संदेश

विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था को सुचारु रुप से बनाये रखें

चित्र
जिलाधिकारी रायबरेली श्रीमती माला श्रीवास्तव ने कहा कि आने वाले गर्मी के मौसम में जनपद में विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था को सुचारु रुप से बनाये रखने के लिए समस्त संभव उपाय किए जाएं। उन्होंने कहा कि लाइन हानि को हर हाल में कम करने के प्रयास किये जाए तथा बिलिंग की प्रक्रिया का नियमित रूप से अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने कहा कि गलत बिल आने की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए, मीटर रीडर अपना कार्य निष्ठापूर्वक करें। उन्होंने कहा कि दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित कम्पनी के विरूद्ध भी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव आज बचत भवन सभागार में विद्युत आपूर्ति, वाणिज्य बिन्दु तथा रिवैम्प के कार्यो की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती पूजा यादव, अपर जिलाधिकारी वि0रा0 श्रीमती पूजा मिश्रा सहित अन्य समस्त सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि लाइन हानि कम करने की प्रगति की अपेक्षाकृत सुधार अवश्य हुआ है लेकिन अभी लाइन हानि और कम करने के प्रयास किये जाने चाहिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि मीटर रीडर के कार्यो का अनुश्रवण

सर्वराहाकार महंत दिव्यजीवन दास को सुपुर्दगी में मिली जमीन

चित्र
- संदीप रिछारिया, सहायक संपादक भगवान की लीला अजीब है, श्रीचित्रकूटधाम में जहां एक ओर यज्ञवेदी मन्दिर पर विराजमान जमानत पर चल रहे गोपाल जी तो दूसरी तरफ शुक्रवार को अदालत के आदेश पर कोर्ट के अमीन ने निर्मोही तिराहा पर सरयू नदी के किनारे की लगभग चार बीघा व्यवसायिक जमीन को खाली कराकर महंत दिव्यजीवन दास जी महराज को सुपुर्द किया।  मामला कुछ इस प्रकार है, लगभग तीस साल पहले निर्मोही अखाड़े के पास सरयू नदी के किनारे लगभग चार बिस्वा से कुछ ज्यादा जमीन पड़ी हुई थी। जिस पर एक पूर्व अध्यक्ष ने जबरन उस पर कुछ दुकानें व एक सुलभ काम्पलेक्स पूर्व महंत के रोकने के बाद भी बना दिया था। इस मामले को लेकर वर्तमान महंत ने अदालत की शरण ली। लगभग तीस साल तक चली अदालती कार्यवाही ने माना कि नगर पालिका ने जबरन भगवान की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। पिछले दिनों अदालत ने भगवान के पक्ष में फैसला कर दिया। फैसले को लेकर दुकानदारों में रोष भी दिखाई दिया, दुकानदारों ने इस बात को लेकर नगर पालिका परिषद को तमाम लानत मलानत भेजी। शुक्रवार को अदालत के आदेश पर पुलिस सुरक्षा के साथ कोर्ट अमीन ने आकर जेसीबी की सहायता से सात दुकानो

चहेते कामेडियन सतीश कौशिक जिदंगी भर हंसाया था रूला कर चले गये

चित्र
- धीरेन्द्र सिंह परिहार रंगों का पर्व होली में दुखद रहा भारतीय फिल्म दर्शकों के लिए, एक गहरा सदमा लगा होली के तुरन्त बाद उनके चहेते काॅमेडियन कलाकार और निर्देशक सतीश कौशिक का हृदयाघात से निधन हो गया। उनका प्रिय कलैंडर जिसने उन्हें जिदंगी भर हंसाया था रूला कर चले गये इस हंसमुख गोल-मटोल कलाकार का जन्म 13 अप्रैल 1956 को महेंद्रगढ़, हरियाणा में हुआ था। उन्होंने 1972 में किरोड़ीमल कालेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया। आगे चल कर कौशिक जी ने नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा और इण्डियन फिल्म और टेलिविजन इंस्टीटयूट पूना से डिप्लोमा किया था।  1985 में उन्होंने शशि कौशिक से शादी की थी जिस से उन्हें एक बेटा शानू हुआ था बदकिस्मती से दो साल की उम्र मे उसकी 1996 में मृत्यु हो गई 2012 में, उनकी बेटी वंशिका पैदा हुयी उनकी पहली फिल्म 1983 मे आई रवि वासवानी की फिल्म जाने भी दो यारों थी उसी साल शबाना जी और नासिरूददीन शाह के साथ उनकी फिल्म मासूम आई उन्हें असली पहचान 1987 मे आई शेखर कपूर की फिल्म मिस्टर इण्डिया से मिली जिसमे उनका रोल केलैंडर उनकी नई पहचान बन गया। उनकी अंतिम फिल्म 2008 मे आई गॅाड तुस्सी ग्रेट हो थ

इंग्लैण्ड एवं अमेरिका के आठ विश्वविद्यालयों में अर्चिशा का चयन

चित्र
सिटी मान्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) लखनऊ की मेधावी छात्रा अर्चिशा जायसवाल ने उच्चशिक्षा हेतु इंग्लैण्ड एवं अमेरिका के आठ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में चयनित होकर लखनऊ का गौरव बढ़ाया है। अर्चिशा को इंग्लैण्ड की यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर, यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड, यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम एवं अमेरिका की इंडियाना ब्लूमिंगटन यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी, कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना एवं यूनिवर्सिटी ऑफ यूटाह द्वारा उच्चशिक्षा का आमन्त्रण दिया गया है। सी.एम.एस. की इस मेधावी छात्रा ने अपनी सफलता का सम्पूर्ण श्रेय विद्यालय के अपने शिक्षकों व शैक्षिक वातावरण को दिया है। सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने अर्चिशा के उज्जवल भविष्य की कामना की है। सी.एम.एस. एस.ए.टी. (सैट) एवं एडवान्स प्लेसमेन्ट (ए.पी.) टेस्ट सेन्टर भी है जो उत्तर प्रदेश एवं आसपास के अन्य राज्यों के छात्रों को विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में स्कॉलरशिप के साथ उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर उपलब्ध करा रहा है। प्रतिवर्ष भारी संख्या में सी.एम.एस. छात्र विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयो

जो कोई प्रभु को पहचान लेते हैं उन्हें धरती और आकाश की कोई भी शक्ति प्रभु का कार्य करने से रोक नहीं सकती

चित्र
- डा0 जगदीश गांधी   (1) ‘राम’ को कोई भी शक्ति प्रभु का कार्य करने से रोक नहीं सकी:-   जो कोई प्रभु को पहचान लेते हैं उन्हें धरती और आकाश की कोई भी शक्ति प्रभु का कार्य करने से रोक नहीं सकती। मानव सभ्यता के पास जो इतिहास उपलब्ध है उसके अनुसार राम का जन्म आज से लगभग 7500 वर्ष पूर्व अयोध्या में हुआ था। राम ने बचपन में ही प्रभु को पहचान लिया और उन्होंने अपने शरीर के पिता राजा दशरथ के वचन को निभाने के लिए हँसते हुए 14 वर्षो तक वनवास का दुःख झेला, जबकि उनके पिता राजा दशरथ अपने पुत्र राम के मोह में अपनी आखिरी सांस तक उन्हें हर प्रकार से वन जाने से रोकने की कोशिश करते रहे। राजा दशरथ के साथ ही अयोध्यावासियों ने भी राम को वन जाने से रोकने के लिए बहुत कोशिश की किन्तु राम को प्रभु की इच्छा तथा आज्ञा को पहचान कर प्रभु का कार्य करने से कोई भी रोक नहीं सका। इसलिए हमें प्रभु राम की तरह अपनी इच्छा नहीं वरन् प्रभु की इच्छा और प्रभु की आज्ञा का पालन करते हुए प्रभु का कार्य करना चाहिए।   (2) युगावतार अपने युग की समस्याओं का समाधान मानव जाति को देते हैं:- रामायण में कहा गया है कि ‘जब जब होहिं धरम की हा

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल रायबरेली का होली मिलन समारोह

चित्र
उ0प्र0 उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल, रायबरेली का 50वाँ होली मिलन कार्यक्रम स्थानीय कैपरगंज चौराहे में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में जी.टी.वी. में प्रसारित होने वाले कार्यक्रम सारेगामापा की लिटिल चैम्प फरह़ा नाज ने अपने गीतों से जनमानस का मन मोह लिया। जनपद के दूर-दराज क्षेत्रों से आये हुए अतिथियों का स्वागत प्रदेश उपाध्यक्ष बसन्त सिंह बग्गा द्वारा किया गया। उपस्थित अतिथियों ने समय-समय पर बसन्त सिंह बग्गा द्वारा किये गये रचनात्मक कार्यो एवं उनके द्वारा समाजहित में किये गये संघर्षो की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम की शुरूआत गुंजन मैसी राय म्यूजिकल ट्रूप लखनऊ के द्वारा संगीत धुन से की आयी। इस अवसर पर फरहा नाज ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम में मुख्य रूप से व्यापारियों, शिक्षक, कर्मचारी, चिकित्सक, विधि व्यवसाय एवं समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान देने वाले को व्यापार मण्डल ने अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उद्योग जगत से मोहिन्दर गुप्ता, व्यापारी गणेश प्रसाद गुप्ता, चन्द्रिका प्रसाद भुन्दल, विद्युत विभाग के अवर अभियन्ता हेमन्त मिश्रा, शिक्षा के क्षेत्

भारतीय संविधान का अनुच्छेद 51 वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से परिपूर्ण है!

चित्र
- डा. जगदीश गांधी  भारतीय संविधान निर्माता डा. आंबेडकर ने हमें विश्व का सबसे अनूठा संविधान दिया है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 - अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृद्धि राज्य करेगा के अन्तर्गत कहा गया है कि (क) अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृद्धि का, (ख) राष्ट्रों के बीच न्यायसंगत और सम्मानपूर्ण संबंधों को बनाए रखने का, (ग) संगठित लोगों के एक-दूसरे से व्यवहारों में अंतरराष्ट्रीय विधि और संधि-बाध्यताओं के प्रति आदर बढ़ाने का, और (घ) अंतरराष्ट्रीय विवादों के माध्यस्थम् द्वारा निपटारे के लिए प्रोत्साहन देने का, प्रयास करेगा। भावी पीढ़ी के हित में सी.एम.एस. अपनी स्थापना के समय से ही विश्व एकता व विश्व शान्ति हेतु लगातार प्रयासरत है। सी.एम.एस. द्वारा विगत 23 वर्षों से लगातार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 पर आधारित अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें अब तक अनेक देशों के 1361 मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश तथा शासनाध्यक्ष प्रतिभाग कर चुके हैं। विश्व की न्यायिक बिरादरी ने सी.एम.एस. के विश्व एकता, विश्व शान्ति व विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षि