दीमापुर नागालैंडः वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के दो पार्टी कार्यकर्ताओं के होटल मून स्टार दीमापुर से लापता हुए 5 दिन हो चुके हैं लेकिन पुलिस अभी तक उन्हें खोज नहीं पाई है। दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के गायब होने के पीछे का कारण नागालैंड में वोटर पार्टी इंटरनेशनल के नीति निदेशक विश्वात्मा भारत गांधी की रिहाई को रोकना है। श्री विश्वात्मा को दीमापुर में चल रहे राजनीतिक प्रशिक्षण के तीन दिवसीय सत्र के बाद 13 मार्च को दीमापुर पुलिस ने धोखे से गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने बिना किसी कारण श्री विश्वात्मा को 10 दिनों तक हिरासत में रखा और फिर 23 मार्च को जेल भेज दिया। पार्टी के अखिल भारतीय समिति के सचिव श्री शिवाकांत गोरखपुरी और उनके सहायक श्री नवीन कुमार 14 मार्च को श्री विश्वात्मा की गिरफ्तारी के बाद नागालैंड पहुंचे। वे जेल से उसकी रिहाई के लिए काम कर रहे थे। दुर्भाग्य से विश्वात्मा की रिहाई से पहले ही वे लॉकडाउन के कारण दीमापुर में ही फंस गए। विश्वात्मा लॉकडाउन खत्म होने के बाद 20 मई को जमानत पर रिहा होने वाले थे। श्री विश्वात्मा को जमानत पर रिहा होने से ठीक एक दिन पहले 19 मई को सायं लगभग 4 बजे तीन अज्ञात व्यक्ति होटल में उपरोक्त दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने आए। कुछ समय बाद पार्टी कार्यकर्ता उन व्यक्तियों के साथ चले गए। उसके बाद से उन दोनों कार्यकर्ताओं से संपर्क टूट गया है।
एक तरफ पुलिस ने बिना किसी नोटिस जांच और आरोपों के पार्टी के प्रमुख श्री विश्वात्मा को जेल भेज दियाए दूसरी तरफ पुलिस 5 दिनों के बाद भी लापता पार्टी कार्यकर्ताओं को खोजने में असमर्थ है। श्री विश्वात्मा की गिरफ्तारी के पीछे एक राजनीतिक साजिश है। पार्टी के कार्यकर्ताओं के लापता होने के पीछे वही ताकतें हैं जो चाहतती हैं कि श्री विश्वात्मा जेल से रिहा नहीं होने पाएँ और उनका वोटरशिप और राजनैतिक सुधारों का अभियान समाप्त हो जाए ।
लॉकडाउन के बहाने प्रशासन और सरकार तानाशाह की तरह व्यवहार कर रहे हैं। लॉकडाऊन के बहाने प्रशासन ने ऐसे व्यक्ति को जेल में बंद कर रखा हैए जो न केवल भारत के बल्कि पूरे विश्व के सभी मजदूरों गरीबों और गरीबी रेखा के लोगों को आर्थिक न्याय दिलाने का काम कर रहा है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्होंने विवाह नहीं किया कोई संपत्ति भी नहीं बनाई। उन्होंने आर्थिक तंगी का सामना कर रहे गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों को न्याय दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन नाम दिया। भारत का वोटर अब उसके साथ खड़ा है और सरकारों से सवाल कर रहा है। इसलिए श्री विश्वात्मा को जेल में बंद कर दिया गया है और अब उनकी रिहाई की कोशिश कर रहे पार्टी कार्यकर्ता उनकी जमानत से 1 दिन पहले ही अचानक गायब हो गए हैं। मुख्यधारा के मीडिया से अनुरोध है कि वह सच्चाई के साथ खड़े हों और राजनीतिक सुधारों के लिए लड़ने वाली पार्टी का समर्थन करें।
मनुष्य का जीवन अपने आसपास के वातावरण से ही प्रभावित होता है। व्यक्ति के आस-पास के पशु पक्षी उसके जीवन का अभिन्न अंग है। भारतीय ऋर्षियों तथा संसार के अध्यात्मवादियो ने संसार के पक्षियों को ना केवल ज्योतिष तथा मनुष्य के भाग्य से जोड़ा है। बल्कि पक्षियों को उपयोग शकुन ज्योतिष, फलित तथा प्रष्न ज्योतिष तथा अनेकों ज्योतिष, तांत्रिक उपचारों और शारीरिक मानसिक रोगों के निवारण में किया है। भारत मे पंच प़क्षी शास्त्र, कल्ली पुराण पर आधारित तोते द्वारा भविष्यवाणी, पक्षी तंत्र तथा शकुन ज्योतिष का प्रयोग आदिकाल से ही किया जाता है भारत मे गरूड़ जी, नीलकंठ, काकभुषुंडी,, हंस, जटायु व संपाती, शुकदेव जी आदि दिव्य पक्षियों तथा अनेक देवी देवताआंे वाहन के रूप मे पक्षियों को प्रयोग किये जाने का वर्णन है। जैसे भगवान विष्णु का गरूड़, कार्तकेय जी का मयूर, माता लक्षमी का उल्लू, विश्वकर्मा, वरूण जी तथा स्वरसती जी का हंस आदि शनिदेव का कौआ आदि का प्राचीन काल मे पक्षियों द्वारा डाक सेवा युद्ध संबधी शकुन का भी काम लिया जाता था पक्षियों को स्वतंत्रता, नवीन विचारों, आनंद, तनाव, मुक्ति, प्रषंसा, यष, धन्यवाद देने, प्रजनन श