उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने यमुनोत्री क्षेत्र का दौरा कर चारधाम यात्रा की तैयारियों का निरीक्षण किया
उत्तराखंड की प्रसिद्ध चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है। चार धाम यात्रा के लिए आज तीर्थ यात्रियों का पहला जत्था ऋषिकेश से रवाना हो गया है। 10 मई गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। इन धामों को फूलों से सजाया जा रहा है। वहीं, 12 मई को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे। इस बीच, चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आ रहा है। ऋषिकेश के यात्रा ट्रांजिट कैंप में पंजीकरण के लिए दूसरे दिन भी तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी है। चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण की व्यवस्था अनिवार्य की गई है। बुधवार से ऋषिकेश और हरिद्वार में आफलाइन पंजीकरण भी आरंभ कर दिए गए हैं। आफलाइन पंजीकरण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आज ऋषिकेश से चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हुआ है। गंगोत्री धाम के पुरोहित राजेश सेमवाल ने बताया कि कल गंगोत्री धाम के कपाट खुलने जा रहे है। श्रद्धालुओं में अपार हर्ष हो रहा है। यात्रा से संबंधित सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। वहीं, उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री क्षेत्र का दौरा कर चारधाम यात्रा की तैयारियों का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं चाक-चैबंद बनाए रखने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने घोड़े-खच्चरों, डंडी-कंडी की निर्धारित दरों और रोटेशन की व्यवस्था को सख्ती से लागू किए जाने के साथ ही प्लास्टिक कूड़ा के नियंत्रण व प्रबंधन के लिए क्यूआर कोड आधारित डिपोजिट व्यवस्था को भी प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किए जाने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने कहा, सेवाओं व वस्तुओं की अधिक कीमत वसूलने और कूड़ा फैलाने के मामले में सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।