पूर्व छात्रों का मिलन समारोह उत्साह-उमंग के साथ संपन्न

सर्वसम्मति से समाज कार्य विभाग के पूर्व छात्र परिषद् के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया 

- विशेष संवाददाता

पूर्व छात्र वर्तमान छात्रों के लिए रोल माडल ही नहीं अपितु मार्गदर्शक भी होते हैं और अक्सर जूनियर छात्रों को अपना करियर शुरू करते समय व्यावहारिक सहायता प्रदान करने हेतु अच्छी स्थिति में होते हैं। भारतीय शिक्षा व्यवस्था में पूर्व छात्रों द्वारा अपने संघर्ष एवं अनुभवों को अन्य छात्रों तक आदान-प्रदान करने की एक लम्बी परंपरा रही है। इसी परंपरा को जीवंत रूप देने हेतु विगत दिनों को, डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के समाजकार्य विभाग के पूर्व छात्रों का मिलन समारोह उत्साह एवं उमंग के साथ ‘बेबियन इम्पिरिअल रिसोट’ में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का उदघाटन उपस्थित मुख्य वक्ताओं एवं कार्यक्रम की कार्यकारिणी समिति के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के समाज कार्य के वर्तमान छात्रों, पूर्व छात्रों एवम अध्यापकों के पारस्परिक संबंध को और अधिक सुद्रणता एवं स्थिरता प्रदान कर सभी छात्रों को अनुभवों के आदान-प्रदान हेतु साझा मंच प्रदान करना था। इस मिलन समारोह में विश्वविध्यालय के समाज कार्य विभाग के वर्ष 2011 से अब तक के सभी 11 पास आउट बैच के पूर्व छात्रों एवं वर्तमान दोनों बैच के छात्रों, समाज कार्य विभाग के शिक्षकों एवं पीएचडी धारकों सहित कुल 60 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम के प्रथम चरण में मुख्य वक्ता डा. रूपेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में, डा. कांति पांडेय, वी.पी. श्रीवास्तव एवं श्री भूपेंद्र कुमार द्वारा पैनल चर्चा में छात्रों को पूर्व छात्र परिषद् की आवश्यकता एवं  उपयोगिता के विषय में जागरूक किया गया। इसके साथ-साथ पैनल द्वारा पेशेवर समाजकार्य के वास्तविक वर्तमान परिदृश्य, उसकी सामजिक स्वीकार्यता के साथ-साथ भविष्य की संभावनाओं एवं चुनौतियों पर भी अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया और वर्तमान समय में नौकरियों के अवसरों तक पहुच एवं कौशल विकास हेतु छात्रों का मार्गदर्शन एवं उत्साहवर्धन भी किया गया। 

कार्यक्राम के आगामी चरण में खुली चर्चा के माध्यम से पूर्व छात्रों ने अपने-अपने संघर्ष एवं उपलब्धियों से सम्बंधित अनुभवों को सार्वजानिक रूप से साझा किया, ताकि समाज कार्य की मुख्यधरा में आगे शामिल होने वाले पेशेवर कार्यकर्ता उनके संघर्षो से प्रेरणा ले सके और अनुभवों को आत्मसात कर सके। इसके साथ ही कार्यक्रम में मुख्य निर्णय के रूप में उपस्थित सभी प्रतिभागियों द्वारा सर्वसम्मति से समाज कार्य विभाग के पूर्व छात्र परिषद् के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया एवं इसको बैधानिक स्वरूप प्रदान करने हेतु ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन किया गया।

इस अवसर पर प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के विभागाध्क्ष प्रो. डा. विवेक कुमार सिंह, डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग से डा. रूपेश कुमार सिंह, डा. अर्चना सिंह एवं पूर्व छात्रों में श्री मयंक मिश्र, श्रीमती स्वेता साही राणा, डा. रितेश त्रिपाठी, श्री रिषभ शुक्ला, श्री अभिजीत श्रीवास्तव, श्री पुष्पेन्द्र यादव, ज्योति कनौजिया, विकास सहित समाज कार्य के वर्ष 2011 से अब तक के सभी बैचों के छात्रों ने प्रतिभाग किया।



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