बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रस्तुत किए शोध पत्र
- राजेन्द्र कुमार
जनपद झांसी में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी के वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के शोधार्थियों ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), वाराणसी में आयोजित आईसीएसएसआर द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभाग कर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
यह अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत का पुनरावलोकन राष्ट्रीय एकता, समावेशी शासन और विकसित भारत 2047 की दृष्टि विषय पर केंद्रित थी।
इस संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के शोधार्थी मोहिनी सिंह यादव, प्रिया श्रीवास्तव, क्रांति, मोनल, अभिलाषा दुबे, जतिन सोनी, हेमंत कुमार, अंकुर चाचरा एवं दिव्या निगम ने अपने शोध पत्रों का सफलतापूर्वक प्रस्तुतीकरण किया। इनके शोध पत्रों में विकसित भारत 2047 के लक्ष्य से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित किया गया, जिसे विशेषज्ञों ने सराहा।
बीएचयू के प्रोफेसरों ने न केवल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के शोधार्थियों के उत्कृष्ट शोध कार्य की सराहना की, बल्कि विश्वविद्यालय द्वारा 26 जनवरी और 15 अगस्त जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर लड्डू के स्थान पर मिलेट्स कुकीज (मोटे अनाज से निर्मित कुकीज) वितरित करने की पहल की भी विशेष प्रशंसा की। विशेष रूप से प्रोफेसरों ने शोधार्थी जतिन सोनी और मोहिनी सिंह यादव के शोध कार्य को अत्यधिक सराहनीय और प्रेरणादायक बताया। दोनों के शोध कार्य को विकसित भारत 2047 की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला माना गया।