प्लान्टेशन एस्ट्रोलाजी
प्लान्टेशन एस्ट्रोलाजी कोई नई विधा नही है। बल्कि संसार की अन्य प्राचीन सभ्यताओं और संस्कृतियों में ज्योतिष के आधार पर वृक्षारोपण और उनके ग्रहों के उपचारात्मक व तांत्रिक उपयोगों का वर्णन मिलता है। प्रस्तुत लेख मे विभिन्न लग्नों राशियों और कुछ विशेष ग्रह योगों में जंमे जातक के अनुकूल वृक्षों के वृक्षारोपण उनकी सेवा, उनके विभिन्न उपयोगों द्वारा जीवन की कुछ जटिल समस्याओं से मुक्ति पाने के उपायों का वर्णन किया गया है। वृहत्संहिता, वृहत्जातक, होरासार, नारद संहिता, भविष्य पुराण, गरूड़, स्कंद पुराण, जैमिनी गनन माला, जैमिनी गनन प्रदीपिका आदि ज्योतिष व धार्मिक ग्रन्थ में ग्रहों और वृक्षो के मध्य निम्न संबध दिखाया गया है।
सूर्य:-सेब, गाजर, अनार,़ बेल, बादाम चैलाई, ,लौंग, अदरक, खजूर, जौ, गेहू, संतरे, मदार।
चन्द्रमा:- अंगूर, खरबूजा, लौकी, गन्ना, खीरा, ककड़ी, खिरनी, मंगल, बेर, झर बेरी, चावल मूली, नारियल, कद्दू, लौकी, टिण्डा, दूधदार वृक्ष, अंगूर, सलाद, खरबूजा, बंदगोभी खीरा, अलसी, पलाष, चंदन, हरसिंगार, बेला।
मंगल:- गेंहू, टमाटर, सेब, लाल मिर्च, मसूर, चैलाई, अजवाइन, चना, शलजम, एरंड, खैर, लाल चंदन, अजमोद, जीरा, गाजर, अखरोट, चमेली।
बुध:-मूंग, पालक, अमरूद, आवंला, धनिया, सौफ, सोया, पेठे वाला कददू, तोरई, खीरा, लटजीरा।
गुरू:-मक्का, चना, पपीता, केला, पका आम, मीठी ईख, गन्ना, नीबू, बेल काबुली चना, मटर दाल, खरबूजा, हल्दी, पीली सरसों, अरहर, चुकंदर, रसभरी, सेब, षहतूत आड़ू, अनार अंगूर, पुदीना, केसर, जायफल, पीला नीबू, अंजीर, गेंहू, पहाड़ी बादाम, जैतून, पीपल, गेंदा।
शुक्र:- मौसमी, संतरा, आम का पेड़, खट्टे फल व खट्टे रसदार, फल चावल, आलू, दूधदार वृक्ष ईमली, कैथा, राजमा, सेम, हरी मटर, तरबूज, पान, जीरा, सिंधाड़ा, कमलगट्टा, गूलर, पालक, फलियां, कुम्हड़ा, बनफषा, गुलाब के पौधे व फूल, रात की रानी, कमल, सफेद तिल।
शनि:-जामुन, चुकदंर, बेर, बबूल, कांटेदार पेड़, सूखे फलदार वृक्ष, अखरोट, बादाम, यूकेलिप्टस, काली मिर्च, काला चना, बैगन, उर्द, परवल, किवांच, शमी, कदंब, चिलबिल, शीषम, साखू।
राहू:-काला तिल, जौ, नारियल गोला, मूली, राई, जंगली पेड़ व फल, बेर ईमली, झरबेरी, मुलैठी, कड़वे फल, करैला, जायफल काला नमक, धतूरा, दालचीनी, गर्म मसाले नषीले वृक्ष व पौधे भंाग, कुचला, अफीम, चंदन बड़हल, कटहल आदि।
केतु:-केला, नारियल, बाजरा, काकुन, कुष, बीन्स, लोबिया, तोरई दालचीनी, ककड़ी, कमल ककड़ी, बेलें।
कुछ वृक्ष स्त्री है। कुछ पुरूष व कुछ नपुंसक।
पुरूष वक्ष:- केला कददू, पेठा कददू, भंाग, कुचला, अफीम, सेब, गाजर, अनार,़ बेल, बादाम खजूर, जौ, गेहू,मदार, गन्ना, खीरा, अंगूर, खरबूजा, गेंहू, टमाटर, सेब, मसूर चना, एरंड, खैर, एरंड, लाल चंदन, अजमोद, अखरोट मूंग, पालक, अमरूद, परवल, बरगद, नीम, आवंला अमरूद, जैतून, मक्का, चना, पपीता, केला, पका आम, मीठी ईख, गन्ना, नीबू, बेल काबुली चना, मटर दाल, खरबूजा, पीपल, सेब, षहतूत आड़ू, अनार अंगूर, अंजीर केसर, संतरा, आम का पेड़, कैथा, राजमा, आलू, जामुन, चुकदंर, बेर, बबूल, कांटेदार पेड़, सूखे फलदार वृक्ष, अखरोट, बादाम, यूकेलिप्टस, काली मिर्च, काला चना, बैगन, उर्द, परवल, साखू, सीसम, जायफल, कायफल, करैला, टिण्डा।
स्त्री वृक्ष:- बीन्स, लोबिया, तोरई, लौकी, ककड़ी, कमल ककड़ी, बेले चंदन मूली, राई, झरबेरी, मुलैठी, सरसों, मिर्च,चैलाई, लौंग, अदरक, ककड़ी, खिरनी, बंदगोभी पलाष, हरसिंगार, बेला अलसी, चैलाई, अजवाइन, शलजम, जीरा, चमेली, लटजीरा, तोरई, धनिया, सौफ, पालक, हल्दी, पीली सरसों, अरहर, चुकंदर, रसभरी, गेंदा। पुदीना, षहतूत पालक, फलियां, कुम्हड़ा, बनफषा, गुलाब के पौधे व फूल, रात की रानी, कमल, सेम, हरी मटर, तरबूज, पान, जीरा, सिंधाड़ा, कमल गट्टा, दूधदार वृक्ष ईमली, खट्टे फल व खट्टे रसदार, फल चावल, किवांच, शमी, कदंब, चिलबिल।
लग्न व चन्द्र राशि के अनुसार वृक्षारोपण:-
लग्न व चन्द्र राशि के अनुसार वृक्षारोपण व उनका पोषण जीवन कई प्रकार की शारीरिक मानसिक रोगों तथा समस्याओं का नाश करता है।
1. यदि लग्न या राशि सिंह हो तो सूर्य का पेड़ गंेहू, बेल या मदार लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
2. यदि लग्न या राशि कर्क हो तो चन्द्र का पेड़ खिरनी, पलाश, बेला या लतायें व दूधदार पेड़ लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
3. यदि लग्न या राशि मेष या वृश्चिक हो तो मंगल का पेड़ मिर्च खैर नीम या मदार लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
4. यदि लग्न या राशि मिथुन या कन्या हो तो बुध का पेड़ लटजीरा, अमरूद या आंवला, तुलसी लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
5. यदि लग्न या राशि धनु या मीन हो तो गुरू का केला, पपीता, केला पीपल लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
6. यदि लग्न या राशि वृष या तुला हो तो शुक्र का पेड़ अशोक, शरीफा, गुलाब, संतरा, नीबू, मुसम्मी, लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
7. यदि लग्न या राशि मकर या कुंभ हो तो शनि का पेड़ शीसम, बरगद, साखू, शमी, युकेलिप्टस, चिलबिल, बेल या मदार लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
8. यदि लग्न या राशि कुंभ हो तो राहू का पेड़ बेर, घतूरा, ईमली, पाकर, विशाल जंगली वृक्ष लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।
9. यदि लग्न या राशि वृश्चिक हो तो केतु का पेड़ केला, नारियल, केला, पाॅम या ताड़ क्रिसमस ट्री लगायें और उन्हें नित्य जल चढायें।