संविधान ज्ञान मेला व संविधान चर्चा में मूल कर्तव्यों व मौलिक अधिकारों की दी गयी जानकारी

- विशेष संवाददाता

भारतीय संविधान पर परिचर्चा जितना अधिक होती उतना अधिक लोग जानकार व जागरूक होंगे और देश में भाईचारा, एकता-अखण्डता अधिक मजबूत व देश व समाज का विकास होगा। 

भारतीय संविधान के मौलिक अधिकार कर्तव्यों, राज्य के नीति निर्देशक तत्व, संघ और राज्यों के बीच संविधान ज्ञान मेला व परिचर्चा के दौरान विषय विशेषज्ञों द्वारा दी गयी। संविधान संरक्षक संघ के तत्वावधान ज्ञान मेला परिचर्चा व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन  निगोहा स्थित  ग्राम मस्तीपुर में किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र राज त्यागी, रायबरेली व दिल्ली से आये धर्मराज सुनीता अम्बेडकर, रामशरण भन्ते बुद्ध प्रिय व जितेन्द्र वर्धन आदि द्वारा बाबा साहब डा. अम्बेडकर, सम्राट अशोक, पेरियार रामास्वामी नायकर ज्योतिबा फूले, ललई यादव, राहुल सांस्कृतंयग, रमाबाई, कबीरदास, काशीराम, गौतम बुद्ध आदि महान पुरूषों के चित्र पर माल्यार्पण कर संविधान पर प्रकाश डाला तथा लोगों से कहा समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर करे वैज्ञानिक की ओर बढ़े मेहनत व लगन से रचनात्मक सकारात्मक कार्यो को बढावा दे। मुख्य अतिथि पूर्व से.नि. उप निदेशक सूचना प्रमोद कुमार व वृद्ध मिथलेश कुमारी, देवेन्द्र त्यागी ने कार्यक्रम का शुभारंभ फीता काटकर किया। सपना राज त्यागी व शिवशंकर सागर द्वारा गायन व संविधान से सम्बन्धित गीतों व बाबा साहब की जीवन चरित्र आदि को विस्तार से बताया गया। 

बाल कलाकार ओमराज द्वारा संविधान प्रस्तावना की शपथ भी दिलायी गयी। इस मौके पर कमलेश, शलभ, किरन, आर्य, कपिल आदि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।



 

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