सब को नव वर्ष मनाना है, घर-घर शुख-समृद्धि लाना है: सागर गुप्ता


 - विशेष संवाददाता

सीतापुर। चैत्र नवरत्रि व संवत्सर हिन्दू नव वर्ष विक्रम सम्वत् 2080 का शुभारम्भ के अवसर पर नवरात्रि के पहले दिन यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि पर घर-घर पूजा-अर्चना की जाती है पूरे नौ दिन तक देवी के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना होती है, इस पावन पर्व के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता सागर गुप्ता ने सीतापुर जनपदवासियो शुभकामनायें देते हुए कहा, होली-दीपावली जितना महत्व है उतना ही महत्व चैत्र नवरात्रि का भी है। जिसकी धूम भारत के ज्यादातर जगहों पर देखने को मिलती है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। मंत्रोचारण से लेकर पूजा-पाठ, भोग लगाने तक हर एक चीज का अपना एक अलग महत्व होता है।

चैत्र नवरात्र से नववर्ष के पंचांग की गणना शुरू होती है। आध्यात्मिक महत्व भी है इस नवरात्रि में देवी की 9 शक्तियों के अलावा 9 विद्या भी पूजी जाती हैं। 9 औषधियां भी पूजन में शामिल की जाती है। इस नवरात्रि में ध्यान, चिंतन और मनन के अतिरिक्त आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रयास किए जाते हैं। साधक की साधना इस नवरात्रि में अधिक फलदायी होती है। श्री गुप्ता ने कहा, ईश्वर से प्रार्थना करते है हर तरफ खुशहाली हो, सम्पन्ता हो इसी के साथ, सब को नव वर्ष मनाना है, घर-घर शुख-समृद्धि लाना है।




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