रक्तदान वह दान है जिसका कोई मोल नहीं है: नेहा तिवारी

जीवन रक्षक बनें रक्तदान करें हर बूंद मायने रखती है रक्तदाता बने: नेहा तिवारी

नारी शक्ति मातृशक्ति समाज सेविका कांग्रेस जिलाध्यक्ष, ललितपुर (महिला प्रकोष्ठ) नेहा तिवारी ने किया गर्भवती महिला मरीज को तीसरी बार रक्तदान

जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर जिले में हो रही है वरदान सिद्ध अब समिति की तरफ से नारी शक्ति मातृशक्ति भी हो रही है जागरूक आ रही है रक्तदान करने के लिए आगे

- राजेन्द्र जैन, ब्यूरो चीफ बुन्देलखण्ड

जीवन बचाने के लिए खून चढाने की जरूरत पड़ती है। दुर्घटना, रक्तस्त्राव, प्रसवकाल और आपरेशन आदि समय में शामिल है, जिनके कारण अत्याधिक खून बह सकता है और इस समय पर उन लोगों को खून की आवश्यकता पडती है। थेलेसिमिया, ल्यूकिमिया, हीमोफिलिया जैसे अनेंक रोगों से पीड़ित व्यक्तियों के शरीर को भी बार-बार रक्त की आवश्यकता रहती है अन्यथा उनका जीवन खतरे में रहता है। जिसके कारण उनको खून चढाना अनिवार्य हो जाता है। इस जीवनदायी रक्त को एकत्रित करने का एकमात्र उपाय है रक्तदान। स्वस्घ्थ लोगों द्वारा किये गये रक्तदान का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढानें के लिये किया जाता है। अनेक कारणों से जैसे उन्नत सर्जरी के बढ़ते मामलों तथा फैलती जा रही जनसंख्या में बढ़ती जा रही बीमारियों आदि से खून चढाने की जरूरत में कई गुना वृद्वि हुई है। लेकिन रक्तदाताओं की कमी वैसी ही बनी हुई है। लोगों की यह धारणा है कि रक्तदान से कमजोरी आती है पूरी तरह बेबूनियाद है। आजकल चिकित्सा क्षेत्र में कॅम्पोनेन्घ्ट थैरेपी विकसित हो रही है, इसके अन्तर्गत रक्घ्त की इकाई से रक्त के विभिन्न घटकों को पृथक कर जिस रोगी को जिस रक्त की आवश्यकता है दिया जा सकता है। 

इस प्रकार रक्त की एक इकाई कई मरीजों के उपयोग में आ सकती है। इसी क्रम में जय अम्बे रक्तदान समिति द्वारा गर्भवती महिला को ब्लड उपलब्ध कराया गया। ग्राम बंदपुरा गर्भवती महिला मरीज पूजा अहिरवार जो निजी अस्पताल में भर्ती थी जिसकी डिलीवरी होनी थी महिला मरीज का हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स काफी कम थी जिसे डाक्टर ने तुरंत फ्रेश ब्लड चढ़ाने के लिए कहा लेकिन परिवार में किसी का भी महिला मरीज के ब्लड ग्रुप से उनका ब्लड नहीं मिला जिससे वह चिंतित आपरेशन हो रहे थे। जब इसकी सूचना समिति के सदस्य को महिला मरीज के परिजनों ने बताया तो समिति की तरफ से तत्काल महिला मरीज को बी पाजिटिव फ्रेश ब्लड उपलब्ध कराया गया। समिति द्वारा सिर्फ एक ही रक्तदाता और एक ही बार में नारी शक्ति मातृशक्ति समाजसेविका कांग्रेस जिलाध्यक्ष, ललितपुर (महिला प्रकोष्ठ) नेहा तिवारी से संपर्क किया और संपर्क करने के 15 मिनट में ही उन्होंने शाम करीब को पहुंचकर महिला मरीज को तीसरी बार अपना बहुमूल्य बी पाजिटिव रक्तदान करके मानवता की मिसाल पेश की और महिलाओं को संदेश दिया कि महिलाएं भी पुरूषों से कभी कम और पीछे नहीं है। रक्तदान करने के बाद समाजसेविका नेहा तिवारी ने कहा, रक्तदान वह दान है जिसका कोई मोल नहीं है क्योंकि हमारे द्वारा रक्तदान करने से हम कई जिंदगियों को बचा सकते हैं। और उन्होंने महिलाओं को भी यह संदेश दिया कि जब भी किसी जरूरतमंद के लिए आवश्यकता पड़े तो महिलाएं भी बढ़-चढ़कर रक्तदान के क्षेत्र में आगे आए और रक्तदान अवश्य करें। उन्होंने कहा कि आज भी महिलाएं रक्तदान करने में हिचकीचाती और डरती हैं। उन्होंने कहा, हम महिलाओं को जागरूक करने के लिए गांव-गांव में जाकर रक्तदान के क्षेत्र में अभियान चलाएंगे जिससे कि महिलाएं जागरूक हो सके। इस मौके पर जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के युवा नगर अध्यक्ष दीपक राठौर, आशीष गोस्वामी, चन्दन सिंह अहिरवार, कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल रजक (पंचायत राज विभाग) बलराम राज, आकाश राज ब्लड बैंक से जितेन्द्र राजपूत आदि मौजूद रहे।



 

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