबंधन हमारे आंकड़ों में आगे है और 13 सीटों पर बहुत कम मार्जिन से पीछे है। आने वाले हफ्तों में या तो यह मार्जिन बढ़ेगा या मार्जिन घटेगा। अगर यह मार्जिन घटा तो यह टी 13 सीटें फ्लिप भी हो सकती हैं। अगर मार्जिन बढ़ा तो अपोजिशन की जो 7 सीटें

आग की लपेट से किसान का फसल खाक हुआ

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- सत्य प्रकाश मिश्रा, ब्यूरो चीफ सोनभद्र जनपद सोनभद्र के ग्राम जमगांई में दशमी यादव पुत्र तिलक का लगभग दो से ढाई बिघा गेंहू जलकर खाक हो गया बताया गया कि दोपहर 12 बजे आग एका-एक लग गयी। गांव के ग्रामीण इकट्ठा होते-होते बाल्टी लेकर आग बुझाते तब तक पता चला कि आग गाँव में पहुचने लगी।  प्रभु की महिमा रहेगी ग्रामीण किसान इकट्ठा होकर आग बुझाने पर कामयाबी पये, लेकिन गेहूं जल के खाक हो गया और गांव में आग नहीं पहुंच पाई जिसमें कुछ गायें भी झुलस गई। और उसके बछड़े भाग कर निकल गए। आग बुझाने में कुछ लोगों को चोट भी आई हैे। पीड़ित के पुत्र से बात करने में पता चला कि राजस्व विभाग द्वारा कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं रहा लेखपाल को फोन किया गया तो लेखपाल ने कहा कि आप वीडियो बनाकर भेज दीजिए आज छुट्टी पर है रामनवमी की छुट्टी है कार्यवाई कल से शुरू करेंगे।  किसान द्वारा एसडीएम और 112 नम्बर को फोन किया गया और 112 नम्बर मौके पर सूचना मिलते ही पहुची और राजस्व विभाग के कोई भी आला अधिकारी नहीं आए।  

श्री रूद्रेश्वर मंदिर पर विशाल भंडारे का आयोजन

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- मनोज मिश्रा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 17 अप्रैल को श्री रामनवमी और भगवान श्री राम जी के 500 वर्षो से लंबित अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनने एवं भगवान श्रीराम जी की मूर्ति स्थापना के शुभ अवसर पर श्री रूद्रेश्वर मंदिर निकट आयकर भवन अशोक मार्ग लखनऊ पर 31 वां  विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है।  विशाल भंडार आयोजन नागेन्द्र सिंह चैहान हजरतगंज राम तीरथ वार्ड, पार्षद लखनऊ ने किया। इस पावन अवसर पर शिव शंकर मिश्रा, कन्हैया पुजारी, सुनील अग्रवाल, शैलेन्द्र सिंह, वी.पी. सिंह, राजकुमार तिवारी, वेद प्रकाश तिवारी, संजय आर्य, दिलीप दास, मुकेश, निरज अग्निहोत्री, विश्वनाथ, देवांश, अखिलेश, आलोक, अरविन्द, मनोज, संदीप, रणजीत, अरूण, विशाल सहित भारी संख्या में क्षेत्रवासियों ने विशाल भंडार प्रसाद ग्रहण किया।    

नवरात्र के अंतिम दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, दुर्गा मां पर भक्तों

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  - मनोज मिश्रा नवरात्र के अंतिम दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की उमड़ी मंदिरों में मेले जैसा माहौल रहा। जिसमें बच्चों के लिए कई प्रकार के झूले, महिलाओं की खरीदारी के लिए विभिन्न प्रकार के सामान, खाने-पीने की दुकानें लगी हैं। देवी दर्शन के लिए पहुंचे भक्तों ने बाजार में भी खरीदारी की। नवरात्र के आखिरी दिन माता के दरबार में भी हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ रही। भक्तों ने विधिवत पूजा-अर्चना की। माता की विधिवत पूजा-अर्चना कर सभी की खुशहाली की कामना कर रहे है। वहीं सोलन स्थित शूलिनी मंदिर में भजन-कीर्तन से माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना हुआ है।  राजधानी लखनऊ में लगभग 160 वर्ष पुराना काली बाड़ी मन्दिर, घसियारी मण्डी का मन्दिर प्रचीनतम मन्दिरों में से एक आस्था एवं विश्वास का बड़ा धर्मिक स्थल है। नवरत्रि के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने भक्तों ने पूजा-अर्चना कर सभी की खुशहाली की कामना कर रहे है।   

देवघर का मनोकामना बजरंगबली मंदिर

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आध्यात्मिक नगरी देवघर में रामनवमी को लेकर हर्षोल्लास  से मनाया जा रहा है। पूरे देश में रामनवमी की धूम देखी जा रही है चारों ओर राम धुन से पूरा माहौल भक्तिमय है। वहीं धर्म और आध्यात्मिक नगरी देवघर में रामनवमी को लेकर हर्षोल्लास देखी जा रही है। देवघर के सबसे पुराने बजरंगबली के मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिर के मुख्य पुजारी उत्तम पंडित बताते हैं कि जिस तरह से यहां पर बाबा बैद्यनाथ मनोकामना लिंग माने जाते हैं इस तरह से देवघर का स्टेशन रोड का बजरंगबली भी मनोकामना बजरंगबली है, यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।

शिवम सिंह ने रायबरेली का नाम रोशन किया

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रायबरेली में विकास भवन के सामने पिता छोटी सी गुमटी में स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं, बेटे शिवम सिंह ने UPSC  एग्जाम में हासिल की 877वीं रैंक इससे पहले PCS एग्जाम में आई थी 38वीं रैंक, एसडीएम रहते हुए करते रहे तैयारी, अब मिली सफलता   - प्रमोद कुमार उप संपादक UPSC एग्जाम में हासिल की 877वीं रैंक हासिल करने वाले शिवम सिंह के पिता राम नरेश सिंह रायबरेली के विकास भवन के बाहर सालों से छोटी सी स्टेशनरी की दुकान लगाते हैं। उनका आवास रायबरेली शहर के प्रगतिपुरम है। शिवम सिंह अपनी इस कामयाबी का श्रेय माता-पिता को देते हुए शिवम कहते हैं कि उनकी ही बदौलत वह आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं और सही मायने में बंधाई के पात्र वही दोनों लोग हैं। शहर के सेंट पीटर्स स्कूल के छात्र रहे शिवम कहते हैं कि सीमित संसाधनों के बावजूद पिता ने पढ़ाई में कोई अड़चन आड़े आने नही दी। 12वीं के बाद लखनऊ के एक निजी इंजीनियर कालेज से बीटेक पढ़ाई पूरी की फिर धनबाद के आई.आई.टी. से एमटेक करने का अवसर मिला। एमटेक करने के दौरान ही निजी कंपनी में प्लेसमेंट हुआ, पर उसमें ज्वाइन न करते हुए सिविल सर्विसेज की तैयारी में लग गए वैसे तो शिवम सिंह क

सफलता न मिले धैर्य नहीं खोना चाहिए दोबारा दोगुने उत्साह के साथ प्रयास करना चाहिए: आदित्य श्रीवास्तव

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ज्ञान की रोशनी आदित्य श्रीवास्तव ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया - प्रमोद कुमार, उप संपादक लखनऊ के रहने वाले आदित्य श्रीवास्तव ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहला स्थान हासिल करके राजधानी का नाम रोशन किया है। आदित्य श्रीवास्तव इस समय अंडर ट्रेनी आईपीएस आफिसर के रूप में हैदराबाद में तैनात हैं। रिजल्ट जारी होते ही एल्डिको आई.आई.एम. रोड स्थित उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। आदित्य के पिता अजय श्रीवास्तव सेंट्रल आडिट डिपार्टमेंट में सहायक लेखाकार के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मां आभा श्रीवास्तव गृहिणी, दादा शिवराम श्रीवास्तव आई.टी.आई. से सेवानिवृत्त और छोटी बहन प्रियांशी नई दिल्ली में सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। सीएमएस अलीगंज से 12वीं पास करने के बाद आदित्य ने आई.आई.टी. कानपुर से बीटेक एवं एमटेक किया और कुछ दिनों के लिए निजी कंपनियों में नौकरी करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। पहली बार प्रारंभिक परीक्षा में सफलता नहीं मिली। पिछली परीक्षा में 236वीं रैंक के साथ आईपीएस के रूप में चयनित होने के बाद अब आईएएस बनने में सफलता हासिल की है स