शिवम सिंह ने रायबरेली का नाम रोशन किया

रायबरेली में विकास भवन के सामने पिता छोटी सी गुमटी में स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं, बेटे शिवम सिंह ने UPSC  एग्जाम में हासिल की 877वीं रैंक

इससे पहले PCS एग्जाम में आई थी 38वीं रैंक, एसडीएम रहते हुए करते रहे तैयारी, अब मिली सफलता 

- प्रमोद कुमार उप संपादक

UPSC एग्जाम में हासिल की 877वीं रैंक हासिल करने वाले शिवम सिंह के पिता राम नरेश सिंह रायबरेली के विकास भवन के बाहर सालों से छोटी सी स्टेशनरी की दुकान लगाते हैं। उनका आवास रायबरेली शहर के प्रगतिपुरम है।

शिवम सिंह अपनी इस कामयाबी का श्रेय माता-पिता को देते हुए शिवम कहते हैं कि उनकी ही बदौलत वह आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं और सही मायने में बंधाई के पात्र वही दोनों लोग हैं। शहर के सेंट पीटर्स स्कूल के छात्र रहे शिवम कहते हैं कि सीमित संसाधनों के बावजूद पिता ने पढ़ाई में कोई अड़चन आड़े आने नही दी। 12वीं के बाद लखनऊ के एक निजी इंजीनियर कालेज से बीटेक पढ़ाई पूरी की फिर धनबाद के आई.आई.टी. से एमटेक करने का अवसर मिला। एमटेक करने के दौरान ही निजी कंपनी में प्लेसमेंट हुआ, पर उसमें ज्वाइन न करते हुए सिविल सर्विसेज की तैयारी में लग गए वैसे तो शिवम सिंह का एक ही सपना था।

इण्डियन फारेस्ट सर्विस में हमारा चयन हो और वर्तमान में जो रैंक श्री सिंह ने सिविल सर्विस परीक्षा के अंतिम परिणाम में पाया है उनको इंडियन फारेस्ट सर्विस में जाने के लिए कोई अणचन नहीं आएगी। सिविल सर्विस परीक्षा में 877वीं रैंक प्राप्त करने पर श्री सिंह के माता-पिता में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।

 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पक्षी आपका भाग्य बदले

जन्म कुंडली में वेश्यावृति के योग

भृगु संहिता के उपचार