जिलाधिकारी, रायबरेली ने कहा, कोरोना मरीजों की रिकवरी दर को और बेहतर करे

जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना ने बचत भवन के सभागार में कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम व बचाव हेतु जनपद में टेस्टिंग संख्या में लगातार वृद्धि किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिक से अधिक टेस्ट कर कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजो की रिकवरी दर को और बेहतर करे तथा बुजुर्गो, बच्चो, गर्भवती महिलाओं, बीमार तथा कमजोर व्यक्तियों की मेडिकल टेस्टिंग का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाये। कोविड सैपिंलिग व ट्रूनैट मशीन व रैपिड एंटीजेन से टेस्ट प्रतिदिन किये जाये। एल-1 व एल-2 अस्पतालों में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल के अनुरूप समस्त व्यवस्थाए सुनिश्चित की जाये। इसके लिए अधिकारी माइक्रो प्लान के तहत स्वास्थ्य सम्बन्धी पुख्ता इंतेजाम करें। कोविड अस्पतालों में आॅक्सीजन की सुचारू रूप से व्यवस्था के साथ-साथ 48 घण्टे का आॅक्सीजन बैंकअप रखा जाए। कोविड वार्डों में सीसीटीवी कैमरें अनिवार्य रूप से लगाये तथा एक स्थान पर पढ़ने के लिए अखबार आदि की व्यवस्था करने के साथ ही डोर-टू-डोर सर्वे, प्राईमरी व द्वितीय कांन्टैक्ट टेªसिंग संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाये गये लोगों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट, एम्बुलेंस व्यवस्था, एल-1 एल-2 कोविड चिकित्सालय, होम आइसोलेशन आदि व्यवस्थाओं की समीक्षा निरन्तर की जाये। 
 जिलाधिकारी ने कहा कि होम आइसोलेशन के मरीजों से निरन्तर संवाद व मानवीय दृष्टिकोण बना रहे। यदि कोई जो होम आइसोलेशन में है उनके बारे में प्रतिदिन मांगे जाने वाली जानकारी स्वास्थ्य विभाग, तहसील अधिकारी आदि नही देता है या फोन करने पर फोन नही उठाता है तो नियामानुसार उसके विरूद्ध कोविड एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराकर जेल का रास्ता दिखाये। एल-1 कोविड अस्पतालों में 50 प्रतिशत व एल-2 कोविड चिकित्सलयों में सभी बेड्स पर आॅक्सीजन की उपलब्धता बनी रहे। उन्होंने कहा कि जनसामान्य को बिना किसी आवश्यक कार्य हेतु घरों में रहने के लिए प्रेरित करे तथा बिना मास्क के आवाजाही पर रोक लगाया जाये तथा सोशल डिस्टेसिंग व मास्क का प्रयोग एवं स्वास्थ्य प्रोटोकाॅल का कड़ाई से अनुपालन कराया जाये। उन्होनें कहा कि जनपद की निगरानी कमेटिया सेक्टर मजिस्टेªट का भ्रमण, सीओं व एसडीएम का भ्रमण अपने-अपने क्षेत्रों में निरन्तर चलते रहना चाहिए तथा कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाये। कोविड-19 तथा संचारी रोग नियंत्रण में स्वच्छता, सेनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग कार्य निरन्तर कराया जाये। समस्त कार्यवाहियों को प्रभावी ढंग से संचालित करते हुए इसकी माॅनिटरिंग भी की जाए। कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों में दवाओं के अभाव में उपचार प्रभावित नही होना चाहिए। उन्होंने कार्यो को ठीक से संपादित न किये जाने के कारण एसीएमओं को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने सीएमओं को निर्देश दिये कि कोरोना मृत्यु की जानकारी के बारे में पूरी जानकारी रखने के उपरान्त बताये। सामान्य या अन्य बीमारियों से हुई मृत्यु को कोरोना संक्रमण में न शामिल करें साथ ही मृत्यु का पूरी तरह से सही रिकार्ड रखा जाये। इसके अलावा कौन मरीज कहा है इसका भी सही रिकार्ड रखे। 
 इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानन्द राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 संजय कुमार शर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष व अपर जिलाधिकारी वि0रा0 प्रेम प्रकाश उपाध्याय, नगर मजिस्टेªट युगराज सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 खालिद रिजवान अहमद, एडी सूचना प्रमोद कुमार, डीपीआरओ आदि जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।


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