महेंद्र मोदी सुधारेंगे ‘‘ऐ मेरे प्यासे वतन’’ पुस्तक के माध्यम से सूखाग्रस्त क्षेत्रों का जलस्तर

सामाजिक सिस्टम जिस पर लोगों को विश्वास है डा. संदीप जैसों के माध्यम से टिका है: महेन्द्र मोदी

जलगुरू महेंद्र मोदी के सहयोग से संघर्ष सेवा समिति करेगी जल संरक्षण पर कार्य: डा: संदीप

- राजेंद्र कुमार जिला ब्यूरो चीफ, झांसी एवं छायाकर विष्णु प्रजापति

भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व पुलिस महानिदेशक महेंद्र मोदी का संघर्ष सेवा समिति कार्यालय, झांसी में आगमन हुआ। महेंद्र मोदी जल संरक्षण के प्रयासों के कारण जल गुरू के रूप में विख्यात हैं। वर्तमान में श्री मोदी जल संरक्षण सलाहकार के रूप में भी प्रदेश सरकार का सहयोग कर रहे हैं। वर्ष 2008 में जब वे झांसी में पुलिस उपमहानिरीक्षक के रूप में पदस्थ थे तब उन्होंने जल संरक्षण को लेकर अपने प्रयास शुरू किये। इसका प्रारंभ उन्होंने अंबावाय गौशाला, रक्सा आदि क्षेत्रों से किया और समयांतराल में कई स्थानों पर जल संरक्षण का कार्य कर जल स्तर बढ़ाने में अभूतपूर्व उपलब्धियां प्राप्त की जिससे सैकड़ो की संख्या में लोग लाभान्वित हुये। झांसी के बाद वे अन्य जनपदों में भी निरंतर जल संरक्षण पर कार्य करते रहे एवं सेवानिवृत होने के बाद लखनऊ में उन्होंने आधुनिक प्रयोगशाला का निर्माण कर जल संरक्षण, जल स्तर बढ़ाना और जल की शुद्धता पर काम किया, उनके उत्कृष्ट प्रयासों को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा इन्हें जल संरक्षण सलाहकार नियुक्त किया गया। संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर जल संरक्षण के विषय पर चर्चा करते हुए महेंद्र मोदी ने बताया बुंदेलखंड जैसे सूखा ग्रसित क्षेत्र में जल स्तर बढ़ाना कठिन कार्य नहीं है बुंदेलखंड में बड़े स्तर पर जल ग्रहण क्षेत्र स्थापित किया जा सकता है जहां वर्षा के जल को एकत्रित कर उसे शुद्ध जल के रूप में परिवर्तित कर पीने एवं रसोई में उपयोग किया जा सकता है। साथ ही लोग इस कार्य को करके आर्थिक लाभ भी ले सकते हैं उनका लक्ष्य है कि वह 71 लाख परिवारों को इस सम्बंध में रोजगार देकर स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिरता प्रदान करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया आदर्श सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम बहुत उपयोगी है इस पर भारत सरकार सब्सिडी भी दे रही है। हमारे किसानों को इस विधि का प्रयोग करना चाहिए जिससे जमीन उपजाऊ व फसल समृद्ध हो सके। यह समय जल संरक्षण के विषय पर पुनर्जागरण काल के समान है, हमें इस विषय पर जागरूक होना होगा अन्यथा जल की समस्या बहुत विकराल रूप धारण कर लेगी। समाज में जागरूकता फैलाने के लिए उन्होंने ‘ऐ मेरे प्यासे वतन’ नामक पुस्तक भी लिखी है जो प्रभात प्रकाशन के माध्यम से जल्द ही बाजारों में उपलब्ध हो जायेगी। महेन्द्र मोदी जल संरक्षण पर 3 नमूनों का एकस्व अधिकार (पेटेंट) भी प्राप्त कर चुके हैं। डा. संदीप सरावगी के समाजसेवी कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्होनें कहा डा. संदीप से बातचीत कर मुझे बहुत अच्छा अनुभव हुआ समाज का जो सिस्टम है जिस पर लोगों को भरोसा है ऐसे लोगों के कारण ही टिका हुआ है। डा. संदीप समाज को बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। मैं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। वहीं डा. संदीप सरावगी ने संघर्ष सेवा समिति कार्यालय आगमन पर महेंद्र मोदी का धन्यवाद देते हुए कहा, महेंद्र जी जैसे व्यक्तित्व आज के युग में बहुत कम मिलते हैं जो प्रशासनिक सेवायें देते समय और सेवानिवृत्ति के बाद भी जनहित का कार्य पूर्ण निष्ठा के साथ करते हैं। हम समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं लेकिन जब कभी ऐसे विषय हमारे समक्ष आते हैं तो कार्य करने में आनंद के साथ उत्साह भी मिलता है। महेंद्र जी जैसे ऊर्जावान लोगों के साथ काम करना हम सभी के लिए गौरव का विषय है। जल संरक्षण के विषय पर जल्द ही हम संघर्ष सेवा समिति के माध्यम से कार्य प्रारंभ करेंगे और महेन्द्र जी से निवेदन करते हैं कि वे आगे आने वाले समय में जल संरक्षण के विषय में एक बार पुनः हमारे जनपद को अपनी सेवायें देने वापिस आयेंगे। इस अवसर पर अशोक अग्रवाल (काका जी), डा. रामकुमार खरे, रामनिवास झा, शारदा शंकर सिंह, विशाल गुप्ता, धर्मेंद्र नामदेव, संदीप नामदेव, अनुज प्रताप सिंह, बसंत गुप्ता, सुशांत गेड़ा, राकेश अहिरवार, राजू सेन, चंदन पाल, अनिल वर्मा आदि उपस्थित रहे।


 

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