नगर निगम और पशुपालन विभाग की जमीन में फंसा पेंच शासन तक पहुंची शिकायत

 इलाइट चैराहे के पास जमीन देने के एवज में पशुपालन विभाग को नहीं मिली भूमि

- राजेंद्र कुमार जिला ब्यूरो चीफ, झांसी एवं छायाकर विष्णु प्रजापति

जनपद झांसी में नगर निगम और पशुपालन विभाग के बीच पशु चिकित्सालय जमीन को लेकर पेंच फंस गया है। नगर निगम ने इलाइट चैराहे के पास पशु चिकित्सालय की जमीन पर पार्किंग बना दिया, लेकिन करीब डेढ़ साल बाद भी पशुधन विभाग को दूसरी जमीन नहीं दे सका। पशु चिकित्सालय के लिए रखे गए ढाई करोड रूपए भी दूसरे काम के खर्च कर दिए, इस वजह से पशु चिकित्सालय का काम शुरू नहीं हो पाया। नगर निगम अफसर की लापरवाही से परेशान पशुपालन विभाग ने अब शासन को पत्र भेज कर दखल देने के लिए मांग की है। स्मार्ट सिटी मिशन की मदद से इलाइट चैराहे के पास नगर निगम मल्टी लेवल पार्किंग बनवा रहा है इससे पहले यहां जिला पशु चिकित्सालय था निगम प्रशासन ने पशुधन विभाग को इसके एवज में दूसरी जमीन देने का वादा किया था। कुछ समय बाद पंचवटी कालोनी के पास एक एकड़ जमीन भी दी लेकिन यह जमीन एक व्यक्ति की पैतृक संपत्ति निकली विवाद होने पर निगम को यह जमीन छोड़नी पड़ी। इसकी जगह लहर गर्द में जमीन दी गई लेकिन यहां भी विवाद होने लगा, इस तरह पिछले करीब डेढ़ साल से पशुपालन विभाग को अपने अस्पताल के लिए जमीन ही नहीं मिली। नगर निगम महानगर के बाहरी इलाके में जमीन देना चाहता है, लेकिन पशुपालन विभाग इसके लिए राजी नहीं है उनका कहना है कि 10 किलोमीटर के दायरे के भीतर ही अस्पताल होना चाहिए। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर अशोक कुमार के मुताबिक अस्पताल बनाने में आने वाली परेशानी से शासन को अवगत कराया गया है।


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