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पंजाब केसरी लाला लाजपत राय जी की जन्म जयंती के अवसर पर श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि

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पंजाब केसरी लाला लाजपत राय जी की जन्म जयंती के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा ट्रस्ट लखनऊ में श्रद्धापूर्ण पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया| कार्यक्रम के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल व ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने लाला लाजपत राय जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें सादर नमन किया| इस अवसर पर हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि, "भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की आज 158वीं जयंती मनाई जा रही है जिन्हें पंजाब केसरी और शेर-ए-पंजाब के नाम से भी जाना जाता है। लाला लाजपत राय देश के उन अमर स्वतंत्रता सेनानियों में से एक है, जिन्होंने अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पाल में से एक थेI लाला लाजपत राय ने कहा था, 'मुझ पर जो हमला किया गया, वह भारत में ब्रिटिश शासन के ताबूत की आखिरी कील साबित होगा। लाला लाजपत राय का हमेशा से यही मानना था कि, “मनुष्य अपने गुणों से आगे बढ़ता है न की दूसरों की कृपा से”, उनके ऐसा क

राजीव शुक्ला ने अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल क्रिकेट लीग का उद्घाटन किया

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सिटी मोन्टेसरी स्कूल , कानपुर रोड कैम्पस लखनऊ द्वारा आयोजित छः दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय स्कूल क्रिकेट लीग ( आई . एस . सी . एल .-2023) का भव्य उद्घाटन समारोह आज सी . एम . एस . कानपुर रोड क्रिकेट ग्राउण्ड में सम्पन्न हुआ। रंगारंग शिक्षात्मक - साँस्कृतिक कार्यक्रमों , दक्षिण अफ्रीका , श्रीलंका , जिम्बाब्वे , ओमान , नेपाल एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों से पधारे बाल खिलाड़ियों व हजारों की संख्या में उपस्थित क्रिकेट प्रेमियों के बीच मुख्य अतिथि श्री राजीव शुक्ला , वाइस प्रेसीडेन्ट , बी . सी . सी . आई . ने दीप प्रज्वलित कर आई . एस . सी . एल .-2023 का विधिवत् उद्घाटन किया।            आई . एस . सी . एल .-2023 के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि श्री राजीव शुक्ला ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बच्चों की क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन हेतु सिटी मोन्टेसरी स्कूल को बधाई देते हुए कहा कि इस क्रिकेट प्रतियोगिता से लखनऊ के लोगों को क्रिकेट का अनूठा अनुभव मिलेगा। मुझे विश्वास है कि यह टूर्नामेन्ट देश

गणतंत्र दिवस परेड में ‘प्रथम स्थान’ पर रही सी.एम.एस.की झाँकी

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‘सर्वधर्म समभाव’ पर आधारित सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ की अनूठी झाँकी ‘ईश्वर, अल्लाह, वाहे गुरू, चाहे कहो श्री राम, मालिक सबका एक है, अलग-अलग हैं नाम’ ने गणतन्त्र दिवस परेड में प्रथम स्थान अर्जित किया है। सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने इस उपलब्धि हेतु सभी छात्रों, शिक्षकों व कार्यकर्ताओं को  बधाई दी है। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने है। श्री शर्मा ने बताया कि गणतन्त्र दिवस परेड में प्रथम पुरष्कृत सी.एम.एस. झाँकी ने ‘सर्वधर्म समभाव’ का संदेश जनमानस को दिया। इस झाँकी में धार्मिक एकता की भावना का प्रदर्शन करते हुए एक ही छत के नीचे मन्दिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरूद्वारा, बौद्ध विहार, बहाई मन्दिर आदि विभिन्न पूजा स्थल प्रदर्शित किये गये तथापि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप विश्व एकता की अपील  प्रस्तुत करने के साथ ही संत कबीर, महात्मा गांधी, विनोबा भावे, मदर टेरेसा एवं धर्म गुरू दलाईलामा की तस्वीरोें के साथ विश्व मानवता से प्रेम करने का संदेश प्रसारित किया गया।  

85 वर्षीय सेवा सेवानिवृत्त लेखाधिकारी द्वारा ध्वजारोहण किया गया

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74वें गणतन्त्र दिवस 26 जनवरी के अवसर पर गायत्री सदन, कैलाशपुरी लखनऊ में 85 वर्षीय  सेवानिवृत्त लेखाधिकारी व पत्रकार श्री प्रागदत्त द्वारा तिरंगा फहराकर गणतन्त्र दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। संविधान शिल्पी बाबा साहब डा. अम्बेडकर, महात्मा गांधी, सुभाष चन्द्र बोष, भगत सिंह, अटल बिहारी वाजपेई, नेहरू जी, इंदिरा गांधी आदि महापुरूषों को याद करते हुए ज्ञात अज्ञात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी नमन किया गया। इस अवसर पर परिवारजनों की उपस्थित सेवानिवृत्त लेखा अधिकारी प्रागदत्त ने अपने पोते की शादी कार्ड का भी विमोचन किया एडवोकेट रितेश कुमार, उपनिदेशक सूचना सेवानिवृत्त उप संपादक प्रमोद कुमार, धनंजय,भानू प्रताप आदि उपस्थित थे।  

वैलेन्टाइन दिवस को ‘पारिवारिक एकता दिवस’के रूप में मनायें!

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- डॉ . जगदीश गांधी (1) ‘ वैलेन्टाइन दिवस ’ के वास्तविक , पवित्र एवं शुद्ध भावना को समझने की आवश्यकताः - संसार को ‘ परिवार बसाने ’ एवं ‘ पारिवारिक एकता ’ का संदेश देने वाले महान संत वैलेन्टाइन के ‘ मृत्यु दिवस ’ को आज भारतीय समाज में जिस ‘ आधुनिक स्वरूप ’ में स्वागत किया जा रहा है , उससे हमारी भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता प्रभावित हो रही है। संत वैलेन्टाइन ने तो युवा सैनिकों को विवाह करके परिवार बसाने एवं पारिवारिक एकता की प्रेरणा दी थी। इस कारण अविवाहित युवा पीढ़ी का अपने प्रेम का इजहार करने का ‘ वैलेन्टाइन डे ’ से कोई लेना - देना ही नहीं है। आज वैलेन्टाइन डे के नाम पर समाज पर बढ़ती हुई अनैतिकता ने हमारे समक्ष काफी असमंजस्य तथा सामाजिक पतन की स्थिति पैदा कर रखी है। (2) विवाह के पवित्र बन्धन को ‘ वैलेन्टाइन दिवस ’ पूरी तरह से स्वीकारता एवं मान्यता देता है :-                 ‘ वैलेन्टाइन डे ’ विवाह के पवित्र बन्धन को पूरी तरह से स्वीकारता एवं मान्यता देता है।