योग भारतीय ज्ञान परंपरा की हजारों वर्ष पुरानी शैली है

मातृभूमि सेवा मिशन इकाई रायबरेली द्वारा संचालित राना बेनी माधव पार्क शहीद स्मारक, रायबरेली में छह दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग कार्यक्रम का समापन एवं मिशन के द्वारा 60 विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

योग भारतीय संस्कृति का मूल है सुख और शांति के लिए ही सारी दुनिया के लोग धर्म के मार्ग का अनुसरण करते हुए दिव्य चेतना को जागृत करने का प्रयास करते हैं दिव्य चेतना को ही ब्रह्मा या परमात्मा कहा गया है, साक्षात्कार की प्रक्रिया का नाम ही योग है यह विचार मातृभूमि सेवा मिशन धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र  के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने मातृभूमि सेवा मिशन रायबरेली इकाई द्वारा अंतर्राष्ट्रीय आयोजित योग दिवस के उपलक्ष में आयोजित छह दिवसीय कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पअर्चन एवं दीप प्रज्वलन से हुआ डाक्टर श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा, योग का अर्थ होता है जोड़ना भारतीय संस्कृति में माना जाता है कि योग करने से आप अपने मन को परमशक्ति से जोड़ते हैं जो आप में अनुशासन धीरता आदि का विकास करता है योग का इतिहास बहुत ही पुराना है गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि योगा कर्मसु कौशलम जिसका अर्थ  है कि योग से कर्मों में कुशलता आती है। 

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होमगार्ड जिला कमांडेंट बृजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि हमारे शरीर की आंतरिक संरचना अखरोट की तरह होती है एवं विभिन्न बीमारियों का उपचार आयुर्वेदिक तरीके से बताया सभी अध्यात्मिक साधकों को दिनचर्या, उठना, बैठना, सोना, जागना, खाना-पीना, आहार एवं निद्रा आदि महत्वपूर्ण प्रेरणादायक बातें उपरोक्त कार्यक्रम में कहीं। मातृभूमि सेवा मिशन इकाई रायबरेली के संयोजक प्रदीप पांडेय ने कहा, मातृभूमि सेवा मिशन विगत 21 वर्षों से समाज के असहाय एवं निराश्रित बच्चों का धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र में निःशुल्क आवासीय शिक्षा सहित लोकमंगल के विभिन्न सेवा प्रकल्प को संचालित कर रहा है हमें योग को अतिरिक्त काम के तौर पर नहीं लेना है। योग को जानना भी है, योग को जीना भी है, योग को पाना भी है, योग को अपनाना भी है और हमें योग को पनपाना भी है और जब हम योग को जीने लगेंगे योग दिवस हमारे लिए योग करने का नहीं बल्कि अपने स्वास्थ्य, सुख और शांति सेलिब्रेट करने का माध्यम भी बन जाएगा। बार काउंसिल एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश पांडेय ने मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की एवं सभी अध्यात्मिक साधकों को नई ऊंचाइयों एवं कीर्तिमान बनाने का भी आशीर्वाद दिया दैनिक भंडारा सुपरमार्केट के मंडल अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी राजेंद्र अवस्थी ने कहा, योग शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, बौद्धिक एवं नैतिक रूप से युवा, बच्चे, मातृशक्ति, वृद्ध सभी वर्ग के लोगों को लाभ पहुंचाता है वरिष्ठ समाजसेवी महेंद्र अग्रवाल जी ने बताया कि जीवन में मुस्कुराते रहिए, हंसते रहिए, खुश रहिए, स्वस्थ रहिए, निरोग रहिए और सभी अध्यात्मिक साधकों को हास्य आसन का अभ्यास भी कराया। विभिन्न संस्थानों के विद्यार्थी एवं उनके डायरेक्टर भी योग कार्यक्रम में मौजूद रहे। ग्लोबैक्स कंप्यूटर संस्थान के डायरेक्टर अंकुर गुप्ता, गुरूकुल संस्था के डायरेक्टर प्रवीण शुक्ला, द कामर्स आफ हाउस संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर शहजान मजहर एवं सना फारूकी डायरेक्टर उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन योग प्रशिक्षक बृजमोहन ने कुशलतापूर्वक  सभी आध्यात्मिक साधकों को अष्टांग योग एवं प्राचीन भारतीय संस्कृति और ऋषि-मुनियों की प्राचीन विद्या एवं विधा का अभ्यास करवाया। कार्यक्रम का समापन सह योग प्रशिक्षक सूरज सिंह ने कार्यक्रम प्रभारी, मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि, वरिष्ठ संरक्षक सदस्य एवं सभी आध्यात्मिक साधकों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन शांति पाठ से हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित अध्यात्मिक साधक बृजेश कुमार सिंह, आर.के. सिंह, विजय सिंह बघेल, रमानाथ सिंह, संतोष त्रिपाठी, जंग बहादुर सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, इंद्र कुमार, गिरीश कुमार, सचिन, देव, आकाश, शिवांग, ऋषि चैधरी, हृदय नारायण मिश्रा, दीप्ति, मंजू मिश्रा, अतुल पांडे, विमला सिंह, आशीष गुप्ता, अर्चना गुप्ता, पुष्पा, महेश सिकारिया, डा. कृष्ण कांत, कृष्ण कुमार, नूरजहां, दिनेश मिश्रा, रिंकू पांडे, तनु अग्रहरी, सुंदरी साहू, अभिषेक सिंह, निर्मल बाजपेई, अरूण कुमार, उदय प्रताप, पंकज मिश्रा, प्रदीप कुमार, सुमित अग्रहरी आदि लोग मौजूद रहे।




 

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