संदेश

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर वर्चुअल योगा मीट का आयोजन

चित्र
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) द्वारा  पाँचवे इण्टर-स्कूल योगा मीट का आनलाइन आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि श्रीमती संयुक्ता भाटिया, मेयर, लखनऊ, ने योगा मीट का आनलाइन शुभारम्भ किया तथापि इस अवसर पर देश-विदेश की प्रख्यात हस्तियों ने अपनी आनलाइन मौजूदगी से समारोह की गरिमा में चार-चाँद लगा दिये। इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी, योगगुरू श्री अशोक केवलानी एवं कर्नल सत्यवीर सिंह के अलावा सी.एम.एस. के सभी कैम्पसों की प्रधानाचार्यायें एवं बड़ी संख्या में गणमान्य हस्तियों व योग प्रेमियों ने आनलाइन जुड़कर योग से निरोग का संदेश सारे विश्व में प्रवाहित किया। समारोह में बैंकाक से सुश्री गरिमा परमार, योगा ट्रेनर एवं इण्डोनेशिया से श्रीमती अमरप्रीत कौर ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। योगा मीट की विभिन्न प्रतियोगिताओं में देश भर के 25 से अधिक विद्यालयों के छात्रों ने प्रतिभाग कर योगासनों, यौगिक क्रियाओं एवं शारीरिक क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया, साथ ही देश की इस सांस्कृतिक विरासत को विश्व के कोने-कोने में पहँुचाया।  इस अवसर पर अपने संबोधन म

भयमुक्त वातावरण वाला प्रदेश बनाने की पहल, मुख्तार अंसारी गैंग पर बड़ी कार्यवाही

चित्र
योगी आदित्यनाथ जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें, उस समय ऐसा लोगों का मत रहा कि उनके पास अनुभव का अभाव है, इनके साथ दो उप-मुख्यमंत्री बनें उन्हें भी मत्री पद का अनुभव नहीं था, किन्तु पूर्वानचल से योगी जी विशेष लगाव रहा है। ऐसा भी समय रहा जब योगी आदित्यनाथ पर आजमगढ़ में जानलेवा हिंसक हमला हुआ था, इस हमले में वे बाल-बाल बचे। यह हमला इतना बड़ा था कि सौ से भी अधिक वाहनों को हमलावरों ने घेर लिया और लोगों को लहूलुहान कर दिया। पूर्वान्चल के आजमगढ़ जनपद की आस-पास उस समय का बहुबली माफिया कहा जाने वाला मुख्तार अंसारी का उस परिक्षेत्र बहुत अधिक प्रभाव रहा। शनैःशनै उस क्षेत्र मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों का महत्व कम होता गया। योगी आदित्यनाथ जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें उसके बाद मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगियों का प्रभाव कम होता जा रहा है।    एक ताजा घटनाक्रम में सोशल मीडिया सेल कार्यालय अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन वाराणसी से प्राप्त विवरण के अनुसार मुख्तार अंसारी अंतर-राज्यिय आपराधिक गैंग आईएस 191, एचएस 16बी के संरक्षण में दो दशकों से अवैध बूचड़खाना संचालन में लिप्त 8 अवैध कटान मा

रेडियो सिरीज़ मिशन कोरोना का शुभारम्भ

चित्र
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के कम्यूनिटी रेडियो द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के प्रति जनमानस में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से रेडियो सिरीज़ ‘मिशन कोरोना’ का शुभारम्भ किया गया, जिसके अन्तर्गत कोरोना से बचाव के तौर-तरीकों व साफ-सफाई के महत्व से नियमित तौर पर अवगत कराया जायेगा। यह रेडियो सीरीज यूनिसेफ एवं कम्युनिटी रेडियो एसोसिएशन के सहयोग से प्रसारित की जा रही है।  इस अवसर पर सी.एम.एस. रेडियो के प्रमुख श्री वी. कुरियन ने बताया किया इस वैश्विक महामारी के दौर में कार्यक्रम ‘मिशन कोरोना’ लागों को कोरोना संक्रमण से बचाव के बारे में जागरूक करेगा। उन्होंने बताया कि यह सिरीज़ भारत के लगभग 140 से अधिक सामुदायिक रेडियो स्टेशनों पर शुरू हो रही है।   सी.एम.एस. रेडियो के प्रोग्राम संयोजक श्री आर. के. सिंह ने बताया कि श्री.एम.एस. रेडियो पर प्रसारित रेडियो सिरीज़ मिशन कोरोना के अन्तर्गत श्रोताओं को कोरोना से जुड़े विभिन्न विषयों जैसे संक्रमण से बचने के उपाय, साफ-सफाई, मास्क की उपयोगिता, बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल, क्वारन्टाइन आदि विषयों पर जानकारी दी जायेगी।

जिंदगी का वास्तविक अनुभव

चित्र
पढ़ाई पूरी करने के बाद एक छात्र किसी बड़ी कंपनी में नौकरी पाने की चाह में इंटरव्यू देने के लिए पहुंचा छात्र ने बड़ी आसानी से पहला इंटरव्यू पास कर लिया। अब फाइनल इंटरव्यू कंपनी के डायरेक्टर को लेना था। और डायरेक्टर को ही तय करना था कि उस छात्र को नौकरी पर रखा जाए या नहीं। डायरेक्टर ने छात्र का सीवी देखा और पाया कि पढ़ाई के साथ-साथ यह छात्र ईसी में भी हमेशा अव्वल रहा। डायरेक्टर, क्या तुम्हें  पढ़ाई के दौरान कभी छात्रवृत्ति  मिली? छात्र, जी नहीं! डायरेक्टर, इसका मतलब स्कूल-काॅलेज  की फीस तुम्हारे पिता अदा करते थे। छात्र, जी हाँ, श्रीमान! डायरेक्टर, तुम्हारे पिताजी क्या काम करते  है? छात्र, जी वो लोगों के कपड़े धोते हैं! यह सुनकर कंपनी के डायरेक्टर ने कहा, जरा अपने हाथ तो दिखाना। छात्र के हाथ रेशम की तरह मुलायम और नाजुक थे। डायरेक्टर, क्या तुमने कभी  कपड़े धोने में अपने  पिताजी की मदद की? छात्र, जी नहीं, मेरे पिता हमेशा यही चाहते थे  कि मैं पढ़ाई करूं और ज्यादा से ज्यादा किताबें पढ़ूं! हां, एक बात और, मेरे पिता बड़ी तेजी  से कपड़े धोते हैं! डायरेक्टर, क्या मैं तुम्हें एक काम कह सकता हूं? छात्र, जी, आ

बेगम अख्तर पुरस्कार

उ0प्र0 शासन ने पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष 2020-21 में भी मल्लिका-ए-ग़जल बेगम अख्तर की स्मृति में दादरा/ठुमरी/गज़ल विधाओं में ऐसे प्रतिभावान गायक, जिनकी उम्र 40 वर्ष से कम न हो, को ’बेगम अख्तर पुरस्कार’ से सम्मानित किये जाने का निर्णय लिया है। इसके अन्तर्गत चयनित कलाकार को 5 लाख रूपये की धनराशि, अंगवस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र भेंट स्वरूप प्रदान किया जायेगा।  निदेशक संस्कृति, संस्कृति निदेशालय शिशिर द्वारा जिलाधिकारी को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि बेगम अख्तर पुरस्कार के लिये विचार किये जाने वाले कलाकार के लिए जो अर्हताएं रखी गयी हैं उनमें वह कलाकार उ0प्र0 का मूल निवासी अथवा उसकी कर्मभूमि उ0प्र0 हो, कलाकार की आयु 40 वर्ष से कम न हो, कलाकार को अपनी प्रतिभा की दीर्घ साधना एवं श्रेष्ठ उपलब्धि के भरसक निर्विवाद मानदण्डों के आधार पर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त होनी चाहिए, पुरस्कार कलाकार के गायन के क्षेत्र में सम्पूर्ण उपलब्धियों के आधार पर प्रद.ान किया जायेगा न कि किसी एक विशिष्ट संरचना के लिए। इस पुरस्कार हेतु जनपद से पात्र महानुभावों के नामांकन हेतु आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप में उपलब्ध करान

कोविड-19 की रोकथाम व संक्रमण एवं प्रभावी नियंत्रण के दृष्टिगत निर्देश दिये

मुख्य विकास अधिकारी, रायबरेली अभिषेक गोयल ने कोविड-19 की रोकथाम व संक्रमण एवं प्रभावी नियंत्रण के दृष्टिगत निर्देश दिये है कि मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन दिये गये निर्देशो का कड़ाई से अनुपालन किया जाये। उन्होंने निगरानी टीम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो एवं स्वच्छागृहियों को लगाकर सघन रूप से निगरानी की जा सके। प्रत्येक घर एवं व्यक्तियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराने के लिए प्रेरित किये जाने के साथ ही बाल सुधार गृह, वृद्धाश्रम (ओल्ड एज होम) महिला संरक्षण गृह, नारी निकेतन आदि का शत-प्रतिशत निरीक्षण कर लिया जए तथा वहां की सुरक्षा व्यवस्था की अपेक्षित टेस्टिंग की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। मास्क का प्रयोग करने व सोशल डिस्टेसिंग रखने तथा वाहनों पर निर्धारित संख्या से अधिक व्यक्तियों को न बैठने देने के सम्बन्ध में विभागीय प्रर्वतन/अर्थदण्ड लगाने की कार्यवाही की जाए। इस हेतु व्यापक स्तर से जागरूकता लाने के लिए पोस्टर्स डिजिटल जिस्प्लेज, रेडियो, दूरदर्शन, सोशल मीडिया आदि का उपयोग किया जाए। लाउडस्पीकर के माध्यम से मुख्य बाजारों, चैराहों व सम्भावित भीड़ वाले स्थलो

काढ़ा पीने से शरीर इम्यिुनिटी बढ़ती है

जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना के निर्देश पर कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु क्वा.रंटीन सेन्टर में औषधियों के वितरण के लिए क्षेत्रीय आयुवैदिक एवं यूनानी अधिकारी डा0 अरूण कुमार कुरील द्वारा 3 टीमों का गठन किया गया। उन्होंने बताया कि त्रिपुला स्थित गोपाल सरस्वती इण्टर कालेज के 20 मरीज, रतापुर स्थित फिरोज गांधी पालीटेक्निक कालेज के 10 मरीज, मुँशीगंज स्थित आश्रम गृह व लखनऊ पब्लिक स्कूल के 62, एवं बछरावा के दयानन्द पीजी कालेज में 69 कुल 161 मरीज को भारत सरकार द्वारा प्राप्त आयुष 64, अगस्त हरीतकी रसायन, अणु तेल वितरण एवं काढ़ा पीने के उपयोग करने की विधि बताई गई। काढ़ा पीने से शरीर इम्यिुनिटी बढ़ती है जिससे बिमारियां कम होती है। सभी लोग सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करे तथा शरीर इम्यिुनिटी को बढ़ाने के लिए काढा पीये स्वस्थ रहे मस्त रहे। कोरोना वायरस को रोकने के लिए लाॅकडाउन का पालन किया जाना जरूरी है।