घुमंतू जातियां वीर हैं, बहादुर हैं, संघर्षशील हैं: राजेश जी
घुमंतू जनजाति परिषद के प्रचारक राजेश जी का संघर्ष सेवा समिति कार्यालय आगमन हुआ
- विष्णु प्रजापति छायाकर झांसी
जनपद झांसी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रकोष्ठ घुमंतू जनजाति परिषद के प्रचारक राजेश जी झांसी प्रवास के दौरान संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने समिति के संस्थापक डाक्टर संदीप सरावगी से जनजातियों के बारे में विस्तार से चर्चा की एवं जानकारी देते हुए बताया आज यह बड़ा सौभाग्य का विषय है और झांसी जैसे महानगर में हमारा आगमन हुआ है और हम डा. संदीप के पास हम आए हुए हैं, जो समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। हमने उनको पत्रिका भेंट की है। घुमंतू जातियां वीर हैं, बहादुर हैं, संघर्षशील हैं। लेकिन जातियां पिछले हजारों वर्षों से खानाबदोश का जीवन जी रही हैं। इनके पास कोई ठिकाना नहीं है। ना घर है, ना द्वार है, ना बाग है, ना बगीचा है, ना जंगल है, ना जमीन है जानवर भी उनके पास नहीं है वे पिछले हजारों वर्षों से घूम रहे हैं। ये सारी जातियां बहादुर हैं, नट, बंजारा, मुसहर, लोघड़िया, जोगी, महावत, भाट इन जातियों ने हमेशा बहादुर का परिचय दिया है है। पूरे देश भर में हिमालय के उस पार से लेकर के कन्याकुमारी तक ऐसे 15 करोड़ के आसपास उनकी कुल आबादी है जिसमें से उत्तर प्रदेश में 3.5 करोड़ के आसपास की आबादी है। उनको शिक्षा मिले, रोजगार मिले, उनका आधार कार्ड बने, स्वास्थ्य मिले, स्वालम्बन मिले, शिक्षा मिले, उनके लिए हम काम कर रहे हैं। भीख नहीं हमको अधिकार चाहिए, शिक्षा और स्वास्थ्य सम्मान चाहिए, भिक्षा से शिक्षा की ओर। एक जाति है चमरमंगता जो जाति भीख मांगकर अपना जीवन यापन करती है। मेरा उनसे आह्वान है, मैं उनके बीच जाता में कहता हूं भिक्षा से शिक्षा की ओर ये हमारा अभियान चल रहा है। उनको लेकर के हम काम कर रहे हैं। आगे डा. संदीप ने कहा हमारा संघ, हमारा परिवार, देश का वो अस्तित्व, वो लोग जो इस देश को धरातल पर साधे हुए हैं, अपना पूरा जीवन दूसरों के हितों में लगाने वाले भाईसाहब और भाईसाहब जैसे अनेक हमारे संघ परिवार के लोग सभी लोगों को कोटि-कोटि धन्यवाद करना चाहते हैं और यह आश्वस्त करना चाहते हैं कि जिंदगी में जब तक जिंदा हैं तब तक हम आपके साथ हैं। इस अवसर पर अरूण पांचाल, संदीप नामदेव, अनुज प्रताप सिंह, राकेश अहिरवार, दीपक यादव सातार, भूपेन्द्र यादव, राजू सेन, दीक्षा साहू, बसन्त गुप्ता, सुशांत गुप्ता आदि उपस्थित रहे।