उत्तर प्रदेश उधोग व्यापार मंडल चैहान गुट के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में जिला अध्यक्ष मोहम्मद कासीम उर्फ शानू खान को जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया, तोप खाना खतराना पहुचे प्रदेश अध्यक्ष ने शानू खान को जिला अध्यक्ष बनाया वही जिला अध्यक्ष बनने के बाद शानू खान ने कहा कि आज कल पटरी दुकानदारो का अतिक्रमण के नाम पर शोषण किया जा रहा है और दुकानदारों को परेशान भी किया जाता है जो अब कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा वही प्रदेश उपाध्यक्ष रज्जु खान ने सरकार को व्यापारी विरोधी बताते हुए कहा, सरकार के द्वारा व्यापारियों पर जीएसटी लाद दी गई जिससे व्यापार और व्यापार पूरी तरह से टूट गया अब हमारे व्यापारियों का शोषण कतई बर्दास्त किया जाएगा वही प्रदेश अध्यक्ष सी सिंह चैहान ने कसीम खान उर्फ शानू पे भरोसा जताते हुवे कहा कि शानू व्यापारियों की लड़ाई लड़ेंगे उनके साथ जिले की टीम और प्रदेश की टीम कंधा से कंधा मिलाकर चलेगी वही सेराज अहमद को प्रदेश मीडिया प्रभारी बनाया गया है उनकी मेहनत को देखते हुए जिला से प्रदेश स्तर तक का सफर किया गया है।
इस मौके पर अरविंद केवट, लल्ला मिश्र, दिलीप अग्रहरि, अर्शी खान, महेद मुन्ना, हनीफ हफीज, दिनेश, प्रदेश मंत्री ओम प्रकाश चैबे, शिवकुमार गुप्ता, अरविन्द चैधरी, प्रदेश महामंत्री अवतार सिंह मोगा, गुलाब चन्द्र गुप्ता आदि सैकड़ो व्यापारियों ,वं रायबरेली के पदाधिकारियों को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष जी0सी0 सिंह चैहान ने शपथ ग्रहण कराया।
मनुष्य का जीवन अपने आसपास के वातावरण से ही प्रभावित होता है। व्यक्ति के आस-पास के पशु पक्षी उसके जीवन का अभिन्न अंग है। भारतीय ऋर्षियों तथा संसार के अध्यात्मवादियो ने संसार के पक्षियों को ना केवल ज्योतिष तथा मनुष्य के भाग्य से जोड़ा है। बल्कि पक्षियों को उपयोग शकुन ज्योतिष, फलित तथा प्रष्न ज्योतिष तथा अनेकों ज्योतिष, तांत्रिक उपचारों और शारीरिक मानसिक रोगों के निवारण में किया है। भारत मे पंच प़क्षी शास्त्र, कल्ली पुराण पर आधारित तोते द्वारा भविष्यवाणी, पक्षी तंत्र तथा शकुन ज्योतिष का प्रयोग आदिकाल से ही किया जाता है भारत मे गरूड़ जी, नीलकंठ, काकभुषुंडी,, हंस, जटायु व संपाती, शुकदेव जी आदि दिव्य पक्षियों तथा अनेक देवी देवताआंे वाहन के रूप मे पक्षियों को प्रयोग किये जाने का वर्णन है। जैसे भगवान विष्णु का गरूड़, कार्तकेय जी का मयूर, माता लक्षमी का उल्लू, विश्वकर्मा, वरूण जी तथा स्वरसती जी का हंस आदि शनिदेव का कौआ आदि का प्राचीन काल मे पक्षियों द्वारा डाक सेवा युद्ध संबधी शकुन का भी काम लिया जाता था पक्षियों को स्वतंत्रता, नवीन विचारों, आनंद, तनाव, मुक्ति, प्रषंसा, यष, धन्यवाद देने, प्रजनन श