आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं
पृथ्वी, मानव तथा खगोल पिंडों का अध्ययन, उनके परस्पर संबन्धों तथा पड़ने वाले प्रभावों का ही नाम ज्योतिष है। पुराण के अनुसार जो मनुष्य जिस स्थान पर रहता है, उसका भाग्य उस स्थान से जुड़ा रहता है। उसका उस स्थान से अदृश्य संबन्ध होता है, तथा जातक की समस्याओं का दो तिहाई समाधान उसके घर या कार्यस्थल के आस-पास ही मौजूद रहता है। किन्तु मनुष्य उस समाधान तक पहुँच नही पाता है। प्राचीन श्रृषि-मुनियों का यह मत था कि जो मनुष्य अपने आसपास पास मे मौजूद प्रकृति के निकट जितना अधिक रहेगा, वह उतना ही सुखी, स्वस्थ एवं संन्तुष्ट रहते है। इस लेख में कुछ ऐसे सरल और सर्वसाधारण को उपलब्ध उपायों को प्रस्तुत किया जा रहा है। जिन्हें अपनाकर मनुष्य आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पा सकता है। धन, पृथ्वी में उत्पन्न सभी वस्तुयें है जिनकी व्यक्ति के पास उपलब्धि ही उसे धनी बनाती है। संसार की समस्त छोटी-बड़ी वस्तुओं जो मनुष्य के जीवन को अनुकूलता प्रदान करती है। षुक्र ग्रह के अन्र्तगत आती है। षुक्र स्वर्ग, भोग-विलास की वस्तुओं, नगद, मकान, कार, टेलीविजन, फ्रिज व अन्य सौन्दर्य व विलास की वस्तुओं का प्रतीक है। धन तक पहुँचने का रास्ता