संदेश

देवघर का मनोकामना बजरंगबली मंदिर

चित्र
आध्यात्मिक नगरी देवघर में रामनवमी को लेकर हर्षोल्लास  से मनाया जा रहा है। पूरे देश में रामनवमी की धूम देखी जा रही है चारों ओर राम धुन से पूरा माहौल भक्तिमय है। वहीं धर्म और आध्यात्मिक नगरी देवघर में रामनवमी को लेकर हर्षोल्लास देखी जा रही है। देवघर के सबसे पुराने बजरंगबली के मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिर के मुख्य पुजारी उत्तम पंडित बताते हैं कि जिस तरह से यहां पर बाबा बैद्यनाथ मनोकामना लिंग माने जाते हैं इस तरह से देवघर का स्टेशन रोड का बजरंगबली भी मनोकामना बजरंगबली है, यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।

शिवम सिंह ने रायबरेली का नाम रोशन किया

चित्र
रायबरेली में विकास भवन के सामने पिता छोटी सी गुमटी में स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं, बेटे शिवम सिंह ने UPSC  एग्जाम में हासिल की 877वीं रैंक इससे पहले PCS एग्जाम में आई थी 38वीं रैंक, एसडीएम रहते हुए करते रहे तैयारी, अब मिली सफलता   - प्रमोद कुमार उप संपादक UPSC एग्जाम में हासिल की 877वीं रैंक हासिल करने वाले शिवम सिंह के पिता राम नरेश सिंह रायबरेली के विकास भवन के बाहर सालों से छोटी सी स्टेशनरी की दुकान लगाते हैं। उनका आवास रायबरेली शहर के प्रगतिपुरम है। शिवम सिंह अपनी इस कामयाबी का श्रेय माता-पिता को देते हुए शिवम कहते हैं कि उनकी ही बदौलत वह आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं और सही मायने में बंधाई के पात्र वही दोनों लोग हैं। शहर के सेंट पीटर्स स्कूल के छात्र रहे शिवम कहते हैं कि सीमित संसाधनों के बावजूद पिता ने पढ़ाई में कोई अड़चन आड़े आने नही दी। 12वीं के बाद लखनऊ के एक निजी इंजीनियर कालेज से बीटेक पढ़ाई पूरी की फिर धनबाद के आई.आई.टी. से एमटेक करने का अवसर मिला। एमटेक करने के दौरान ही निजी कंपनी में प्लेसमेंट हुआ, पर उसमें ज्वाइन न करते हुए सिविल सर्विसेज की तैयारी में लग गए वैसे तो शिवम सिंह क

सफलता न मिले धैर्य नहीं खोना चाहिए दोबारा दोगुने उत्साह के साथ प्रयास करना चाहिए: आदित्य श्रीवास्तव

चित्र
ज्ञान की रोशनी आदित्य श्रीवास्तव ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया - प्रमोद कुमार, उप संपादक लखनऊ के रहने वाले आदित्य श्रीवास्तव ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहला स्थान हासिल करके राजधानी का नाम रोशन किया है। आदित्य श्रीवास्तव इस समय अंडर ट्रेनी आईपीएस आफिसर के रूप में हैदराबाद में तैनात हैं। रिजल्ट जारी होते ही एल्डिको आई.आई.एम. रोड स्थित उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। आदित्य के पिता अजय श्रीवास्तव सेंट्रल आडिट डिपार्टमेंट में सहायक लेखाकार के पद पर कार्यरत हैं। उनकी मां आभा श्रीवास्तव गृहिणी, दादा शिवराम श्रीवास्तव आई.टी.आई. से सेवानिवृत्त और छोटी बहन प्रियांशी नई दिल्ली में सिविल परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। सीएमएस अलीगंज से 12वीं पास करने के बाद आदित्य ने आई.आई.टी. कानपुर से बीटेक एवं एमटेक किया और कुछ दिनों के लिए निजी कंपनियों में नौकरी करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। पहली बार प्रारंभिक परीक्षा में सफलता नहीं मिली। पिछली परीक्षा में 236वीं रैंक के साथ आईपीएस के रूप में चयनित होने के बाद अब आईएएस बनने में सफलता हासिल की है स

डा. अंबेडकर ने सभी को एक सूत्र में बांधने का सार्थक प्रयास किया

चित्र
एक्शन एड द्वारा समता मूलक समाज की स्थापना को लेकर डा. भीमराव अम्बेडकर जयंती मनाई  - सत्य प्रकाश मिश्रा, ब्यूरो चीफ सोनभद्र जनपद सोनभद्र के विकासखंड नगवा के (पडरी) खलियारी में भारतीय संविधान निर्माता, ज्ञान के दीपक, गरीबों के मसीहा, विश्व ज्ञान के प्रतीक डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। एचआरडी कमलेश कुमार ने बताया कि सामाजिक समानता और समता मूलक समाज के नेता थे डा. अंबेडकर आपने हर समाज के लोगों की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक परिस्थितियों को समझकर एक सूत्र में बांधने का सार्थक प्रयास किया। आज भी आपके बताए गए रास्ते पर हम सभी को चलते रहना चाहिए जिससे समाज में सामाजिक समानता और समता मूलक समाज की स्थापना हो सके। इसी बीच अनीता देवी ने बताया कि हाशिये पर समुदाय था उसकी आवाज बनकर अंबेडकर जी ने सफलता पूर्वक कार्य किया। पार्वती देवी ने बताया कि आपसी मेल-जोल प्रेम मोहब्बत भाई-चारा के प्रतीक थे अम्बेडकर साहब, आप हर संभव भाईचारा प्रेम मोहब्बत की स्थापना के लिए सभी धर्म को जोड़ने का प्रयास किए। संदीप कुमार ने कहा, आपने सभी जाति-धर्म मजहब के समुदाय को मुख्य धारा में लाने के लिए सदैव कार्य करते रहे। श

आईएएस में सी.एम.एस. छात्र आदित्य ऑल इण्डिया टॉपर

चित्र
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज प्रथम कैम्पस लखनऊ के छात्र आदित्य श्रीवास्तव ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस.) में अखिल भारतीय प्रथम रैंक अर्जित कर पूरे देश में लखनऊ का नाम गौरवान्वित किया है और अपनी मेधा व प्रतिभा से सी.एम.एस. के स्वर्णिम इतिहास में एक अनूठा कीर्तिमान जोड़ दिया है। सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी एवं सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने आदित्य की इस अभूतपूर्व सफलता पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। इस अवसर पर प्रो. किंगडन ने सी.एम.एस. शिक्षकों का भी आभार व्यक्त किया जिनके कठिन परिश्रम से ही छात्रों की नींव मजबूत हुई है। सी.एम.एस. अलीगंज प्रथम कैम्पस की वरिष्ठ प्रधानाचार्या श्रीमती ज्योति कश्यप ने कहा कि आदित्य सदैव ही विद्यालय का मेधावी छात्रा रहा है। उनकी इस सफलता से हम गौरवान्वित है। आदित्य ने इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं शिक्षकों के अलावा सी.एम.एस. के शैक्षिक वातावरण को दिया है।  आदित्य की सम्पूर्ण प्राथमिक शिक्षा सी.एम.एस. अलीगंज कैम्पस से हुई है एवं सी.एम.एस. अलीगंज कैम्पस से ही आई.एस.सी

शिक्षात्मक फिल्मों के प्रति छात्रों में दिखा भारी उत्साह

चित्र
सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरिम लखनऊ में चल रहे सात-दिवसीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2024)’ के दूसरे दिन आज शिक्षात्मक बाल फिल्में देखने का भारी उत्साह छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों में दिखाई दिया और सी.एम.एस. कानपुर रोड का समस्त परिसर बड़ी संख्या में उपस्थित बच्चों एवं अभिभावकों से दिन भर खचाखच भरा रहा।  बाल फिल्मोत्सव के दूसरे दिन का उद्घाटन फादर डेनिस नरेश लोबो, विकार जनरल, कैथोलिक डायोसीज, लखनऊ ने दीप प्रज्वलित कर किया जबकि फिल्म अभिनेता देव जोशी, अभिनेत्री सुश्री भूमिका गुरंग एवं निर्माता श्री संतोष तिवारी ने बच्चों का मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन ने मुख्य अतिथि फादर डेनिस नरेश लोबो ने फिल्म देखने पधारे छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आप इन शिक्षात्मक बाल फिल्मों से यहाँ जो अच्छी आदतें व अच्छे विचार ग्रहण करें, उसे याद रखें और अपने जीवन में अमल में लायें। ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव’ के अन्तर्गत आज लगभग बारह हजार बच्चों ने 91 देशों की शैक्षिक बाल फिल्मों से प्रेरणा ग्रहण की, जिनमें द टेक्नोलॉजी, ए ड्रीम विद ओपेन आईज, सुसाइड ड्रोन, अनोखा पि

शूलिनी मंदिर में भजन-कीर्तन से माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना

चित्र
सोलन की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी के मंदिर में दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है। भक्त दुर्गा अष्टमी के अवसर पर माता के अष्टम स्वरूप महागौरी की विधिवत पूजा-अर्चना कर सभी की खुशहाली की कामना कर रहे है। वहीं सोलन स्थित शूलिनी मंदिर में भजन-कीर्तन से माहौल पूरी तरह से भक्तिमय बना हुआ है। वहीं प्रशासन द्वारा व्यवस्थित तरीके से श्रद्धालुओं को दर्शन करवाये जा रहे है। उल्लेखनीय है कि माता शूलिनी के नाम से ही सोलन शहर का नाम पडा व यहां के लोगों पर माता शूलिनी की पूरी कृपा रहती है। माता शूलिनी को शूल नाशिनी यानि दुखों का संहार करने वाली माता भी कहा जाता है ये ही कारण है कि यहां पर दूर-दूर से भक्त जन अपनी मुरदा लेकर पहुंचते है। सच्चे मन से की हुई मुराद अवश्य पूर्ण होती है ऐसी लोगों की आस्था है। इस दौरान लोगो ने कंजक पूजन भी किया। दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर भक्तों ने बताया कि माता शूलिनी में उनकी अपार आस्था है। दूर-दूर से मां के दीदार के लिए नवरात्रों में माता के दरबार पहुंचते है।