कोरोना वायरस जांच व रैपिड एन्टीजेन टेस्ट अधिक से अधिक कराकर बचाव व इलाज में आगे आये: शुभ्रा सक्सेना

जिलाधिकारी, रायबरेली शुभ्रा सक्सेना ने बचत भवन के सभागार में नयूमोकोकल कानजुगेट वैकसीन (पीसीवी) जनपद स्तरीय टास्क फोर्स बैठक की अध्यक्षता करते हुए कि शासन स्तर पर नियमित टीकाकरण में एक नई नयूमोकोकल कानजुगेट वैकसीन (पीसीवी) शामिल की जा रही है। नयूमोकोकल कानजुगेट वैकसीन बच्चों को बैक्टीरिया से होने वाली निमोनिया और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित एवं असरदार है। बच्चों को टीकाकरण में पीसीवी लगेगा। दो प्राइमरी टीके 6 हफ्ते, 14 हफ्ते की उम्र पर और बूस्टर टीका 9 महीनें की उम्र पर दिये जाएगंे। यह जीवन रक्षक टीका न केवल बच्चों को स्वास्थ्य रखेगा, बल्कि निमोनिया के कारण होने वाले अस्पताल और दवाओं के खर्चे से भी बचाएगा। पीसीवी बच्चों को नयूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया और दिमागी बुखार (बैकटीरियल मेनिनजाइटिस) एवं अन्य बीमारियों से बचाता है। भारत में पांच साल से कम उम्र के बच्चों की निमोनिया के कारण होने वाली मृत्यु में नयूमोकोकल निमोनिया से होती है। नयूमोकोकल कानजुगेज वैकसीन (पीसीवी) जनपद व प्रदेश में इस बीमारियों के बोझ को कम करेगी। जनपद रायबरेली सहित प्रदेश के 57 जनपद में नयूमोकोकल कानजुगेट वैकसीन (पीसीवी) 8 अगस्त को शामिल की जायेगी। उन्होंने टास्क फोर्स की बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी आदि सदस्यों को निर्देश दिये कि इस टीकाकरण के लाभों को जनसामान्य में विस्तार से बताकर टीकाकरण करने के लिए प्रेरित करें।
 जिलाधिकारी ने कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम व बचाव हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनसामान्य को बिना किसी आवश्यक कार्य हेतु घरों में रहने के लिए प्रेरित करे तथा बिना मास्क के आवाजाही पर रोक लगाया जाये तथा सोशल डिस्टेसिंग व मास्क का प्रयोग एवं स्वास्थ्य प्रोटोकाॅल का कड़ाई से अनुपालन कराया जाये। उन्होनें कहा कि जनपद की निगरानी कमेटिया सेक्टर मजिस्टेªट का भ्रमण, सीओं व एसडीएम का भ्रमण अपने-अपने क्षेत्रों में निरन्तर चलते रहना चाहिए तथा कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाये। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि जांच सैपिंलिग व एंटीजेन टेस्ट प्रतिदिन अधिक से अधिक किये जाये। कोविड वार्डों में सीसीटीवी कैमरें अनिवार्य रूप से लगाये तथा एक स्थान पर पढ़ने के लिए अखबार आदि की व्यवस्था करने के साथ ही डोर-टू-डोर सर्वे, प्राईमरी व द्वितीय कांन्टैक्ट टेªसिंग संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाये गये लोगों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट, एम्बुलेंस व्यवस्था, एल-1 एल-2 कोविड चिकित्सालय, होम आइसोलेशन आदि व्यवस्थाओं की समीक्षा निरन्तर की जाये। एल-1 कोविड अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड्स पर आॅक्सीजन की व्यवस्था तथा एल-2 कोविड चिकित्सलयों में सभी बेड्स पर आॅक्सीजन की उपलब्धता रहे। होम आइसोलेशन के मरीजों से निरन्तर संवाद व मानवीय दृष्टिकोण बना रहे। इस मौके पर अन्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
 इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल, अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानन्द राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 संजय कुमार शर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष व अपर जिलाधिकारी वि0रा0 प्रेम प्रकाश उपाध्याय, नगर मजिस्टेªट युगराज सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 खालिद रिजवान अहमद, एडी सूचना प्रमोद कुमार, डीपीआरओ आदि जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।


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