जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना ने कोरोना महामारी कोविड-19 के दृष्टिगत आदेश दिये है कि कोरोना की रोकथाम के लिए आवश्यक संक्रमण से सुरक्षात्मक उपायों के साथ जनपद रायबरेली में हेयर कटिंग सैलून को खोलने की अनुमति विगत दिनों प्रदान की गई थी। उन्होंने जनपद के समस्त हेयर कटिंग सैलून व ब्यूटी पार्लसों को निर्देशित किया जाता है कि हेयर कटिंग सैलून व ब्यूटी पार्लसों में केवल हेयर कटिंग ही की जायेगी। फेसियल, स्पा व मसाज आदि को पूर्णतयः प्रतिबन्धित किया जाता है। उपयोग में लाए गए सभी उपकरणों को उपयोग में लाने से पूर्व व पश्चात प्रत्येक बार उन्हें गरम पानी से धुलाई करके सेनेटाइजर से स्प्रे करना आवश्यक होगा। केवल एक ही व्यक्ति प्रतीक्षारत रहेगा, साथ ही सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन करना आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने आदेशित किया है कि जनपद में जो भी हेयर कटिंग सैलून व ब्यूटी पार्लस की समस्त दुकानदारों को फेस कवर/मास्क, ग्लब्स इस्तेमाल करके कार्य करना होगा एवं दुकान में सेनेटाइजर की व्यवस्था भी करनी होगी जिससे कि आने वाले समस्त व्यक्तियों को संक्रमण से बचाया जा सके। किसी भी ग्राहक को यदि उसने मास्क नहीं पहना है तो उसकी हेयर कटिंग नही की जाये। उपर्युक्त दिशा-निदेशों का उल्लघंन करने पर आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 की धारा 51-60 तथा भा0द0वि0 की धारा 188 में दिये गये प्राविधानों के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी।
मनुष्य का जीवन अपने आसपास के वातावरण से ही प्रभावित होता है। व्यक्ति के आस-पास के पशु पक्षी उसके जीवन का अभिन्न अंग है। भारतीय ऋर्षियों तथा संसार के अध्यात्मवादियो ने संसार के पक्षियों को ना केवल ज्योतिष तथा मनुष्य के भाग्य से जोड़ा है। बल्कि पक्षियों को उपयोग शकुन ज्योतिष, फलित तथा प्रष्न ज्योतिष तथा अनेकों ज्योतिष, तांत्रिक उपचारों और शारीरिक मानसिक रोगों के निवारण में किया है। भारत मे पंच प़क्षी शास्त्र, कल्ली पुराण पर आधारित तोते द्वारा भविष्यवाणी, पक्षी तंत्र तथा शकुन ज्योतिष का प्रयोग आदिकाल से ही किया जाता है भारत मे गरूड़ जी, नीलकंठ, काकभुषुंडी,, हंस, जटायु व संपाती, शुकदेव जी आदि दिव्य पक्षियों तथा अनेक देवी देवताआंे वाहन के रूप मे पक्षियों को प्रयोग किये जाने का वर्णन है। जैसे भगवान विष्णु का गरूड़, कार्तकेय जी का मयूर, माता लक्षमी का उल्लू, विश्वकर्मा, वरूण जी तथा स्वरसती जी का हंस आदि शनिदेव का कौआ आदि का प्राचीन काल मे पक्षियों द्वारा डाक सेवा युद्ध संबधी शकुन का भी काम लिया जाता था पक्षियों को स्वतंत्रता, नवीन विचारों, आनंद, तनाव, मुक्ति, प्रषंसा, यष, धन्यवाद देने, प्रजनन श