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पत्रकार साथी भी इस जंग में अपनी अहम भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं

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जहां पूरे देश में कोरोना महामारी अपना पैर पसार रही है ,तो दूसरी तरफ तमाम समाजसेवी संगठन, राजनेता,व अन्य लॉकडाउन की मार झेल रहे लोगों में खाद्यान सामग्री, व सुरक्षा सामग्री आदि का वितरण कर रहे है इस सबके बीच अब मीडिया ने लोगों को जागरूक व सुरक्षित करने का बीड़ा उठा लिया है, कोरोना की जंग में अब मीडिया भी लोगों की सुरक्षा में लग गई है। एस एस फाउंडेशन यानी सारा समय मीडिया समूह के बैनर तले अब पत्रकार साथी भी इस जंग में अपनी अहम भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। रायबरेली की मीडिया टीम एस एस फाउंडेशन की मुहिम में शामिल हुई। मुहिम के तहत ऊँचाहार क्षेत्र के नारायन हॉस्पिटल ,बस स्टैंड, नगर क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र के गांव कोटिया चित्रा, पूरे कुशल, गोकना, गोला गंगा घाट आदि जगहों पर लोगों में माक्स और सेनेटाइजर वितरित करके, कोरोना से बचाव के लिए लोगों को टिप्स भी दिए गए। समूह के प्रबंधक सूरज शुक्ल ने बताया कि लगभग 10 हजार माक्स लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य है, इसके साथ ही लोगों को कच्चा खाद्य सामग्री भी पहुंचाने का प्रयास जारी है। लगभग 2 सप्ताह से शुरु हुई मुहिम कोरोना के खत्म होने तक चलेगी, इस मुहिम

कोरोना कब होगा शांत

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भारतीय ज्योतिष के अनुसार राहू व केतु वायरस के कारक ग्रह है। मेरे द्वारा विश्व मे गत 400 वर्षो हुये विभिन्न वायरस के हमलों के ज्योतिष अध्ययन के अनुसार राहू व शनि का परस्पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संबध वायरसजन्य महमारियों की उत्पत्ति व प्रसार देता है। 1. राहू व शनि परस्पर त्रिकोण मे हो या राहू या शनि का राशीश ग्रह यदि वक्री या मार्गी होकर शनि या राहू से संबध बनाये तो विश्व मे महामारी फैलती है। शनि-राहू योग व संक्रामक महामारी:- 1. 1 मार्च 1720 को योरोप मे प्लेग फैला और लाखों लोग मारे गये इस दिन वृश्चिक मे शनि व चन्द्र युति तथा कर्क मे राहू था शनि चन्द्र व राहू की त्रिकोण युति मे प्लेग की महामारी फैली।  2. 1 मार्च 1820 को मीन मे शुक्र शनि व राहू योग था कुंभ मे सूर्य गुरू बुध योग था तथा गुरू व शनि मे राशि परिवर्तन था शनि व राहू योग के कारण कालरा की महामारी फैली और लाखों लोग मारे गये।  3. 1 मार्च 1929 मे सूर्य कुम्भ मे शनि सिंह में तुला मे मंगल व राहू तथा मिथुन मे चन्द्र था शनि व सूर्य मे राशि परिवर्तन था, अतः शनि कुंभ में गया उससे त्रिकोण मे मंगल, चन्द्र व राहू थे जिसके कारण भयानक स्पैनिश फ

रायबरेली में 33 कोरोना पाजिटिव मरीज पाये गये

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जनपद रायबरेली में कोरोना वायरस कोविड-19 से संक्रमित 33 कोरोना पाजिटिव मरीजो की 21 अप्रैल को प्रातः 7ः15 बजे प्राप्त टेस्ट रिपोर्ट से पाए गए है, जो कृपालु मेडिकल एण्ड रिसर्च सेन्टर मुंशीगंज के क्वारेन्टाइन में है, जिनके समुचित उपचार हेतु यथोचित कार्यवाही की जा रही है। 

मुंबई के करीब 53 पत्रकारों को कोरोना वायरस ने अपनी जकड़ में ले लिया

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अब जो पत्रकार समाज को सच्चाई से रूबरू कराते थे वह अब सुरक्षित नहीं रहे महाराष्ट्र के मुंबई में अब कोरोना वायरस ने पत्रकारों पर भी हमला बोल दिया जहां पर बीएमसी के आला अधिकारियों ने पत्रकार संघ के साथ मिलकर करीब 167 पत्रकारों की कोविड 19 के अंतर्गत  नमूने परीक्षण करने के लिए थे। परिणाम कुछ इस प्रकार आया लोगों के दिल दहल गए। परीक्षण के पश्चात यह पता चला कि जिन 167 पत्रकारों के सैंपल लिए गए थे उनमें से 53 पत्रकार  कोरोना वायरस के शिकार बन चुके हैं। हालांकि यह परिणाम आने के पश्चात महाराष्ट्र सरकार एवं बीएमसी पूर्ण रूप से सचेत हो चुकी है। बीएमसी के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह बताया कि 53 जो सकारात्मक परीक्षण आए हैं उसमें से अधिकतर न्यूज चैनल के कैमरामैन तथा फोटोजर्नलिस्ट पाए गए हैं। मुंबई के करीब 53 पत्रकारों को कोरोना वायरस ने अपनी जकड़ में ले लिया। 

सूर्य का प्रतिबिंब है ‘स्याही की लकीरें’: डाॅ. नीलिमा मिश्रा

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शैलेंद्र जय एक ऐसा इतना संवेदनशील कवि है जो आस-पास घट रही घटनाओं से मर्माहत होकर मौन ही रहकर सब कुछ सह लेना चाहता है लेकिन उसी क्षण उसके अंदर का बुद्ध जागृत होकर उसे उस सत्य को उद्घाटित करने के लिए प्रेरित करता है जिससे वह समाज को एक नयी राह दिखा सके और उसके मौन तोड़ते सृजन होता है। ‘स्याही की लकीरें’ नामक काव्य संग्रह में सूर्य का प्रतिबिम्ब है, जो कुहासे का काजल मिटाने की चाहत रखता है। अनुभव के शिलालेख पर गढ़े गये यथार्थ के खूँटे को उखाड़ कर मुक्त हो जाने की कोशिश करता है जो उसे एक नयी ऊर्जा से उसे भर देती है। यह विचार डाॅ. नीलिमा मिश्रा ने मंगलवार को गुफ्तगू के ऑनलाइन साहित्यिक परिचर्चा में शैलेंद्र के काव्य संग्रह ‘स्याही की लकीरें’ पर व्यक्त करते कहा। मनमोहन सिंह तन्हा ने कहा कि शैलेंद्र जय एक संवेदनशील और गंभीर साहित्यकार हैं, जो बड़ी ही नम्रता और  सहजता से समाज की विसंगतियों पर अपनी कलम चलाते हैं। अंदाज और शब्द रचना इतनी अद्भुत की बहुत देर तक तो सुनने वाला वही रुका रह जाता है और सोचने पर विवश होता है कि हमारे दौर की प्राथमिकताएं क्या है। केंद्रीय विद्यालय की शिक्षिका अर्चना जायसवाल

समाज व्यक्ति राष्ट्र की सुरक्षा ही सर्वोपरि

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पवित्र रमजान माह व नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के दृष्टिगत जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना ने निर्देश दिये है कि माह रमजान में मानव जीवन को बचाने व कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए घरों में समाजिक दूरी बनाते हुए नमाज पढ़ने के साथ-साथ रोजा रखें साथ ही घरों में रहे सुरक्षित रहे लाॅकडाउन का पालन शत-प्रतिशत करें तथा अनावश्यक घरों से न निकलें आवश्यकता पड़ने पर ही अपने घरों से सोशन डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए कार्य करें। समाज व्यक्ति राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि है। मानवता को कोरोना वायरस से बचाने की लड़ाई जिसमें सभी धर्म के लोगों को मिलजुल कर लड़ना है। उन्होंने निर्देश दिये कि कही कोई किसी प्रकार की दिक्कत हो तो क्षेत्र के बुद्धजीवियों समाजसेवियों आदि के साथ परस्पर मेलजोल के साथ समस्याओं को जनपद के कंट्रोल रूम नं0 0535-2203214, 2203320 मो0नं0- 9532748340, 9532511074, 9532856705, 9532647079 पर संपर्क कर किसी प्रकार की आवश्यकता व शिकायत को तत्काल नियमानुसार निस्तारण किया जायेंगा। इसी प्रकार कोविड-19 लखनऊ मण्डल लखनऊ में भी कंट्रोल रूम नंबर 0522-2618614 मो0नं0 7376152047, 8004601241, 800

मानव सिन्हा का वीडियो

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मानव सिन्हा ने वीडियो बनाया है, यह वीडियो काफी लोकप्रिय हो रहा है।