भारत में वह पुनर्जागरण 21वीं शताब्दी में हो रहा है
वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के मुखिया विश्वात्मा भरत गांधी ने रंगिया में पार्टी की एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मांग की कि अन्य प्रदेशों की तरह असम प्रदेश की विधान सभा भी नागरिकता संशोधन कानून (सी.ए.ए.) के खिलाफ और मशीनों तथा प्राकृतिक संसाधनों के नाम पर सरकार द्वारा छापी जा रही नोट को फ्री में लोगों के खाते तक पहुंचाने के लिए प्रस्ताव पारित करें। यह विशाल जनसभा नागरिकता पुनर्विचार रैली के नाम से श्री विश्वात्मा का जन्मोत्सव मनाने के लिए पार्टी की असम कमेटी द्वारा आयोजित थी। लगभग 2 लाख लोगों की संख्या देखकर वीपीआई के नीति निर्देशक श्री विश्वात्मा ने कहा कि ऐसा लगता है कि यूरोप में पुनर्जागरण 18वीं शताब्दी में हुआ था लेकिन बै। राजनीतिक, धार्मिक और आर्थिक सुधारों पर दर्जनों पुस्तकों के लेखक श्री विश्वात्मा ने पूरे असम प्रदेश से आए हुए पार्टी कार्यकर्ताओं के जन सैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में और देश में वोटरों की जरूरतों के अनुरूप काम करने वाली सरकार चाहिए। उन्होंने कहा कि जो सरकार देश के खरबपतियों को ‘अमीर’ कहने के लिए भी कानून नहीं बना पा रही है, वह हर महीने हर ...