प्रदेश को 24 घण्टे निर्बाध एवं सुरक्षित बिजली देने की ओर बढ़ रहा ऊर्जा विभाग: ए.के. शर्मा
- मनोज मिश्रा
विद्युत कार्मिक मात्र एक नौकरी ही नहीं कर रहे बल्कि जीवन के लिए हवा, पानी जैसी एक आवश्यक सेवा प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे। इसलिए आपकी जिम्मेदारी अन्य लोगों से ज्यादा है। यह बात ऊर्जा एवं नगर मंत्री एके शर्मा शक्ति भवन, लखनऊ में आयोजित विद्युत परिषद मुख्यालय कर्मचारी संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शुभकामना देते हुए कही।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा, प्रदेश और देश का भविष्य और यहां की अर्थव्यवस्था की नीव में बिजली एक महत्वपूर्ण ईंट होती है। कोई भी निवेशक यहां फैक्ट्री खोलने, अस्पताल खोलने में या किसी भी प्रकार के विकास का कार्य करने से पहले बिजली की व्यवस्था और आपूर्ति पर विचार करता है, अगर विद्युत व्यवस्था सही होगी तो हमारे यहां निवेश आएगा, उद्योग लगेगा, व्यापार बढेगा, जिससे हमारे आने वाले भविष्य को अच्छी रोजगारी मिलेगी।
श्री शर्मा ने कहा, प्रदेश अभी तक की सबसे ज्यादा बिजली देने और बिजली की जर्जरित आधारभूत संरचना को दुरूस्त करने के भागीरथ प्रयास कर रहा है। ओबरा में 1600 मेगावाट का पावर प्लांट लगाने की प्रक्रिया के बाद हम ज्यादा से ज्यादा बिजली देने के प्रयास में सफल रहेंगे। इसलिए हमें एक महत्वपूर्ण कार्य पर भी ध्यान देना है कि बिजली देने के साथ हमें उसका भुगतान भी समय पर वसूलना है। श्री शर्मा ने लाल आंख विभाग के भ्रष्टाचारियों पर करते हुए कहा, जो जानता को अलग-अलग तरह से परेशान कर रहे हैं, उनपर सख्त कार्रवाई होगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा, 2017 से पहले लगभग सवा लाख मजरे ऐसे थे जिसका विद्युतीकरण नहीं हुआ था। और यह काम पिछले 6 वर्षों में भाजपा की सरकार में हुआ है। प्रदेश में सवा तीन करोड़ से ज्यादा संयोजन है, उसमें लगभग डेढ़ करोड़ पिछले 6 साल में किये गए और सबसे बड़ी बात यह है कि उनमें से बहुत बड़ी संख्या पिछले 1 साल में हुई है। श्री शर्मा ने कहा, 2017 तक लगभग 12 लाख ट्रांसफार्मर थे, वही अब ट्रांसफार्मरों कि 26 लाख 36 हजार कुल संख्या है, जो की दुगनी से भी ज्यादा है, यह कार्य पिछले 6 साल में हुआ। वहीं किसानों के नलकूप कनेक्शन की बात करें तो पहले 2017 तक 10 लाख कनेक्शन थे, और आज बढ़कर 14 लाख से ज्यादा हैं। पिछले 6 साल में इन सभी अच्छे कार्यों को लेकर आप सभी बधाई और धन्यवाद को देता हूं। श्री शर्मा ने कहा, अगर किसी भी कारण से शटडाउन लेना भी पड़े, तो समय का विशेष ध्यान रखें। जिससे जनमानस को किसी भी तरीके से परेशानी न हो। आप सभी टेक्निकल क्वालिफाइड हैं और आपको यह ध्यान रखना है की टेक्निकल मिस मैनेजमेंट के चलते जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। उर्जा मंत्री जी ने कहा, हमारी छोटी-छोटी लापरवाहियों के चलते जनता को बहुत परेशानी होती है, उसमें एक प्रमुख यह है कि हमारा ही कर्मचारी या लाइनमैन जब खंबे पर शटडाउन लेकर चढ़ता है, विद्युत सुधार करने के लिए और पीछे से लाइन चालू कर दी जाती है। जिससे दुर्घटना का शिकार हो जाता है। इन तरीके की घटनाओं को पूर्णतया खत्म करके हमें अपनी व्यवस्था में सुधार करना है। जिससे हम जनता को निर्बाध और सुरक्षित बिजली देने में कामयाब रहेंगे। उर्जा मंत्री ने कहा, संघ में में बहुत शक्ति होती है, और जैसा कि अपने सुना भी है संघे शक्ति कलयुगे कलयुग में संघ की शक्ति और सार्थक होगी। हमें इस संघ की शक्ति के प्रयोग से अपनी नैतिक जिम्मेदारी को पूरा करना है। खाली संख्या बल से कुछ नहीं होता है, मगर हम अपने नैतिक बल से कार्य करेंगे तो निश्चित ही हम जनता को आवश्यक सुविधाओं से परिपूर्ण करने में सहायक रहेंगे।
उर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कहा, आए दिन जनप्रतिनिधि हमारे पास आते हैं और उनके सवाल यह होते हैं कि आपका विभाग से गलत बिल जा रहा है, फिर कहीं बुला करके उसको नेगोशिएट करके, उसको कम कर दिया जाता है, इस तरह की कार्यशैली बिलकुल ठीक नहीं है, हमें इन सब में सुधार करना होगा। जिसके लिए मैंने कई बार अपने सहयोगियों से भी कहा, इसका कोई उपाय निकालिए, किसी भी तरीके से तकनीकी का प्रयोग, मानवीय उपाय या प्राशासनिक मैनेजमेंट कर इन परिस्थितियों में सुधार लायें। वहीं यह भी सुनने में आता है कि कहीं दो लोगों पर रेड पड़ी या दो लोगों का कटिया कनेक्शन पकड़ा गया, उसमें से एक का मैनेज कर छोड़ दिया गया और दूसरे को दंडित किया गया। इस तरीके की कार्यशाली बहुत पीड़ा देती है, और हमारे विभाग के नए अध्यक्ष आशीष गोयल और उनकी टीम को बधाई देता हूं कि इन्होंने जो कार्य संस्कृति में बदलाव किया है, उसके चलते फरियादों की संख्या में काफी कमी आई है, चाहे वह ट्रांसफार्मर बदलने की बात हो या अन्य चीजों में जो कार्य में समय लगता था, या जो नहीं सुनते थे उसमें भी सुधार हुआ है।
उर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कहा यूपी में 24 घंटे बिजली देने में सक्षम रहने के लिए हमारे विभाग की टीम पूरी तत्परता से कार्य कर रही है।
उर्जा मंत्री ने विजिलेंस द्वारा की जा रही कार्रवाई पर बात करते हुए कहा, अक्सर हम छोटे दुकानदार व निम्न आय वर्ग वाले व्यक्तियों पर कार्रवाई कर लेते हैं, बल्कि बड़ी चोरी करने व बकायदारों पर कार्रवाई करने से बचते हैं। और जब हमारी विजिलेंस टीम छापा मरने जाती है उस समय उसका व्यवहार सही नहीं होता। इस पर उर्जा मंत्री ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय अधिकारी और बिजलेंस टीम कार्यवाही के समय अपना व्यवहार सही रखे, किसी भी तरह की अभद्रता न करे, जिससे हमारे विभाग की छवि धूमिल न हो और जनता को भी परेशानी का सामना न करना पड़े। यह भी जानकारी में आया है जहां बड़ी चोरी हो रही है या लाइन लास है, वहां तो हमारी टीम कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, मगर जहां पर कम उपभोग है वहां पर हमारी टीम मुखर रहती है कारवाई करने के लिए। वहीं कुछ गलियां या क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां हमारी टीम नहीं जाती, चाहे कारण डर हो या लाभ और ऐसा भी सुनने में आता है की अगर दो लोगों की चोरी पकड़ी जाती है, तो एक के साथ दूसरा व्यवहार किया जाता है, वहीं दूसरे के साथ अलग तरीके से व्यवहार किया जाता है। एक को छोड़ दिया जाता है और दूसरे पर कार्रवाई कर दी जाती है, इस कार्यशाली को सुधारे। वहीं ऐसा भी जानकारी में आया है कि यहां अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने एजेंट भी बना रखे हैं। जो विद्युत कनेक्शन अप्लाई कराने के नाम पर मोटा पैसा मांगते हैं और न देने पर उन्ही के घर पर विजिलेंस से कार्रवाई करा देते हैं।
उर्जा मंत्री ने कहा, पिछले सवा साल से आप सभी लोगों से चिरौरी कर रहे हैं, मगर अब यह जान ले कि आप में न कोई हमारा मित्र है, न ही कोई मेरा दुश्मन है। हमने किसी भी कर्मचारी पर व्यक्तिगत द्वेषभावना से कार्रवाई नहीं की है। मगर अब आप सभी से अनुरोध करता हूं, इस तरीके की कार्यशैली अगर सामने आती है, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। वही दूसरी एक घटना और सामने आई है कि आजकल हमारे विभाग के कुछ अधिकारी मकान खाली कराने के ठेके वाला काम भी कर रहे हैं, कुछ लोगों से मिली भगत कर जिसका मकान खाली कराना होता है उसके घर कि बिजली काट देते हैं, जिससे वह मकान छोड़ने पर मजबूर हो जाता है। यह भी कार्यशाली बिल्कुल ठीक नहीं है अभी भी समय है, सुधार कर ले वरना अभी तक चिरौरी हो रही थी अब इसे चेतावनी समझे कि उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
उर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कहा, मैंने प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए हैं कि ऐसे कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। और कुछ लोगों पर हाल ही में कार्रवाई की भी गई है। जिसका उदहारण आपको याद होगा कि हड़ताल के समय मैंने बहुत आग्रह किया था कि आप लोग अपने कार्य पर वापस आए और जन सुविधाओं को किसी भी तरीके से बाधित न करें, मैं आपके लिए नहीं, आपके परिवारों के बारे में सोचते हुए कह रहा था। मगर उस समय जिन्होंने इस बात को नहीं माना था, उनके ऊपर कारवाई भी हुई थी। हजारों लोगों की नौकरी गई। इसलिए अपनी कार्यशैली में सुधार करें वरना प्रबंधन किसी भी तरीके की कार्रवाई करने में कोई कोताही नहीं बरतेगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी जावेद मंसूरी द्वारा संघ द्वारा नवनिर्वाचित पदाधिकारियों वीरेन्द्र सिंह कैम (अध्यक्ष), अमित कुमार (महामंत्री), विकास उपाध्याय (वरिष्ठ उपाध्यक्ष) अभिजीत बघेल (उपाध्यक्ष), रोहित वर्मा (अतिरिक्त सचिव), अमित प्रताप सिंह (संयुक्त मंत्री), अक्षय कुमार (संगठन मंत्री- उ.प्र.पा.का.लि.), संकेत यादव (संगठन मंत्री-उ.प्र.रा.वि. उ.नि.लि.), रमेश चन्द्र (प्रचार मंत्री), - मोहित रंजन (कोषाध्यक्ष) एवं सदस्य कार्यकारिणी के रूप में राजकुमार, सौरभ कुमार, मुकेश साहू, महेन्द कुमार विमल, गणेश कुमार तथा राम चरन को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी।
कार्यक्रम में अध्यक्ष उ.प्र. पावर कारपोरेशन लि. डा. आशीष कुमार गोयल तथा डीजी विजिलेंस, प्रबन्ध निदेशक उ.प्र.राज्य विद्युत उत्पादन निगम लि. पी. गुरू प्रसाद एवं प्रबन्ध निदेशक पावर कारपोरेशन लि. पंकज कुमार के साथ ही सभी निदेशकगणों, संघ के सभी पूर्व पदाधिकारियों तथा सभी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।