दो-दिवसीय मॉडल यूनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स प्रारम्भ

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) लखनऊ के तत्वावधान में दो दिवसीय मॉडल युनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स (एम.यू.एन.) आज प्रारम्भ हुआ। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री अशोक कुमार, जज, इलाहाबाद हाईकोर्ट एवं प्रेसीडेन्ट, यूपी स्टेट कन्ज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमीशन ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री राजेन्द्र कुमार, डेप्युटी सेक्रेटरी, मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स, श्री प्रियम्वद यादव, आई.आर.एस., असिस्टेन्ट कमिश्नर, इनकम टैक्स, नई दिल्ली व अन्य गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से समारोह की गरिमा को बढ़ाया। इस दो-दिवसीय सम्मेलन में लखनऊ, देहरादून, मसूरी, गाजियाबाद, वाराणसी, प्रयागराज एवं चंडीगढ़ आदि विभिन्न शहरों के लगभग 550 छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं। सम्मेलन का उद्देश्य एकता एवं शांति स्थापना के प्रमोटर के रूप में छात्रों का व्यक्तित्व विकास करना है।उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री अशोक कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यह अत्यन्त ही अभिनव कार्यक्रम है, जो बच्चों के विश्वव्यापी दृष्टिकोण के विकास में बहुत मददगार है। उन्होंने सी.एम.एस. की प्रशंसा करते हुए कहा कि सीएमएस बधाई का पात्र है जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में हमेशा तत्पर रहता है । सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने मुख्य अतिथि व अन्य आमन्त्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाले छात्र सामयिक घटनाओं, अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों एवं कूटनीतिक जानकारियों में तो पारंगत हो रहे हैं, साथ ही उनका व्यक्तित्व विकास भी हो रहा है। प्रेसीडेन्ट व एम.डी. प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने अपने संबोधन में कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2024 के शिखर सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र चार्टर की समीक्षा की घोषणा करने का वादा किया है। इस परिप्रेक्ष्य में  यह एम.यू.एन. छात्रों के विश्वास को मजबूत करने में विशेष महत्व रखता है। इस सम्मेलन के अन्तर्गत संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेम्बली की तर्ज पर अलग-अलग विषयों पर समितियों का गठन किया गया है। प्रत्येक समिति के अलग-अलग मुद्दे हैं जिन पर विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रतिभागी छात्रों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।


 

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