स्वास्थ्य की जांच की गई

जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई एवं समस्त तहसीलों के उप जिलाधिकारियों व समाज सेवियों द्वारा कम्युनिटी किचन, ग्राम प्रधानों, नगर निकाय, स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा तैयार भोजन को समाजिक दूरी बनाते हुए जरूरतमंदों को भोजन लंच पैकट मुहैया कराकर उनकी भूख को व शरीर को ऊर्जावान बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बस स्टाप पर बाहर से आये श्रमिकों व लोगों को नगर पालिका परिषद द्वारा बनाये गये कोरोना वायरस आपदा आश्रय अस्थाई आदि पर जाकर लंच पैकट व ब्रेड एवं बिस्कुट के पैकेट बाटे तथा आमजन से कहा कि लाॅकडाउन का पालन करे तथा अपरे घरों में रहे सामाजिक दूरी बनाये रखे। बाहर से आये लोगों को पंजीकरण करने के साथ ही स्वास्थ्य की जांच की गई तथा उनकी समस्त जानकारी प्राप्त कर उन्हें 14 अप्रैल तक रूकने एवं नगर मजिस्टेªट ईओ को निर्देश दिये कि इनके रहने खाने, तेल साबून, सेनेटाइजर, मास्क, बेड आदि की पूरी व्यवस्था रखी जाये। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो तो श्रमिक तत्काल उपस्थित अधिकारियों को जानकारी दें। 



 समाज सेवी संस्थाओं द्वारा भी लाॅकडाउन के तहत जरूरतमंदों को निरन्तर भोजन की व्यवस्था करके लोगों में बाटवाया जा रहा है। समाज सेवी सरदार अवतार सिंह छाबड़ा ने स्वयं खाना के पैकेट तैयार कर सिविल लाइन चैराहा, गोराबाजार, सुपर मार्केट आदि स्थानों पर भोजन के लिए पैकेट बटवाये। इसी प्रकार समाज सेवी लालगंज के सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने लालगंज, डलमऊ के विभिन्न मार्गो व क्षेत्रों में 600 लंच पैकेट का वितरण कराया समाज सेवी व पत्रकार सारिका शुक्ला ने 500 लंच पैकेट उप जिलाधिकारी सदर अंशिका दीक्षित व तहसीलदार अमिता यादव को आश्रय स्थलों व ग्रामीण क्षेत्रों में बटवाने हेतु दिये। जिस पर एसडीएम सदर व तहसीलदार ने अभार प्रकट किया। सारिका शुक्ला ने कहा कि प्रतिदिन 500 लंच पैकेट सदर तहसील को मुहैया करायेगें। सारिका शुक्ला द्वारा स्वयं भी 200 पैकेट मुंशीगंज मार्गाे पर आते हुए श्रामिक व जरूरतमंद, मूर्तिकारों कवरेज करते हुए पत्रकारों को भी मुहैया करवाया और उनसे कहा कि समाजिक दूरी बने रखते हुए अपना स्वयं का भी ध्यान रखें। इस मौके पर प्रियंका कक्कड़, राम विकास, आनन्द कर्ण द्वारा भी जरूरतमंदो को भोजन के पैकेट बाटा गया।



इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जन्म कुंडली में वेश्यावृति के योग

पक्षी आपका भाग्य बदले

भृगु संहिता के उपचार