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व्यापारियों ने जिलाधिकारी से शिष्टाचार भेंट की

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उ0प्र0 उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रदेश उपाध्यक्ष बसन्त सिंह बग्गा के नेतृत्व में व्यापारियों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी रायबरेली सुश्री हर्षिता माथुर से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान व्यापारियों ने जिलाधिकारी को व्यापारिक समस्याओं से भी अवगत कराया। जिलाधिकारी ने विश्वास दिलाया कि व्यापारियों को व्यापार करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने पायेगी और किसी भी कीमत में व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदेश संगठन मन्त्री मुकेश रस्तोगी, मनोज गुप्ता, मो0 शाकिब कुरैशी, आशु श्रीवास्तव, जितेन्द्र मौर्या, सत्यांशु दुबे, अनुज त्रिवेदी, पवन अग्रहरि, मुन्ना पाण्डेय, पिन्टू सिंह, प्रिन्सू वैश्य आदि तमाम पदाधिकारी रहे।  

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बिजली व्यवस्था सुधार के लिए कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहते है

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बिजली जैसी आवश्वक सेवा में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी - संदीप कुमार ऊर्जा मंत्री एके शर्मा निरन्तर उत्तर प्रदेश बिजली व्यवस्था सुधार के लिए कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहते है। रात हो या दिन हर समय उनका प्रयास रहता है कि जनता को समस्या नहीं होने पाये। लेकिन ऊर्जा विभाग के अधिकारी-कार्मचारी के रवैया में कोई बदलाव नहीं आता दिखाई दे रहा है। मनमानी ढंग से बिजली का बिल भेजना बाद में धनदोहन नीति के तहत सब कुछ ठीक हो जाना आम बात हो गई है।   ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा बिजली जैसी आवश्वक सेवा में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में विभागीय अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। जारी बयान में ऊर्जा मंत्री ने कहा, भ्रष्टचार कर लोगों को परेशान करने वाले विद्युतकार्मिकों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। चेतावनी के बाद भी अपनी कार्यशैली में सुधार न करने वाले कार्मिकों में 12 संविदा कर्मियों को बर्खास्त, 12 को निलंबित किया जा चुका है। निलंबित होने वालों में एक अधिशासी अभियंता, छह अवर अभियंता एवं तीन टीजी, एक उपखण्ड अधिकारी शामिल हैं। अनेको ...

वक्त ने किया क्या हंसी सितम

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मथुरा का वो ज्योतिषी - डी.एस. परिहार किस्मत के खेल बड़े निराले होते है, अक्सर प्रसिद्धि और बुंलदियो के सिंहासन की उंचाईयों पर बैठै लोग बर्बाद होकर धूल मे मिल जाते है। और जमीन पर चलने वाले लोग महान शासक राजाधिकारी और कामयाबी की बुलंदियो पर पहुंच जाते है। फिल्मी दुनिया मे जिंदगी की ऐसी धूप-छांव खूब देखने को मिलती है। ऐसे लोगों की लिस्ट मे मीना कुमारी, मोतीलाल, भारत भूषण, भगवान दादा, मोहन चोटी काॅमेडियन, राजेन्द्रनाथ, सुपर स्टार राजेश खन्ना आदि सैकड़ों उदाहरण मौजूद है। इन्हीं मे एक नाम था अपने जमाने की मशहूर प्लेबैक सिंगर गीता दत्त का जो मशहूर महान और कालजयी अभिनेता फिल्म निर्माता गुरूदत्त साहब की पत्नी थीं गीता दत्त का जम्म 23 नवम्बर 1930 को पद्यमा नदी के किनारे बसे इदिलपुर, फरीदपुर, जिला मदारीपुर निकट ढाका पूर्वी बंगाल के राजसी परिवार मे बड़े जमींदार देबेन्द्र नाथ घोष राय चैधरी के घर हुआ उनके दस भाई बहन थे कुछ समय बाद राय चैधरी कलकत्ता मे आकर रहने लगे अन्त मे बम्बई मे बस गये बचपन मे पद्यमा नदी के किनारे बसे इदिलपुर मे रहते हुये सैकड़ों बार नदी के मल्लाहों के गाये भटियारी गीतों को गीता जी ने...

226 साल बाद फिर उसी से शादी

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- डा. डी.एस. परिहार विलियम वाकर एक अमरीकी युवक स्टेट यूनिवर्सिटी और न्यूयार्क मे खगोल विद्या का शोधार्थी था। वह सन् 1997 के प्रारम्भ मे फलोरिडा के डिज्नीलैंड मे स्पेस माउन्टेन नामक राइड की सीट पर बैठकर झूले का आनंद लेने ही वाला था कि बगल की सीट पर एक युवती रूथ आकर बैठ गई, ट्रेन चल दी पर कुछ देर बाद ट्रेन एक खतरनाक अंधेरी सुरंगनुमा ढलान पर पहुंची तो विलियम घबराहट मे एक फ्रेन्च नाम एतोंइनेट एतांेइनेट पुकरने लगा और युवती भी उत्तर मे फ्रेन्च नाम रोबेत्सो-रोबेत्सो पुकारने लगी वे दोनों आपस मे लिपट गये जब ट्रेन सामन्य हो गई तो वह युवक युवती एक दूसरे को आश्चर्य से देखने लगे क्योंकि वे दोनो एक दूसरे से अपरिचित थे दोनों ने एक दूसरे को अपना परिचय व फोन नम्बर दिया और बताया कि वे फ्रेन्च नही जानते है युवती का नाम रूथ था वो आलेंडो, फलोरिडा के एक कालेज मे गायन की टीचर थी। एक रात विलियम अपनी दूरबीन से सितारों का अध्ययन कर रहा था तो उसे एक अनोखा अनुभव हुआ वही युवती रूथ जिससे वह डिज्नीलैंड मे मिला था फ्रेन्च दुल्हन के वेश मे खड़ी है और उसे रोबेेेत्सो कह कर पुकार रही है और विलियम भी उसे एतोंइनेट कह कर बात...

सी.एम.एस. के 44 छात्रों को भारत सरकार द्वारा 1 करोड़ 76 लाख रूपये की स्कॉलरशिप

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सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर लखनऊ के 44 मेधावी छात्रों को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा 1 करोड़ 76 लाख रूपये की स्कॉलरशिप से नवाजा गया है, जिसके अन्तर्गत प्रत्येक छात्र को चार लाख रूपये मिलेंगे। सी.एम.एस. छात्रों को यह स्कॉलरशिप विज्ञान विषय में उच्च स्तरीय शिक्षा हेतु प्रदान की जायेगी। इस स्कॉलरशिप के अन्तर्गत प्रत्येक छात्र को पाँच वर्षों में कुल चार लाख रूपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। स्कॉलरशिप अर्जित करने वाले मेधावी छात्रों में उज्जयनी सिंह, सात्विक वर्मा, श्रेया श्रीवास्तव, आयुष गुप्ता, शिवांश, त्रिशिका श्रीवास्तव, वैश्विक मिश्रा, स्वास्तिक वर्मा, प्रखर टंडन, आयुष यादव, अभिज्ञान गोपाल भारतीय, यश कनौजिया, अक्षय मिश्रा, नव्या खंडेलवाल, आयुष शुक्ला, जोया अजीज, अपराजिता दीक्षित, श्रेय गुप्ता, आदर्श प्रताप सिंह, प्रखर राज सिंह, अंशिका पटेल, अंशिका, आयुष तिवारी, इकरा इम्तियाज, आंचल अग्रवाल, आयुष प्रताप सिंह, अभिनव शुक्ला, स्वास्तिक कुमार सिंह, रेवन चन्ना, नीलांश अग्रवाल, विशाल सिंह, नंदिनी पाण्डेय, मानवी गुप्ता, दुर्गेश प्रताप निषाद, मुस्कान अग्रवाल, रोहन लाल, ...

वरिष्ठ साहित्यकार और कवि अनिल कुमार वर्मा को सम्मानित किया गया

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- प्रमोद कुमार कवि अनिल कुमार वर्मा अनाड़ी ने अपनी हास्य और गंभीर रचनाओं से बच्चों को सराबोर किया, दिया सामाजिक समानता का संदेश, दो घंटे तक चला एकल काव्य पाठ, एक से बढ़कर एक सुनाई कवितायें वरिष्ठ साहित्यकार और कवि अनिल कुमार वर्मा का एसएसडी स्कूल में  सम्मान हुआ, उन्होंने अपनी स्वरचित 5 पुस्तके भेंट की मुझ अनाड़ी ने एस.एस.डी. स्कूल, लखनऊ में एकल काव्य पाठ में भाग लिया गया। एसएसडी स्कूल के प्रबंधक श्री रामानन्द सैनी जोकि स्वयं एक आलराउंडर के रूप में स्कूल का संचालन ही नहीं एक वरिष्ठ पत्रकार कवि भी रहे तथा वर्तमान में भी स्कूल के संचालन के साथ एक कर्मठ अधिवक्ता ही नहीं समाजसेवी की भी भूमिका निभाते चले आ रहे हैं। एक साथ इतनी जिम्मेदारियां निभाना असम्भव नहीं तो बहुत ही दुर्लभ कार्य है। इनके साथ इनकी धर्मपत्नी श्रीमती मंजू सैनी जो स्वयं एक अधिवक्ता भी हैं जो पति के साथ कदम से कदम मिलाकर पूर्ण सहयोग करती हैं तथा होनहार बिरवान के होत चीकने पात की कहावत को चरितार्थ करते हुए पुत्र भी कहां पीछे रहने वाले। इनके लिए जितना भी कहा जाय कम है।  आज इतनी महान विभूतियों के बीच एक छोटे व अदने से खिल...

ज्योतिषी और दंडी स्वामी एक सत्य घटना

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- डी.एस. परिहार प. बालगोविंद मिश्रा उर्फ पंडित बाबा कन्नौज जिले की छिबरामऊ तहसील मे आजादी के पूर्व विष्णुगढ स्टेट के राज ज्योतिषी और राजवैद्य थे, वे राजा प्रताप सिंह के अति विश्वासपात्र व प्रवास में सदा उनके साथ रहने वाले थे। सन् 1937-38 मे एक बार राजा साहब अपने आठ-दस आदमियों के साथ हरिद्वार की यात्रा पर गये अपनी अस्वस्थता के कारण पंडित जी हरिद्वार ना जा सके राजा साहब काली कमली वाले बाबा की धर्मशाला मे रूके दो दिन घूमने के बाद राजा साहब की भेंट एक दंडी स्वामी से हुयी दंडी स्वामी ने राजा साहब का चेहरा देखकर एक ऐसी भविष्यवाणी कर दी कि राजा साहब साहब दूसरे ही दिन वापस चल दिये और स्टेट पहुँचकर दूसरे ही दिन सबेरे पंडित जी को दरबार मे बुला भेजा राजा साहब ने पंडित जी से कहा, आपने मेरी जन्म कुंडली देखकर ऐसी कोई बात नही बताई जो हरिद्वार में एक दंडी स्वामी ने बताई पंडित जी के पूछने पर राजा साहब ने बताया कि दंडी स्वामी ने बताया कि आप कही भी जाईये तो अपने पुत्र या पुत्री को अवश्य अपने साथ ले जाईये क्यों कि आपको अपने राज्य के बाहर मृत्यृ का योग है। और साथ ही आपकी भारी धन हानि होगी आपकी सारी दौलत भी...