चित्रकूट में चोरों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं

हालत यह है कि जिसके मुंह से सुनो वो यही कहता है कि भैया ना जाने कब किसके घर में चोर धावा बोल दें, इससे अच्छा है कि पुलिस का भरोसा छोड़कर स्वयं अपने घर की रक्षा सुरक्षा करें

- संदीप रिछारिया, सहायक संपादक

जनपद चित्रकूट में पुलिस की निष्क्रियता के चलते शहर में चोरियों की बाढ़ सी आ गई है। होली के पर्व के मौके पर करीब आधा दर्जन स्थान पर अज्ञात चोरों ने चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को बड़ी चुनौती दी है। 

एसडीएम कालोनी कर्वी निवासी पूर्व माध्यमिक विद्यालय छछेरिहा में कार्यरत शिक्षक श्याम सुंदर यादव के घर में होली के दूसरे दिन सूना घर पाकर अज्ञात चोरों ने लाखों का माल पार कर दिया। पत्नी बबिता यादव बच्चों के साथ अपने मायके गई हुई है। घटना की रिपोर्ट पीड़ित शिक्षक व पत्रकार ने थाना कोतवाली कर्वी में दर्ज कराई है। पुलिस को दी गई तहरीर में श्याम सुंदर ने बताया  कि वह 27 मार्च को सुबह 8.30 बजे स्कूल गए थे, छुट्टी के बाद स्कूल से लौटकर के अखबार के काम में लग गए, रात 8.30 बजे जब घर वापस पहुंचे तो घर का ताला और  आलमारी का ताला टूटा था और घर का सामान बिखरा पड़ा था, जिन छोटे-छोटे देबो और हर्ष में जेवरात रखे थे वह खाली पड़े थे और जेवरात चोर ले गए जिनकी कीमत लगभग 6 से  7 लाख बताई गई है इसमें करीब 50 लाख नगदी भी शामिल है। चोर  छोटे बच्चों के गुल्लक भी नहीं छोड़े उन्हें भी तोडकर  गुल्लक के पैसे भी ले गए। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ने बताया कि पीडित शिक्षक व पत्रकार की तहरीर पर चोरी की घटना का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, विवेचना के बाद चोरी का खुलासा करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

आपको बता दे कि 6 माह पहले इसी एसडीएम कालोनी में ट्रांजिट हास्टल के पास अपर जिला जज के रीडर राधेश्याम यादव के सरकारी आवास से दिनदहाड़े 6 सितंबर 2023 को अज्ञात चोर 20 लाख की चोरी कर पुलिस को चुनौती दी थी, जिसका आज तक पुलिस कोई पता नहीं लगा पाई। यही वजह है कि चोरों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और जनता दहशत में है। हालत यह है कि जिसके मुंह से सुनो वो यही कहता है कि भैया ना जाने कब किसके घर में चोर धावा बोल दें, इससे अच्छा है कि पुलिस का भरोसा छोड़कर स्वयं अपने घर की रक्षा सुरक्षा करें। अब चोरों को पुलिस का कोई भय नहीं रह गया है। न जाने कौन सा चोरों का गैंग है जो सिर्फ जेवरात और नगदी माल ही पर करते हैं बाकी कोई सामान नहीं ले जाते। चोरों का पता लगाने की दिशा में कोतवाली पुलिस गंभीर नहीं दिख रही है। जनमानस का कहना है कि पुलिस चाहे तो पाताल लोक से चोरों को खोज सकती है। जहां एक तरफ योगी सरकार में बड़े-बड़े चोर माफिया डकैत पस्त हो गए, कुछ देवलोक चले गए कुछ तो जेल में कुढ रहे हैं, वहीं जनपद चित्रकूट में जिला मुख्यालय करवी, सीतापुर आसपास कस्बों में चोरों के आतंक से जनता परेशान हो रही है और जिला पुलिस चोरों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। तमाम बड़ी-बड़ी घटना दुर्घटना हत्या के मामलों को पुलिस खुलासा कर रही है लेकिन चोरी के मामलों में पुलिस असफल है।

 

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