और आज दूरियाँ प्यार और परवाह की परिचायक है

ना तुम घर से निकलना 
ना हम कही दूर’ जाएंगे
अपने अपने हिस्से की
दोस्ती निभाएंगें
बहुत अच्छा लगेगा जिंदगी का ये सफर
आप वहाँ से याद करना 
हम यहाँ से मुस्कुरायेंगे
समय और हालात कभी भी 
कहीं भी बदल सकते है
कल तक
निकटता प्रेम का प्रतीक थी
और आज दूरियाँ प्यार और परवाह की परिचायक है
!!ऊं सनातनाय नमः!!
!!जय श्री कृष्णा!!


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