सच्चा मित्र

शक्कर अधिक प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन नमक सीमित ही प्रयोग किया जा सकता है, इसलिए मित्र सोच-समझकर बनाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि एक मित्र बहुत भग्यशाली को मिलता है, जबकि डेढ़ मित्र बनता ही नहीं। मित्र का स्थान सर्वोच्च होता क्योंकि सच्चे मित्र को गरीबी-अमीरी से कोई मतलब नहीं होता, जैसे कृष्ण-सुदामा।


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