दैनिक योग एवं पर्यावरण कार्यक्रम का अयोजन

अध्यात्म प्रेरित सेवा संस्थान मातृभूमि सेवा मिशन धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र हरियाणा की रायबरेली इकाई द्वारा संचालित निःशुल्क दैनिक योग एवं पर्यावरण का कार्यक्रम किया गया जिसके मुख्य अतिथि डाक्टर अमितराज शर्मा थे। कार्यक्रम का शुभारंभ भारतमाता के चित्र पर माल्यार्पण एवं संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन किया गया संस्था की स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छा देकर सम्मानित किया।

प्रकृति के समीप आना, सूर्य का उदय, सूर्यास्त, नदी, तालाब, वर्षा, पौधे, पक्षी से  समीप होने लगे तो समझो रूपांतरण प्रारंभ हो गया डा. अमित राज शर्मा ने कहा, समाज के जरूरतमंद लोगों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं हो सकता निःस्वार्थ भाव से की गई सेवा ही ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ उपासना है, मानव समाज के हृदय के अंदर हमेशा सेवाभाव होना अति आवश्यक है सेवाभाव से जहां समाज के अंदर फैली कुरीतियां समाप्त होती है वही आपसी सौहार्द, अमन और शांति के साथ समाज का विस्तार भी होता है।

कार्यक्रम के संयोजक प्रदीप पांडेय ने कहा कि मातृभूमि सेवा मिशन की रायबरेली इकाई शीघ्र ही कुष्ठ आश्रम, वृद्धाआश्रम, अनाथालय, पार्क, विद्यालय, इण्टर कालेज, डिग्री कालेज एवं बस्तियों में भी ऐसे ही निःशुल्क योग शिविर एवं स्वास्थ्य परीक्षण का आयोजन कराया जाएगा शीघ्र ही रायबरेली के सभी सम्मानित सेवाभावी बंधुओं को जोड़कर समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्प संचालित किए जाएंगे।

मातृभूमि सेवा मिशन धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र हरियाणा के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र का उद्देश्य बच्चों को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़कर एक आदर्श नागरिक बनाना है जिससे समाज के ऐसे बच्चे आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के निर्माण में अपने दायित्व का निर्वाह कर सकें और भारत विश्व गुरू की प्रतिष्ठा पर स्थापित हो सके संस्था विगत अनेक वर्षों से समाज के असहाय,गरीब एवं जरूरतमंद बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु विद्यालय एवं छात्रावास सहित विभिन्न प्रकार की सामाजिक गतिविधियों को संचालित कर रही है एवं समय-समय पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।

निःशुल्क दैनिक योग कार्यक्रम का संचालन योग प्रशिक्षक बृजमोहन ऋषि, मुनियों, संतो, तपस्वीयो एवं भारत की प्राचीन संस्कृति का प्रचार-प्रसार विगत 3 वर्षों से निःस्वार्थ भाव से कर रहे हैं पृथ्वी पर 33 प्रतिशत वनों का रहना आवश्यक है लेकिन वर्तमान में केवल 23 प्रतिशत ही वन बचे हैं। प्रकृति का संतुलन होना आवश्यक है।

कार्यक्रम में उपस्थित अध्यात्मिक साधक राजन सिंह, आर.के. सिंह, सूरज सिंह, बृजेश कुमार सिंह, कुलदीप सिंह, विजय सिंह बघेल, महेश सिंह, अतुल पांडे, अंकित यादव, मंजू मिश्रा, नूरजहां, कमलेश सोनकर, ओमप्रकाश शर्मा, अभिषेक प्रताप सिंह, उदयप्रताप सिंह, वासुदेव, वीरेंद्र द्विवेदी, तनु अग्रहरि, दीप्ति, दिनेश मिश्रा, हृदय नारायण दीक्षित, सतीश साहू, संतोष त्रिपाठी, रमाकांत सिंह, रमेश बहादुर, राकेश यादव, अरूण कुमार, देव अग्रहरि, शिवांग, सचिन, गिरीश कुमार आदि लोग मौजूद थे।




 

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