सुभाष चन्द्र बोस ने गांधी जी को रेडियो पर किया राष्ट्रपिता का सम्बोधन: इं. वीरेन्द्र यादव

नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती समाजवादी पार्टी मुख्यालय, रायबरेली में मनायी गयी।  पार्टी की ओर से उनके चित्र पर पुष्प माला अर्पित किये गये एवं एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव एवं संचालन जिला महामंत्री अरशद खान ने किया। गोष्ठी में बोलते हुए जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने कहा, यद्यपि गांधी जी और नेता जी के विचारों में कभी-कभी भिन्नता रहती थी। गांधी जी के साथ वैचारिक मतभेद के कारण बोस ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से त्याग-पत्र दे दिया था, इसके बावजूद सुभाष चन्द्र बोस ने 6 जुलाई 1944 को महात्मा गंधी को ‘राष्ट्रपिता’ के रूप में सम्बोधित किया।  सपा के प्रान्तीय नेता दादा ओपी यादव ने कहा, नेता जी ने आजादी के संघर्ष के दौरान नारा दिया था कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा। नेता जी ने जय हिन्द व दिल्ली चलो जैसे क्रान्तिकारी नारे दिये।  द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने के कारण कैद कर नजरबन्द कर लिया गया। समाजवादी व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष मुकेश रस्तोगी ने कहा, नेता जी को 1925 में क्रानितकारी आन्दोलनों से सम्बन्धित होने के कारण उन्हें माण्डले कारागार में भेज दिया गया, जहाँ वह तपेदिक की बीमारी से ग्रसित हो गये। सपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र यादव प्रधान ने कहा, नेता जी ने 1930 में नमक सत्याग्रह में सक्रिय रूप से भाग लिया। साथ ही आजाद हिन्द फौज का गठन किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से ज्ञान प्रकाश पासी, दिनेश मोदनवाल, भौमेश स्वर्णकार, लाल खाँ रोखा, धर्मेन्द्र यादव, अनुराग यादव, मनोज गुप्ता, ओम प्रकाश वैश्य, अनुराग यादव, मुन्ना यादव, अनुज बरवारी, शत्रुघ्न पटेल, महेन्द्र तिवारी बरखा, सुशील कुमार मौर्य, संतोष श्रीवास्तव, मो0 उजैर अली आदि लोगों ने नेता जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।


 

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