आपसी वैमनस्यता भूलाकर नए रिश्तों को आयाम देती है होली

जनपद रायबरेली की ख्याति प्राप्त स्वयंसेवी संस्थाओं में अग्रणी सेवारत स्वर्णकार संस्थान रायबरेली का होली मिल समारोह सिविल लाइन्स स्थित भुन्दल मैरिज हाल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ काँग्रेस नेता कमलेश रस्तोगी तथा विशिष्ट अतिथि अतिथि वरिष्ठ भाजपा नेता इं. विजय रस्तोगी जी उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ व्यापारी नेता ओरीलाल वर्मा ने किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कमलेश रस्तोगी ने कहा कि होली आनन्द, प्रेम और रंगों का त्यौहार है, इस दौरान सड़कों और घरों को अलग-अलग रंगों में ढका देखा जा सकता है, इसलिए इसे प्यार का त्योहार भी कहते हैं।  होली मिलन जैसे कार्यक्रमों के होने से लोग आपसी वैमनस्यता भूलकर नये रिश्तों को आयाम देते हैं।  विशिष्ट अतिथि इं. विजय रस्तोगी ने कहा कि बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य, पाप पर पुण्य की जीत का प्रतीक होली के त्योहार का सामाजिक महत्व है।  होली का त्योहार बड़ा ही पावन और प्रेम का अवसर प्रदान करने वाला पर्व है।   संरक्षक पूर्व प्रधान भौमेश कुमार सोनी, शिव नारायण सोनी, डा0 विजय कुमार रस्तोगी, राकेश कुमार रस्तोगी के कुशल निर्देशन एवं अध्यक्ष शिवशरण लाल वर्मा, महासचिव गोविन्द सोनी, सांस्कृतिक मन्त्री डा0 दिनेश कुमार सोनी, कोषाध्यक्ष राम गोपाल वर्मा, युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रजत कुमार सोनी, महासचिव सुशील कुमार वर्मा, सांस्कृतिक मंत्री अमित सिंह सोनी, महिला प्रकोष्ठ की श्रीमती शीला सोनी, श्रीमती मंजूलता वर्मा तथा मैरिज हाल के निदेशक चन्द्रिका प्रसाद भुन्दल के सम्मिलित अथक प्रयास से कार्यक्रम बहुत ही व्यवस्थित, सराहनीय तथा आनन्ददायी रहा।  कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ सपा नेता मुकेश रस्तोगी, कांग्रेस नेता इन्द्र कुमार वर्मा, संजय वर्मा, दुर्गा सर्राफ, शिवकुमार वर्मा, जगदीप वर्मा, कृष्ण कुमार सोनी, बैजनाथ वर्मा, राजेश सोनी, राजेश वर्मा, सूरज बर्फानी, मोनू बर्फानी, रजत सोनी, दीप सोनी, दुर्गा प्रसाद सोनी, टी.एन. गुप्ता, गोविन्द प्रसाद रस्तोगी, संतोष सोनी, केशव सोनी आदि लोग उपस्थित रहे।  इस अवसर पर संस्थान को परोक्ष व अपरोक्ष रूप से सहयोग प्रदाताओं, व्यापार से जुड़े स्वजातीय बन्धुओं, रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर कलाकारों, वरिष्ठ पत्रकार बन्धुओं, समाज के वरिष्ठ जनों व अपनी प्रस्तुतियों से आनन्द विभोर कर देने वाले बच्चों, अपने व्यस्ततम समय से भी समय निकालकर कार्यक्रम में चार चांद लगाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।  सामाजिक जनों द्वारा सारगर्भित अनुकरणीय व प्रायोगिक उद्बोधन दिये गये।  कार्यक्रम का समापन फाल्गुनी गीतों पर बाल, वृद्ध, नर-नारियों द्वारा झूमते हुए फूलों की होली से हुआ।



 

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