सम्पदा की कविताओं में देश प्रेम की बयार: मीरा सिन्हा

महिला काव्य मंच प्रयागराज इकाई के तत्वावधान में आयोजित आनलाइन समीक्षात्मक परिचर्चा के नगर की वरिष्ठ महिला रचनाकारों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में प्रयागराज की सुपरिचित कवियत्री ’सम्पदा मिश्रा’ के काव्य संग्रह 1.बस जीत हमारी हो। 2.देश तुम्हें पुकार रहा में मौजूद कविताओं के विभिन्न पहलुओं पर कवयित्रियों के मध्य चर्चा की गई।
वरिष्ठ रचनाकार मीरा सिन्हा बताया कि किसी रचनाकार के जीवन का संघर्ष उसके काव्य में कहीं न कहीं दिखता है। सम्पदा की कविताएं इसे जीवन के हर पक्ष के साथ बहुत खूबसूरती से प्रस्तुत करती हैं। सम्पदा स्त्री के जीवन भर चलने वाले संघर्ष और विजय की बात करती हैं। मानव को सूर्य बताते हुए एक ओर तो उसके संघर्ष की  बात करती हैं तो वहीं उसकी चमक से उसके विजय को भी रेखांकित करती हैं।
उमा सहाय ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इनकी कविता एक ओर देश प्रेम, राष्ट्र प्रेम की बात करते हुए ओज से परिपूर्ण है तो वहीं बेटियों की बात कहते हुए संवेदनशील भी है। भाषा सरल और सुगम होने के कारण सर्वग्राह्य है। कवियित्री में भविष्य में रचनात्मकता की प्रबल संभावनाएं हैं। 
वरिष्ठ कवियत्री कविता उपाध्याय ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि सम्पदा अनेक पक्ष पर अपनी मजबूर राय रखती है। उनकी कविताओं में बेटियों के लिए दर्द है, पतंग की तरह उड़ने की लालसा है तो वहीं मानव के लिए, देश प्रेम के लिए विचारों का एक विस्तृत संसार है। समसामयिक विषयों पर भी इनकी पैनी दृष्टि है। इस कार्यक्रम का संयोजन रचना सक्सेना एवं ऋतांधरा मिश्रा ने किया एवं अध्यक्षता प्रसिद्ध गजलकारा एवं महिला काव्य मंच पूर्वी उत्तर प्रदेश ईकाई की अध्यक्ष महक जौनपुरी ने किया।


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