राजनीतिक और सेक्स स्कैंडल

वैदिक ज्योतिष एवं प्राच्य विद्या शोध संस्थान अलीगंज, लखनऊ के तत्वाधान मे 133 वीं मासिक सेमिनार का आयोजन वाराह वाणी ज्योतिष पत्रिका कार्यालय मे किया गया। सेमिनार का विषय ज्योतिष में स्कैंडल के योग था, जिसमे डा. डी.एस. परिहार के अलावा जज श्री लाल बहादुर उपाध्याय, प. शिव शंकर त्रिवेदी, प. के.के. तिवारी, इंजीनियर एस.पी. शर्मा, श्री उदयराज कनौजिया, डा. पी.के. निगम. जज श्री लाल बहादुर उपाध्याय, अनिल कुमार बाजपेई एडवोकेट तथा प. आनंद त्रिवेदी आदि ज्योतिषियोें एवं श्रोताओं ने भाग लिया गोष्ठी मे डी.एस. परिहार, प के.के. तिवारी, श्री उदयराज कनौजिया, इंजीनियर एस.पी. शर्मा तथा प. आनंद त्रिवेदी ने अपने अनुभव और व्यक्तव्य प्रस्तुत किये। प. आनंद त्रिवेदी ने बताया कि चन्द्रमा और राहू स्कैंडल के कारक ग्रह है। श्री उदयराज कनौजिया ने बताया कि  स्कैंडल कई प्रकार के होते है। राजनीतिक और सेक्स स्कैंडल। 7 वें भाव मे राहू मंगल की युति जीवन मे स्कैंडल देती हैं स्कैंडल मे बुध चन्द्रमा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। श्री लाल बहादुर उपाध्याय ने बताया कि यदि किसी स्त्री के जंमाक मे सूर्य व गुरू का अशुभ संबध हो तो उसके अपने पिता या किसी किसी पिता समान उम्र के व्यक्ति से अवैध संबध होते हैं तथा गुरू की राशि मे गया सूर्य बेहद खतरनाक फल देता है। मेदनी ज्योतिष मे गुरू की राशियों धनु व मीन मे सूर्य का गोचर खर मास बनाता है। जिसमे सारे शुभ काम बंद हो जाते है, तथा शुक्र व चन्द्रमा का योग स्कैंडल योग बनाता हैं इंजीनियर श्री  एस.पी. शर्मा ने बताया शनि राहू व नैप्चून स्कैंडल योग बनाते  है और उन्होने कई कुण्डलियांे का उदाहरण देकर इसे समझाया डा परिहार ने बताया कि नाड़ी एस्ट्रोलाजी मे बुध चन्द्रमा, शु़क्र चन्द्रमा व बुध मंगल स्कैंडल योग बनाते  हैं स्कैंडल मे बदनामी एक जरूरी तत्व है। इस गोष्ठी की अध्यक्षता डा. परिहार ने की। 


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