बीडा को विश्व स्तरीय शहर की तरह बसाया जाना है

जल्द ही बीड़ा के अधिकारियों के साथ बैठक होगी इसमें जो भी तय होगा उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी

- राजेंद्र कुमार जिला ब्यूरो चीफ, झांसी एवं छायाकर विष्णु प्रजापति  विष्णु

बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण का विस्तार अंबावाय तक हो सकता है। यहां की 250 एकड़ भूमि बीडा के दायरे में आ सकती है। बीडा प्रशासन ने झांसी विकास प्राधिकरण से अंबावाय समेत 33 गांवों में पास अथवा लम्बित नक्शों की जानकारी मांग ली है। यदि ऐसा हुआ तो नई झांसी के लिए जेडीए को 50 फीसदी जमीन नए सिरे से तलाशनी पड़ सकती है।

झांसी में बुन्देलखण्ड का सबसे बड़ा औद्योगिक गलियारा बीडा का गठन होना है। इसके लिये जमीन खरीदी जानी है। गांवों की जमीन खरीद के लिए प्रक्रिया तेजी से चल रही है। बीडा को विश्व स्तरीय शहर की तरह बसाया जाना है। इसके बनने के बाद झांसी समेत बुन्देलखण्ड में न सिर्फ रोजगार, स्टार्ट अप के नए-नए अवसर खुलेंगें बल्कि इस पिछड़े क्षेत्र की तस्वीर भी बदल जाएगी। बताया गया कि बीडा का विस्तार अंबावाय तक हो सकता है। यहां की 250 एकड भूमि बीडा के दायरे में आ सकती है ।

चूंकि झांसी विकास प्राधिकरण ने करारी, रूंदकरारी और अंबावाय में 512 एकड़ में नई झांसी बसाने का निर्णय लिया है। करारी और रूंदकरारी में जमीन की खरीद भी शुरू कर दी है। ऐसे में अम्बावाय की जमीन बीडा के दायरे में आने पर जेडीए को नई झांसी के लिए 50 फीसदी जमीन कहीं और तलाशनी पड़ेगी। जेडीए अधिकारियों का कहना है कि रूंदकरारी में काफी जमीन है। ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो रूंदकरारी में जमीन खरीदी जा सकती है। वहीं बीडा प्रशासन ने जेडीए से अबाबवाय समेत 33 गांवों में जेडीए द्वारा पास किए गए अथवा लम्बित नक्शों की जानकारी मांग ली है।

जेडीए ने अंबावाय समेत 33 गांवों में कितने नक्शे पास किए हैं अथवा कितने नक्शे लम्बित हैं। इनकी जानकारी मांगी है। अम्बावाय तक बीड़ा का विस्तार हो सकता है।

 

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