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विभागाध्यक्ष अपने सरकारी वाहन तत्काल उपलब्ध करायें: नगर मजिस्ट्रेट

पंकज भारती ब्यूरो चीफ झांसी नगर मजिस्ट्रेट/सहायक नोडल अधिकारी (परिवहन) ने अवगत कराया है कि विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 को सकुशल सुचारू एवं निर्विध्न रूप से संपन्न कराए जाने हेतु कार्यालयाध्यक्षों द्वारा सरकारी, अर्द्ध सरकारी एवं अनुबंधित हल्के वाहनों को नगर मजिस्ट्रेट/सहायक नोडल अधिकारी परिवहन कार्यालय में अभी तक दर्ज नहीं कराया गया है जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 167 का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने सभी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक दशा में अपने विभाग के सरकारी, अर्द्ध सरकारी एवं अनुबंधित हल्के वाहन नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय में दिनांक 12 जनवरी 2022 की पूर्वाहन 11 बजे तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार से अनुमोदन प्राप्त कर विभागाध्यक्षों के विरूद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धारा के अंतर्गत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

मुद्रण सामग्री की जानकारी निर्वाचन कार्यालय को देना होगा

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 पंकज भारती ब्यूरो चीफ झांसी      भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा उत्तर प्रदेश में विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 की आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गयी है। जिसके अनुपालन में जनपद के सभी मुद्रणालयों (प्रिन्टिंग प्रेस) को आयोग की गाइड लाइन का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया है कि धारा-127 (क) में निहित प्राविधानो के अनुसार किसी भी निर्वाचन पैम्फलेट या पोस्टर तथा प्रकाशक द्वारा निर्वाचन से सम्बन्धित मुद्रित सभी सामग्रियों पर मुद्रक तथा प्रकाशक के नाम व पते का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा। इसी प्रकार प्रिटिंग प्रेसों द्वारा धारा 127क(2) के तहत मुद्रण सामग्री मुद्रित होने के तीन दिन के अन्दर प्रत्येक मुद्रित सामग्री की तीन-तीन प्रतियां जिला निर्वाचन कार्यालय, झांसी को भेजनी होंगी तथा इस सम्बन्ध में प्रकाशक द्वारा घोषणा पत्र भी भरा जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वाले प्रिन्टिंग प्रेसों के विरूद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 127(क) के उपबन्धों क

आखिर हमें पुरूष दिवस मनाने की जरूरत ही क्या थी?

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अनिल ‘अनाड़ी’, हास्य-व्यंग्य/ओज कवि/लेखक/विचारक 19 नवम्बर यानि अन्तर्राष्ट्रीय पुरूष दिवस आजादी के बाद जहां ये कल्पना की जा रही थी कि हम आजाद देश के आजाद नागरिक होकर स्वतंत्र रूप से हर्षोल्लास के साथ एक आम आदमी की तरह जिन्दगी के लम्हों का क्षण-प्रतिक्षण आनन्द उठा पायेंगे लेकिन आनन्द उठाना तो दूर हम अपने सामाजिक सरोकारों, संस्कारों से बहुत दूर होते चले जा रहे हैं। आज आजाद होने के बाद हम महिला-पुरूष, बेटा-बेटी, माता-पिता आदि के रूप में अलग-अलग विभाजित होते जा रहे हैं, जिसका नतीजा आज हमें अन्तर्राष्ट्रीय पुरूष दिवस के रूप में देखने को मिल रहा है। आखिर हमें पुरूष दिवस मनाने की जरूरत ही क्या थी? इसी तरह महिला दिवस, बेटी दिवस, मातृ दिवस, पितृ दिवस आदि-आदि मनाने के लिए विवश होना पड़ रहा है। गोरे अंग्रेजों ने तो जाते-जाते सिर्फ देश के दो टुकड़े किये गये थे पर इनके वंशज आज समाज के एक-एक व्यक्ति को टुकडों में बाटकर ओछी राजनीति करने पर अमादा हैं। आखिर ये सब दिवस  मनाने को क्यों विवश हैं? पहले हमारे संयुक्त परिवार टूटे, बाद में परिवार टूटे अब तो परिवार क्या, एक-एक व्यक्ति टूटता जा रहा है। कुछ लोग

प्रतिभाशाली हैं झांसी के जिलाअधिकारी रविंद्र कुमार

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- पंकज भारती, ब्यूरो चीफ झांसी       झांसी जिलाअधिकारी रविंद्र कुमार 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। अतीत में, उन्होंने सिक्किम और उत्तर प्रदेश राज्य सरकार में उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम), अपर जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम), मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ), जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और आयुक्त मनोरंजन कर सहित विभिन्न पदों पर काम किया है। फिर वे भारत सरकार में केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्री, सुश्री उमा भारती के निजी सचिव के रूप में भारत सरकार में तैनात हुए और दिसंबर 2017 से 14 जून 2019 तक वहां काम किया। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश सरकार में तैनात हैं और झाँसी आने से पहले  जिलाधिकारी बुलन्दशहर के रूप में कार्य किया है ।              रविंद्र कुमार कुमार ने अलग-अलग रास्ते से दो बार माउंट एवरेस्ट की सफलतम चढ़ाई भी की है और अपनी पर्वतारोहण की यात्रा पर दो प्रेरक पुस्तकें भी लिखी हैं, ब्लूम्सबरी द्वारा प्रकाशित की गयी है । मैनी एवरेस्ट -एन इन्स्पाइरिंग जर्नी ओफ ट्रैन्स्फाॅर्मिंग ड्रीम्स इंटू रीऐलिटी’ और इसके हिंदी संस्करण ‘एवरेस्ट-सपनों की उड़ानः सिफर से शिखर तक’ नामक पुस्तकें ‘एडवांस पाॅजिटिव विजुअलाइज

'नेल्सन मंडेला नोबल पीस अवार्ड 2021' से सम्मानित

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मुंबई / पुणे :होम्योपैथी के क्षेत्र में बेहतरीन व सराहनीय काम करने वाले डॉ.अमरसिंह निकम को 'नेल्सन मंडेला नोबल पीस अवार्ड 2021' से सम्मानित किया गया। हाल ही में मुंबई में हुए पुरस्कार समारोह में डॉ. नेल्सन मंडेला पीस यूनिवर्सिटी द्वारा निकम को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया।  कोरोना काल में निस्वार्थ भावना से लोगो की सेवा और इलाज करने के लिए उन्हें सम्मानित किया। इज़राइल के कांसुलेट जनरल कोबी सोशानी, मदर टेरेसा विश्वविद्यालय के संस्थापक और कुलगुरू डॉ. विजया सरस्वती, नेल्सन मंडेला नोबेल पीस यूनिवर्सिटी के चांसलर आर्च बिशप जॉन्सन, गीतकार अनु मलिक, गायक आदित्य नारायण, डॉ. निकम के परिवार से निकम डॉ. सुचित्रा, डॉ. मनीष, डॉ. मनस्वी इत्यादि उपस्थित थे.                   होम्योपैथी के माध्यम से डॉ. निकम ने अब तक हजारों मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। देश का पहला 100 बिस्तरों वाला होम्योपैथी अस्पताल आदित्य होम्योपैथिक अस्पताल पिछले कई वर्षों महाराष्ट्र के पुणे शहर गरीबों को सस्ती दरों पर चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है। पिछले दो वर्षों में, मिशन होम्योपैथी पुणे के म

गायिका चांदनी वेगड़ के पिता ने दिवाली गिफ्ट दिया

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मुंबई / राजकोट :गुजरात ज्यूडिशियरी में पूर्व सीनियर सिविल जज रह चुके के.पी.वेगड़ की बेटी गायिका चांदनी प्रजापति वेगड़ को हमेशा रिकॉर्डिंग स्टूडियो के डेट मिलने में काफी तकलीफ होती थी और राजकोट में बहुत कम आधुनिक सुविधा वाले स्टूडियो थे और जिसके कारण कई बार रिकॉर्डिंग के लिए मुंबई आना पड़ता था। इसलिए उन्होंने राजकोट (गुजरात ) के रामदेवपीर चौकड़ी के पास द्वारकेश रिकॉर्डिंग स्टूडियो बनवाकर अपनी बेटी चांदनी को बतौर दिवाली गिफ्ट दिया। जिसका उदघाटन समारोह शुक्रवार २९ अक्टूबर २०२१ को बड़े धूमधाम से चांदनी की रिकॉर्डिंग से किया गया। इस अवसर पर कई जज, वकील, राजकोट के कई प्रतिष्ठित व्यक्ति व कांतिलाल वेगड़, अस्मिता वेगड़, राज वेगड़, हार्दिक जानी (म्युजिक कम्पोजर/एरेंजर/रिकॉडिस्ट), दिलीप पटेल, तथा पत्रकारगण इत्यादि उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और कार्यक्रम को सफल बनाया। इस अवसर पर गायिका चांदनी प्रजापति वेगड़ ने सभी का आभार व्यक्त किया और पिताजी को धन्यवाद दिया।          बॉलीवुड में एंट्री पाने के बाद अब चांदनी, म्युजिक कम्पोजर हार्दिक जानी के साथ मिल के इस द्वारकेश रिकॉर्डिंग स्टूडियो से अपने

गाँव-गाँव आयोजित किया गया विधिक जागरुकता शिविर व चौपाल

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उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ तथा माननीय अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश, रायबरेली अब्दुल शाहिद के दिशा-निर्देशन में आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली के द्वारा 14 नवंबर 2021 तक वृहद स्तर पर विधिक साक्षरता एवं जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत तहसील सलोन स्थित ग्राम पंचायत ममुनी जिला रायबरेली में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुमित कुमार द्वारा ग्रामीणों को उनके विधिक अधिकार बताये गये तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सेवाओं से अवगत कराया गया। सचिव द्वारा गाँव की महिलाओं को भी उनके अधिकारों के बारे में बताया गया कि महिलाओं को घरेलू हिंसा से सुरक्षा का अधिकार है। किसी भी महिला को रात के समय नहीं गिरफ्तार किया जा सकता है हर महिला को मुफ्त कानूनी सहायता का अधिकार है और महिलाएं सम्पत्ति में बराबरी का हक रखती है। कार्यक्रम में न्यायिक मजिस्ट्रेट शाहनवाज सिद्दकी, पुनीत मोहनदास, द्वारा भी उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया गया। उक्त कार्यक्