बहुगुणा जी ने कभी भी अपने मूल्यों और आदर्शों को नहीं छोड़ा: योगी आदित्यनाथ
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- संदीप कुमार भारतीय राजनीति में हेमवती नन्दन बहुगुणा काफी सक्रिय और चर्चित रहे हैं, वो पहली बार 8 नवम्बर 1973 से 4 मार्च 1974 और दूसरी बार 5 मार्च 1974 से 29 नवम्बर 1975 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्हें हिमालय पुत्र कहा जाता रहा, वो अपने कार्याकल में विकास पर जोर देते थे। (इलहाबाद) प्रयागराज के लोग उनके विकास को इस तरह कहते थें खम्बा-बम्बा बोलता है, बहुगुणा जी की कार्यशैली बताता है। हेमवती नन्दन बहुगुणा जन्म समय 25 अप्रैल 1919, पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। माता-पिता रावती नंदन बहुगुणा, दीपा बहुगुणा परिवार में पत्नी कमला बहुगुणा तथा पुत्री रीता बहुगुणा, पुत्र विजय बहुगुणा, शेखर बहुगुणा। इनका निधन 17 मार्च 1989, क्लीवलैंड, ओहियो, संयुक्त राज्य अमेरिका हुआ था। बहुगुणा जी का राजनीतिक सफरः- वर्ष 1952 में उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति तथा वर्ष 1957 से अखिल भारतीय कांग्रेस समिति सदस्य। वर्ष 1952 में सर्वप्रथम विधान सभा सदस्य निर्वाचित। पुनः वर्ष 1957 से लगातार 1969 तक और 1974 से 1977 तक उत्तर प्रदेश विधान सभा सदस्य रहे। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव भी रहे। वर्ष 1957 में डा.