महात्मा ज्योतिबा फुले जी का १३३ व परिनिर्वाण दिवस मनाया गया

- पंकज भारती ब्यूरो चीफ झांसी मंडल

समाजवादी पार्टी झांसी की तत्वावधान में महात्मा ज्योति राव गोविंद राव फुले का परिनिर्वाणी 28 नवम्बर 1890 को हुआ था। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र सिंह भोजला की अध्यक्षता में एवं जिला महासचिव विजय कुमार कुशवाहा के संचालन में गोष्ठी हुई।

मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सतीश जतारिया ने कहा, महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को एक किसान परिवार में ग्राम ‘कटगुण‘ पुणे महाराष्ट्र में हुआ था। फूले साहब एक भारतीय समाज सुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक एवं क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे। इन्हें महात्मा फुले एवं ज्योतिबा फुले के नाम से भी जाना जाता है।

सितम्बर 1873 में इन्होंने महाराष्ट्र में सत्यशोधक समाज नामक संस्था का गठन किया। महिलाओं व पिछड़े और अछूतों के उत्थान के लिए इन्होंने अनेक कार्य किए। समाज के सभी वर्गो को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समर्थक थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरूद्ध थे।

जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र भोजला ने कहा, महात्मा फुले का मूल उद्देश्य स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार प्रदान करना, बाल विवाह का विरोध करना एवं विधवा पुनर्विवाह का समर्थन करना रहा है।

जिला महासचिव विजय कुमार कुशवाहा ने कहा, फुले समाज को कुप्रथा, अंध श्रद्धा के जाल से मुक्त करना चाहते थे उन्हांेने अपना संपूर्ण जीवन स्त्रियों को शिक्षा प्रदान करने में एवं स्त्रियों को उनके अधिकारों की प्रति जागरूक करने में व्यतीत किया। 19वीं सदी में स्त्रियों को शिक्षा नहीं दी जाती थी।

बबीना विधानसभा अध्यक्ष संजय पाल ने कहा, महात्मा फुले महिलाओं को स्त्री पुरूष भेदभाव से बचाना चाहते थे। उन्होंने कन्याओं के लिए भारत देश की पहली पाठशाला पुणे में बनाई थी। स्त्रियों की तत्कालीन दयनीय स्थिति से फूले बहुत व्याकुल और दुःखी होते थे, इसलिए उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाकर ही रहेंगे।

वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता पंडित अरविंद वशिष्ठ जी ने कहा, महात्मा फुले ने अपनी धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले को स्वयं शिक्षा प्रदान की सावित्रीबाई फुले ही भारत की प्रथम महिला शिक्षिका थीं। अंत में सभी ने महात्मा फुले को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 2024 में समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने का संकल्प लिया। गोष्ठी में समाजवादी क्रांतिकारी साथी जिला उपाध्यक्ष मोहर सिंह राठौर, विजय प्रताप, जिला सचिव शोएब मकरानी, सौरभ वर्मा, स्वदेश यादव, विशाल बांगर, अभिषेक आदिम, हैदर अली, आकाश प्रजापति, हरीराम शर्मा, सचिन कुमार जतारिया, आदि लोग उपस्थित रहे। अंत में जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र पाल सिंह जीतू ‘बमरौली‘ ने आभार व्यक्त किया।

 

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