संदेश

सेवानिवृत्त निदेशक स्वास्थ्य डा. रेखा रानी को भावभीनी दी गई विदाई

चित्र
- प्रमोद कुमार स्वास्थ्य निदेशालय के सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डा. रेखा रानी की सेवानिवृत्ति के अवसर पर भावभीनी विदाई दी गई। विदाई समारोह के अवसर पर डी.जी. हेल्थ डा. आरवपी सिंह सुमन, डा. पवन कुमार, डाक्टर सुधा मिश्रा, निदेशक पी.एच.सी. डा. साधना राठौर, डा. कविता आर्य आदि बड़ी संख्या में संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य द्वारा निदेशक स्वास्थ्य डा. रेखा रानी को पुष्प गुच्छ स्मृति चिन्ह आदि भेंटकर उनके कार्यो की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई। डा. रेखा रानी ने कार्यालय स्टाफ, सहयोगी आदि का आभार प्रकट किया।  निदेशक स्वास्थ्य से.नि. डा. रेखा रानी अदि के परिजनों आदि डा. (प्रो.) प्राजंलि दत्त, इंजी रविदत्त, हार्दिक खन्ना, पूर्व उपनिदेशक सूचना प्रमोद कुमार, पलक एलआईसी, राम अचल, डा. विनोद दत्त, सचिन, संपादक संदीप कुमार आदि ने भी शुभकामनायें, स्वस्थ्य जीवन व उज्जवल भविष्य की कामना की है।  

सिम्बाल आफ नालेज भारत रत्न बाबा साहब डा. बी.आर. अम्बेडकर को शत्-शत् नमन

चित्र
प्रमोद कुमार  विश्व का लोकप्रिय व भारत को संविधान देने वाले महान भारतीय, समाजसेवी दलितों व महिलाओं के मसीहा डा बी.आर. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के इंदौर के गहू छावनी एक छोटे से गांव में हुआ था। डा. भीमराव अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का भीमाबाई था। अपने माता-पिता की चैदहवीं संतान के रूप में जन्में डा. भीमराव अम्बेडकर जन्मजात प्रतिभा संपन्न थे। डा. बीआर अंबेडकर का जन्म महार जाति में हुआ था जिसे लोग अछूत और बेहद निचला वर्ग शूद्र मानते थे। बचपन में भीमराव अंबेडकर के परिवार के साथ सामाजिक और आर्थिक रूप से गहरा भेदभाव किया जाता था। भीमराव अंबेडकर के बचपन का नाम रामजी सकपाल था। अंबेडकर के पूर्वज लंबे समय तक ब्रिटिश इंस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कार्य करते थे और उनके पिता ब्रिटिश भारतीय सेना की मऊ छावनी में सेना में सूबेदार थे। डा. भीमराव के पिता हमेशा ही अपने बच्चों को शिक्षा पर जोर देते थे। 1894 में भीमराव रामजी अंबेडकर जी के पिता सेवानिवृत्त हो गए और इसके दो साल बाद अंबेडकर की मां की मृत्यु हो गई, बच्चों की देखभाल उनकी चाची ने कठिन परिस्थितियों...

लेकिन वे आवाज नहीं उठाते

चित्र
- विजय भारत 10 अप्रैल 2025 को अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर के दर्शन हेतु लखनऊ से आए हम चार साथियों ने दर्शन उपरांत प्रभु राम भोजनालय में भोजन के लिए थाली आर्डर की। दुर्भाग्यवश, भोजन की गुणवत्ता अत्यंत खराब पाई गई। परोसी गई दाल खट्टी और स्वादहीन थी, जबकि चावल बासी प्रतीत हो रहे थे। जब वेटर से शिकायत की गई, तो उसने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके पश्चात जब हमने मैनेजर को बुलाकर स्थिति बताई, तो उन्होंने यह कहकर बात टाल दी कि दाल में टमाटर अधिक होने के कारण वह खट्टी लग रही होगी। जब उनसे स्वयं दाल चखने का अनुरोध किया गया तो उन्होंने टालमटोल करनी शुरू कर दी। रेस्टारेंट में अन्य उपस्थित ग्राहकों से पूछने पर पता चला कि लगभग सभी को भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायत थी। कई लोगों ने अपना आर्डर रद्द कर दिया, जबकि कुछ ने कहा कि मजबूरी है, क्या कर सकते हैं। जब मालिक से फोन पर शिकायत की गई, तो उन्होंने भी हमारी बात को नजरअंदाज कर दिया और कहा कि उनके यहाँ हमेशा अच्छा और कम मसाले वाला स्वादिष्ट भोजन परोसा जाता है और आज तक किसी ने कोई शिकायत नहीं की। उन्होंने हमारी बात को सिरे से नकार दिया। जबकि थाली में प्रचुर ...

भगवान महावीर के जयकारों और संदेशों से गूंजा झांसी नगर

चित्र
  भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया महानगर में निकली श्रीजी की विशाल रथयात्रा - राजेन्द्र कुमार जनपद झांसी में समूचे विश्व को ‘जियो और जीने दो’ एवं अहिंसा परमो धर्मः का संदेश देने वाले जैन दर्शन के चैबीसवें तीर्थंकर, वर्तमान शासन नायक भगवान महावीर स्वामी का जन्मकल्याणक (जयंती) वीरभूमि झांसी में आर्यिकारत्न अकम्पमति माताजी एवं अचलमति माताजी के मंगल सान्निध्य एवं सांसद अनुराग शर्मा के मुख्य आतिथ्य व बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा, समाज सेविका शालिनी भार्गव के विशिष्ट आतिथ्य एवं पंचायत अध्यक्ष अजित कुमार जैन के अध्यक्षता जैन समाज द्वारा बड़े ही धूमधाम से श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाई गई।  इस अवसर पर गांधी रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मन्दिर से श्रीजी की विशाल रथयात्रा भव्य शोभायात्रा के साथ परवारन, कटरा रोड, सुभाषगंज, रानीमहल, सिन्धी तिराहा, कोतवाली, पचकुंइया, खण्डेराव गेट होकर गांधी भवन पहुंची जहां धर्मसभा में पूज्य आर्यिकारत्न अकम्पमति माताजी ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान महावीर स्वामी के उपदेशों को पालन करने से ही विश्वशांति स्थापित हो सकत...

जन्मकुण्डली से पिता का भाग्य

चित्र
- विशेष संवाददाता वैदिक ज्योतिष एवं प्राच्य विद्या शोध संस्थान, लखनऊ के तत्वाधान मे 170 वीं मासिक ज्योतिष सेमिनार का आयोजन वाराह वाणी ज्योतिष पत्रिका कार्यालय में किया गया। सेमिनार का विषय जंमाक द्वारा जातक के पिता के भाग्य का ज्ञान था। जिसमे डा. डी.एस. परिहार के अलावा ज्योतिष रत्न श्री उदयराज कनौजिया, पं. शिव शंकर त्रिवेदी, प. आनंद एस. त्रिवेदी श्री अनिल कुमार बाजपेई एडवोकेट, प. एस.एस. मिश्रा, प. जे.पी. शर्मा श्री लाल बहादुर उपाध्याय एवं लेक्चरर श्री रंजीत सिंह आदि ज्योतिषियों एवं श्रोताओं ने भाग लिया।  पं. आनंद एस त्रिवेदी ने गोष्ठी मे बताया कि जन्मपत्री के नवम भाव से पिता का विचार करते हैं नवम भाव मे शुभ ग्रह पिता को उन्नति देते है। तथा जातक को पिता का सुख प्राप्त होता है। तथा यदि पाप ग्रह हों तो पिता को कष्ट या रोग होगा या वे अल्पायु होगे। श्री कनौजिया जी ने सूर्य और नवम भाव को पिता कारक बताया साथ ही कहा कि पिता के जीवन के ज्ञान हेतु तारा विद्या क.े पी. पद्धति और दशाओं का भी सहारा लेना चाहिये। जज श्री एल बी उपाध्याय जी ने अपना एक अनुभव बताया कि सन 2000 मे मैं गाजीपुर जिले मे फा...

सर्वश्रेष्ठ पाठशाला है, जहाँ अनुशासन, सेवा और नेतृत्व के गुणों का निर्माण होता है: प्रो. मुकेश पाण्डेय

चित्र
- राजेन्द्र कुमार जनपद झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के एनसीसी द्वारा डिफेंस अवर कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में अनुशासन, नेतृत्व, देशभक्ति और सेना में करियर के अवसरों के प्रति जागरूकता लाना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा, एनसीसी एवं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की सर्वश्रेष्ठ पाठशाला है, जहाँ अनुशासन, सेवा और नेतृत्व के गुणों का निर्माण होता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्रसेवा के लिए सदैव तत्पर रहें और स्वयं को एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित करें। कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा, एनसीसी के माध्यम से विद्यार्थी जीवन में अनुशासन, ईमानदारी, देश सेवा और आत्मविश्वास की भावना विकसित होती है। उन्होंने कहा, विश्वविद्यालय सदैव विद्यार्थियों को ऐसे अवसर प्रदान करता रहेगा, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।  इस अवसर पर मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल यूथिका ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में विद्यार्थियों को बताया कि वे स्वयं एक...

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं का विदाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन

चित्र
- राजेन्द्र कुमार जनपद झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में समहंबल व िम्दहपदममते कार्यक्रम के अंतर्गत अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए विदाई समारोह  कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बीटेक तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुतियां देकर सभी को मोहित किया तृतीय वर्ष के छात्र हेमंत कुमार ने सभी के लिए कुछ खेलों का भी आयोजन किया जिससे कार्यक्रम और भी रोचक हो गया चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों ने विगत 4 वर्षों में अभियांत्रिकी संस्थान में जो भी उपलब्धियां हासिल की उसके लिए उनको बधाई दी गई और चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों ने यहां बिताये हुए अपने 4 साल के पलों को अपने जूनियर एवं शिक्षकों के साथ साझा किया जिसको वह आजीवन याद रखने वाले हैं। ऐसा चतुर्थ वर्ष के छात्र एवं  छात्राओं ने सभी को बताया यह चार साल वह कभी नहीं भूलेंगे और ऐसा मंजर देखकर सभी की आंखें नम हो गई अभियांत्रिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर डीके भट्ट के द्वारा संस्थान में किए जा रहे नवाचार के बारे में सभी को बताया एवं विद्यार्थियों को अच्छी कंपनियों में नौकरी प्राप्त करने...